हरजिंदर कौर के पति हरकेश के निधन के बाद महफूज ने उसे और उसके दोनों बच्चों को मदद देने के नाम पर अपने घर बुलाया और जबरन उन्हें मुसलमान बना लिया। खतना के कारण दोनों बच्चों की हालत खराब है। अभी दोनों का इलाज चल रहा है, जबकि हरजिंदर पुलिस की देखरेख में है।
उसका नाम था हरकेश। सिख पंथ को मानता था और उसे गंगा—जमुनी तहजीब पर बहुत भरोसा था। इसलिए वह सेकुलर नारे लगाता था और इंसानियत को ही मजहब मानता था। महफूज नामक एक मुसलमान को वह अपना भाई मानता था। महफूज भी एक भाई की तरह उसके घर आता—जाता था, लेकिन महफूज ने अपने आचरण से बता दिया कि वह पहले मुसलमान है और बाद में कुछ और। उसने अपने दोस्त की पत्नी के साथ वही किया, जो उसे इस्लाम में सिखाया गया है। उल्लेखनीय है कि आठ मई को एक दुर्घटना में हरकेश की मौत हो गई। इसके बाद महफूज ने धोखे से हरकेश की पत्नी हरजिंदर कौर और उसके दोनों बच्चे राहुल (12) और सुमित (10) को मुसलमान बना लिया। यही नहीं, उसने राहुल और सुमित का खतना भी करा दिया।
यह मामला है उत्तर प्रदेश में रामपुर जिले के बेरुआ गांव का। हरजिंदर ने पुलिस को बताया है कि महफूज उसके पति का दोस्त था इसलिए उस पर बहुत विश्वास करती थी। हरजिंदर के अनुसार महफूज ने एक सप्ताह पहले उसे और बच्चों को मदद देने के नाम पर अपने घर बुलाया था। यहीं तीन दिन पहले महफूज ने उन तीनों का कन्वर्जन करा दिया और हरजिंदर के साथ निकाह कर लिया। कन्वर्जन के बाद हरजिंदर का नाम गुलिस्ता, राहुल का नाम फरमान और सुमित का नाम अनस कर दिया गया। 11 जून को महफूज, उसके अब्बू अंजार और मां मुमताज ने हरजिंदर से कहा कि दोनों बच्चों का जब खतना कराओगी, तब यहां रहने देंगे और फिर जबरन दोनों बच्चों का खतना करा दिया गया।
जब यह मामला कुछ सामाजिक संगठनों को पता चला तो उन्होंने पुलिस को बताया। पुलिस ने 12 जून की देर रात हरजिंदर और दोनों बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया है। खतना के कारण दोनों बच्चों की स्थिति गंभीर है। पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए शाहबाद अस्पताल में भर्ती करा दिया है, जबकि महिला अभी पुलिस की देखरेख में है। इसके साथ ही पुलिस ने महफूज, उसके अब्बा अंजार, मां मुमताज और एक इमाम सहित पांच लोगों के विरुद्ध जबरन कन्वर्जन के आरोप में आईपीसी की धारा 3, 5(1) और 324 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब तक अंजार, मुमताज और बच्चों का खतना करने वाले शकील को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि महफूज की तलाश जारी है।
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