केरल : ईसाईकरण में जुटा अरबपति 'आर्चबिशप' योहान्नन
May 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

केरल : ईसाईकरण में जुटा अरबपति ‘आर्चबिशप’ योहान्नन

by WEB DESK
Jun 1, 2021, 03:32 pm IST
in भारत, केरल
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिलीवर्स ईस्टर्न का संस्थापक ‘आर्चबिशप’ के.पी. योहान्नन महज दो दशक में अकूत संपदा का मालिक बन गया। अनाथ बच्चों के नाम से विदेशों से चंदा लेकर उसने इतनी दौलत और रुतबा जमा लिया है कि कुछ ईसाई नेता तक सकते हैं और उसे ‘रास्ते से भटका’ बताते हैं

क्या आप जानते हैं कि भारत में तेजी से कन्वर्जन करके ईसाईकरण की मुहिम चलाते हुए अरबपति बनने वाला स्वयंभू आर्चबिशप कौन है? वह है के.पी. योहान्नन। एशिया का सबसे अमीर ईसाईकरण में लगा ‘आर्चबिशप’। करीब 12 अरब 73 करोड़ रुपए की अकूत संपत्ति का मालिक। भारत के ईसाईकरण के लिए विदेशों से चंदा उगाही करके भारत में अलग—अलग स्थानों पर इसने संपत्ति खड़ी की है। यही वजह है कि वर्षों से आयकर विभाग की इस पर नजर थी। दान के पैसे को कन्वर्जन की गतिविधियों में लगाने के आरोपों पर भारत के गृह मंत्रालय ने बिलीवर्स ईस्टर्न चर्च को मिला एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया था।
योहान्नन की कन्वर्जन मुहिम से पर्दा हटाएं तो कई ऐसी बातें सामने आती हैं जो एक ‘आर्चबिशप’ की मंशा पर संदेह व्यक्त करती हैं। केरल के पथनमथिट्टा जिले में तिरुवल्ला नामक शहर में वर्ष 2000 में बिलीवर्स ईस्टर्न चर्च की बुनियाद डालने वाला ‘आर्चबिशप’।
योहान्नन को वेटिकन या भारत में चर्च की किसी संस्था ने ‘आर्चबिशप’ नहीं बनाया बल्कि इसने खुद ही पहले नार्थ इंडिया और चर्च आफ साउथ इंडिया से बिशप नियुक्त करके खुद को भी ‘बिशप’ की पदवी दे डाली। इसके बाद अपने नीचे 6 बिशप भी रख लिए। दिलचस्प बात यह है कि ईसाईकरण में लगे इस ‘बिशप’ के लिए विकिपीडिया में भी ‘स्वयंभू आर्चबिशप’ लिखा मिलता है। 2018 में योहान्नन ने संतई वाला नाम रख लिया—मोरान मोर एथानासियस योहान।
‘गोस्पल फार एशिया’ के नाम से ‘अनाथ बच्चों के जीवन को सुधारने’ के नाम पर विदेशों से लाखों—करोड़ों का चंदा लिया जाता था। लेकिन उस चंदे से जमीनें खरीदी गईं। बताते हैं, चंदे के पैसे चेरुवल्ली एस्टेट खरीदा गया बिलीवर्स ईस्टर्न चर्च की तरफ से जिसका स्वयंभू आर्चबिशप है योहान्नन। 2015 में ही केरल इस ‘चर्च’ द्वारा गैरकानूनी तरीके से खरीदी जमीन को वापस लेने का आदेश जारी किया था। यह आदेश लैंड कंजरवेंसी एक्ट के तहत चर्च और दूसरे संगठनों से ऐसी जमीन वापस लेने के लिए दिया गया था। 2005 में इस चर्च ने हैरिसन्स मलयालम लिमिटेड से 85 करोड़ रुपए में 2,263 एकड़ के रबर के बगान खरीदे थे। योहान्नन ने तब कहा था कि बागान तो इससे होने वाली कमाई को अनाथ बच्चों की भलाई में लगाने के लिए खरीदे गए थे, लेकिन पता ये चला के योहान्नन ने उस पर 300 करोड़ खर्च कर दिए थे। जांच में सरकार ने पाया कि हैरिसन्स ने बागान बेचने के जो दस्तावेज पेश किए थे वे फर्जी थे। बस इतना पता चलते ही केरल सरकार ने उस जमीन को वापस लेने के आदेश दे दिए। इससे पहले 2008 में हुई जांच में पता चला था कि योहान्नन को अमेरिका से 1044 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे।
चर्च के नाम पर योहान्नन की रुतबा जमाने की ऐसी हरकतों पर चर्च के नेताओं के कान खड़े होने ही थे। ईसाई समाज में भी नाराजगी पनपने लगी थी। चर्च के एक नेता का यहां तक कहना था कि ‘योहान्नन ने कुल 20 साल में इतनी संपदा जमा कर ली। किसी के लिए ऐसा करना कैसे संभव है? कोट्टायम में 2500 एकड़ से ज्यादा का तो उसके नाम रबर बागान ही है। योहान्नन ने अपने साथियों के साथ मिलकर क्रिश्चियन मिशन के नाम पर एक बड़ा कारोबार खड़ा कर लिया है। ज्यादातर चर्च भटक चुके हैं।’
इतना ही नहीं, योहान्नन का टैक्सास,अमेरिका में भी एक न्यास है—गोस्पल फार एशिया। इसी की बदौलत स्वयंभू आर्चबिशप ने ऐसी जमात बना ली है जो उसके किसी भी मामले में उलझने पर एक आड़ देकर उसे बचाने का प्रयत्न करती रही है। इसी साल जनवरी में 25 ईसाई नेता आगे आ गए उसके टैक्सास वाले न्यास की तारीफें करने के लिए। कहा कि यह न्यास पूरी ‘ईमानदारी’ और ‘निष्ठा’ से काम कर रहा है। उन्होंने 18 दक्षिण एशियाई देशों में ईसाईकरण का काम पूरी ‘ईमानदारी’ से करने के लिए योहान्नन की बढ़ाइयां कीं। एक ईसाई संस्था सरमन इंडैक्स के संस्थापक ग्रेग गॉर्डन ने कहा कि उन्होंने एशिया में योहान्नन के काम देखे हैं जो बहुत बेहतरीन तरीके से चल रहे हैं।
कहना न होगा, एशिया, विशेषकर भारत पर ईसाई मिशनरियों की कन्वर्जन गतिविधियां तेजी से जारी हैं। अलग—अलग नामों से झांसे देकर विदेशों से चंदा मंगाकर अकेत संपदा इकट्ठी की जा रही है। वर्तमान केन्द्र सरकार की सैकड़ों फर्जी संस्थाओं को बंद करने और विदेशी चंदे पर कड़ी नजर रखने से कन्वर्जन में जुटे तत्व और बौखलाए हुए हैं। आज पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर राज्यों आदि में ईसाईकरण की मुहिम में नई तेजी दिखाई दे रही है। योहान्नन जैसे अनेक ‘मिशनरी’ इस काम में जुटे हैं।

