अदालत ने बैंकों को विजय माल्या की कुछ अचल संपत्तियों और प्रतिभूतियों को बेचने की अनुमति दे दी है ताकि वे अपने कर्ज की राशि की वसूली कर सकें।
बैंकों का कर्ज लेकर विदेश भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या की संपत्ति को बेचने का रास्ता साफ हो गया है। धनशोधन रोकथाम कानून अदालत ने बैंकों को अपने कर्ज की वसूली के लिए माल्या की कुछ संपत्तियों और प्रतिभूतियों को बेचने की अनुमति दे दी है।
पंजाब नेशनल के प्रबंध निदेशक मल्लिकार्जुन राव ने कहा कि धनशोधन रोकथाम अदालत ने 5,600 करोड़ रुपये से अधिक कर्ज की वसूली के लिए माल्या की कुछ अचल संपत्तियों और प्रतिभूतियों को बेचने की अनुमति दे दी है। बैंक अब उसकी संपत्तियों को बेचेगा। ये संपत्तियां अभी तक प्रवर्तन निदेशालय के अधीन थीं। उन्होंने कहा कि किंगफिशर में पीएनबी का ज्यादा कर्ज नहीं है, लेकिन बैंक का जो भी हिस्सा होगा वह हमें मिल जाएगा। बता दें कि माल्या पर उसकी बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक ऋण नहीं चुकाने के आरोप हैं। इन दिनों वह ब्रिटेन में है। मुंबई की एक विशेष अदालत ने जनवरी 2019 में विजय माल्या को भगोड़ा घोषत किया था।
-web desk
टिप्पणियाँ