भारत की मेधा शक्ति और ज्ञान—विज्ञान का डंका एक बार फिर दुनिया में बजा है। क्वाक्वारेली साइमंड्स (क्यूएस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग-2022 में शोध के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बेंगलुरु को दुनियाभर में पहला स्थान हासिल हुआ है।
भारत की मेधा शक्ति का डंका एक बार फिर दुनिया में बजा है। क्वाक्वारेली साइमंड्स (क्यूएस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग-2022 में शोध के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बेंगलुरु को दुनियाभर में पहला स्थान हासिल हुआ है। इसके साथ ही इसी क्षेत्र में आईआईटी गुवाहाटी ने भी 41वें स्थान पाया है। तो वहीं 200 संस्थानों में तीन भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों ने जगह बनाने में सफलता हासिल की है। आईआईटी बांबे 177वां, आईआईटी दिल्ली 185वां और आईआईएससी 186वें स्थान पर है।
जानकारी के लिए बता दें कि दुनियाभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रदर्शन को वार्षिक तौर पर आंकने वाली लंदन स्थित क्यूएस एजेंसी ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग-2022 जारी की। इसमें दुनिया के शीर्ष एक हजार में 22 भारतीय संस्थानों ने जगह बनाई है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आइआइएससी बेंगलुरु, आइआइटी बांबे और आइआइटी दिल्ली को बधाई दी और कहा कि ज्यादा से ज्यादा भारतीय विश्वविद्यालयों व संस्थानों को वैश्विक मानकों पर लाने और युवाओं को बौद्धिक क्षमता में सहयोग देने का सतत प्रयास जारी है।
तो वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने क्यूएस रैकिंग में भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के बेहतर प्रदर्शन पर खुशी जताई और कहा कि भारत फिर से विश्वगुरु बनने की ओर बढ़ रहा है। शोध को बढ़ावा देने के लिए पिछले कुछ वर्षो से प्रधानमंत्री की अगुआई में जिस तरह से काम किया जा रहा है, उसका परिमाण है कि भारतीय संस्थान शोध के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष पर पहुंच गया है।ame-the-world-s-top-institute-in-research.html
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