इस चर्च ने हैरिसन्स मलयालम लिमिटेड से 85 करोड़ रुपए में 2,263 एकड़ के रबर के बगान खरीदे थे। योहान्नन ने तब कहा था कि बागान तो इससे होने वाली कमाई को अनाथ बच्चों की भलाई में लगाने के लिए खरीदे गए थे, लेकिन पता ये चला के योहान्नन ने उस पर 300 करोड़ खर्च कर दिए थे। जांच में सरकार ने पाया कि हैरिसन्स ने बागान बेचने के जो दस्तावेज पेश किए थे वे फर्जी थे।

आईटी के छापे में मिले 15 करोड़!
अभी सात महीने पहले, नवम्बर 2020 में आयकर विभाग ने तिरुवल्ला स्थित बिलीवर्स ईस्टर्न चर्च पर छापा मारा तो नोटबंदी के 4 साल बाद भी, 15 करोड़ की बेहिसाब राशि बरामद हुई थी। इसमें से 2 करोड़ के तो 500 और 1000 के वे पुराने नोट थे जो नोटबंदी में चार साल पहले बंद होकर रद्दी कागज बन चुके थे। जबकि पता यह चला कि चर्च ने पिछले एक साल से अपने कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दी थी। उस वक्त भी आरोप लगा था कि पिछले कुछ सालों के अंदर ही चर्च ने कन्वर्जन की गतिविधियों में 6 हजार करोड़ झोंके थे।
-आलोक गोस्वामी

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पाकिस्तानी Air Force की कमांडो, लश्कर की आतंकी : NIA ने किया PAK ARMY और आतंकी गठजोड़ का खुलासा

Neeraj Chopra Olympics

कपिल देव और धोनी के बाद नीरज को मिली सेना में बड़ी उपलब्धि, भाले के साथ संभालेंगे बड़ी जिम्मेदारी

टुकड़ों में पति की हत्या : सिर नदी में, धड़ कुएं में, पैर 38KM दूर… 19 साल छोटे प्रेमी संग पत्नी ने रची खौफनाक साजिश

लखनऊ : सपा विधायक सहित चार को 3 महीने की जेल, 1300 का जुर्माना भी लगा

बूंद-बूंद को मोहताज पाकिस्तान गिड़गिड़ाया, कहा- सिंधु जल संधि पर विचार करे भारत, हमारी फसलें हो रहीं बर्बाद

भारत के स्वदेशी हथियार

ऑपरेशन सिंदूर में गरजा स्वदेशी पराक्रम, दुनिया ने देखा आत्मनिर्भर भारत का दम!

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तानी Air Force की कमांडो, लश्कर की आतंकी : NIA ने किया PAK ARMY और आतंकी गठजोड़ का खुलासा

Neeraj Chopra Olympics

कपिल देव और धोनी के बाद नीरज को मिली सेना में बड़ी उपलब्धि, भाले के साथ संभालेंगे बड़ी जिम्मेदारी

टुकड़ों में पति की हत्या : सिर नदी में, धड़ कुएं में, पैर 38KM दूर… 19 साल छोटे प्रेमी संग पत्नी ने रची खौफनाक साजिश

लखनऊ : सपा विधायक सहित चार को 3 महीने की जेल, 1300 का जुर्माना भी लगा

बूंद-बूंद को मोहताज पाकिस्तान गिड़गिड़ाया, कहा- सिंधु जल संधि पर विचार करे भारत, हमारी फसलें हो रहीं बर्बाद

भारत के स्वदेशी हथियार

ऑपरेशन सिंदूर में गरजा स्वदेशी पराक्रम, दुनिया ने देखा आत्मनिर्भर भारत का दम!

दिल्ली आबकारी घोटाला : AAP नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह कोर्ट में पेश हुए

तुर्किये को एक और झटका : JNU ने तुर्की यूनिवर्सिटी के साथ MOU किया निलंबित

मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेते जस्टिस बीआर गवई

देश के 52वें चीफ जस्टिस बने भूषण रामकृष्ण गवई, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

‘जहां कभी था लाल आतंक, वहां लहरा रहा तिरंगा’ : 21 दिनों में 31 कुख्यात नक्सली ढेर, अमित शाह ने दी जवानों को बधाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies