उत्तर प्रदेश की एटीएस ने दो रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है. ये दोनों अवैध रूप से यूपी में रह रहे थे. ये दोनों फर्जी कागजात के आधार पर रोहिंग्याओं को अवैध रूप से भारत में दाखिल कराते थे. रोहिंग्या नूर आलम पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद से गिरफ्तार किया गया. दूसरा रोहिंग्या आमिर हुसैन नई दिल्ली में रहता है, इसे यूपी के गाज़ियाबाद जनपद से गिरफ्तार किया गया.
एटीएस ने नूर आलम के कब्जे से एक आधार कार्ड, एक यूनाइटेड नेशंस का कार्ड और करीब 65 हजार रूपये बरामद किया है. आमिर हुसैन के पास से यूनाइटेड नेशंस का कार्ड और करीब साढ़े चार हजार रूपये बरामद हुए हैं. एटीएस के अनुसार, इसी वर्ष के जनवरी माह में संतकबीर नगर से रोहिंग्या अजीजुल्लाह गिरफ्तार किया गया था. नूर आलम उसका बहनोई है. नूर आलम रोहिंग्याओं को भारत ले आता था और फर्जी कागजात तैयार कराता था. नूर आलम और आमिर हुसैन रोहिंग्याओं को भारत लाने के एवज में पैसा लेते थे. ये दोनों अभियुक्त म्यांमार के रखाइन प्रांत के निवासी हैं.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने गत जनवरी माह में म्यांमार निवासी अजीजुलहक उर्फ अजीजुल्लाह को यूपी के संत कबीर नगर जनपद में गिरफ्तार किया. अभियुक्त के बैंक खातों में कई संदिग्ध माध्यम से धनराशि जमा कराई जा रही थी. अभियुक्त ने फर्जी कागज़ात के आधार पर दो पासपोर्ट बनवाए थे. वह उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जनपद के थाना बखिरा अंतर्गत नौरो गांव में रह रहा था. वह बीस वर्ष पूर्व बांग्लादेश के रास्ते भारत आया था. करीब 3 वर्ष पूर्व उसने अपनी मां आबिदा खातून, बहन फातिमा और दो भाईयों को भारत में अवैध रूप से प्रवेश करा दिया था.
अपर पुलिस महानिदेशक, (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने उस समय बताया कि म्यांमार का रहने वाले रोहिंग्या ने फर्जी राशन कार्ड, मार्कशीट और प्राथमिक पाठशाला के ट्रांसफर सर्टिफिकेट के आधार पर दो पासपोर्ट बनवाया था. इन पासपोर्ट पर सऊदी अरब और बांग्लादेश की यात्रा की गई थी. वर्ष 2017 में इसने अपनी माता, बहन और दो भाइयों को भी अवैध रूप से भारत में प्रवेश करा दिया. इन सभी लोगों के भी फर्जी कागजात तैयार करा लिया था. अभियुक्त अजीजुल्लाह के कब्जे से दो भारतीय पासपोर्ट ,3 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, तीन डेबिट कार्ड, राशन कार्ड और 5 बैंकों की पासबुक बरामद हुई थी.
टिप्पणियाँ