कोविड-19 फैलाने के लिए चीन को दी जानी चाहिए सजा!
May 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

कोविड-19 फैलाने के लिए चीन को दी जानी चाहिए सजा!

by WEB DESK
May 24, 2021, 12:54 pm IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

केवल ये कह देना कि चीन के वुहान से शुरू कोविड-19 के विश्वव्यापी संक्रमण की त्रासदी को विश्व रोक नहीं पाया, इस गंभीर विषय के प्रति लापरवाही होगी। चीन में कोरोना पर बहुल जल्द और स्थाई नियंत्रण, कोरोना काल के दौरान चीनी अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार, इस दौरान पड़ोसी देशों के साथ चीन की ओर से तनातनी की पहल किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करते हैं। इस पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए

11 मई 2021 तक पूरे विश्व में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 15 करोड़ 86 लाख 51 हजार 6 सौ 38 मामले हो चुके हैं। इसमें से 32 लाख 99 हजार 7 सौ 64 की मृत्यु हो चुकी है। फिर भी कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर थमा नहीं है। भारत में ही 12 मई तक 37 लाख 4 हजार 99 मामले आ चुके हैं और 2 लाख 54 हजार 1 सौ 97 लोगों की जान जा चुकी है।
ये तो थे आंकड़े, लेकिन इंसानी मौतों को आंकड़ों में समेटना बेहद क्रूर है। केवल ये कह देना कि चीन के वुहान प्रांत से शुरू हुआ कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण पूरे विश्व में फैल गया और विश्व इस त्रासदी को रोक नहीं पाया, इस गंभीर विषय के प्रति लापरवाही होगी। चीन में कोरोना वायरस (कोविड-19) कैसे शुरू हुआ? ये विश्व के बाकी देशों तक इतने व्यापक स्तर पर कैसे फैला? चीन इसे रोकने में कैसे कामयाब हुआ? क्या कोरोना वायरस (कोविड-19) चीन की एक प्रयोगशाला में बनाया गया वायरस है? और क्या चीन ने इसे जानबूझ कर विश्व में फैलाया? क्या कोरोना वायरस चीन की जैविक युद्ध की तैयारी तो नहीं है? ये ऐसे सवाल हैं जिनका एक साल से भी अधिक समय में कोई पुख्ता जवाब नहीं आया है।

चीन की निम्न संक्रमण दर चौंकाने वाली
अगर हम गौर करें तो 3 जनवरी 2020 से 11 मई 2021 तक चीन में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के केवल 1 लाख 3 हजार 8 सौ 42 मामले हुए और 4 हजार 8 सौ 58 लोगों की मौत हुई। चीन, जहां कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण शुरू हुआ और पूरे विश्व में फैला, के ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं। भारत से अधिक जनसंख्या वाले देश में, जहां लोगों की एक प्रांत से दूसरे प्रांत में आवाजाही बेहद ज्यादा है, वहां आज जीवन सामान्य हो गया है। चीन में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की दर बेहद कम है और वुहान जहां से इस संक्रमण की शुरूआत हुई, वहां पिछले एक साल से संक्रमण का कोई मामला नहीं आया है। चीन में शापिंग मॉल खुले हैं और वहां लोगों की भीड़ दिखाई देती है। रेस्त्रां भरे हुए हैं, लोग सड़कों और बाजारों में सामान्य रूप से संक्रमण के पहले की स्थिति में घूमते-फिरते और मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं। मई दिवस की छुट्टियों में चीन में होटलों की बुकिंग में बेहद इजाफा हुआ। हवाई जहाज की यात्रा टिक्टों में पिछले साल के मुकाबले 23 फीसदी, होटल बुकिंग में 43 फीसदी, पर्यटन स्थलों के टिकट खरीद में 114 फीसदी और कारों को किराये पर लेने में 126 फीसदी की बढ़त रही।

विश्व को नुकसान, चीन को लाभ
जहां कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण ने विश्व अर्थव्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है, वहीं चीन की अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व तेजी दिखाई दे रही है। अनुमान है कि विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को 2020 में उनके कुल सकल घरेलू उत्पाद के 4.5 फीसदी का नुकसान होगा। अगर इसे सरल भाषा में समझें तो विश्व का सकल घरेलू उत्पाद 2019 में 870.99 खरब अमेरिकी डॉलर था तो इसके मुताबिक 4.5 फीसदी का नुकसान 30.94 खरब अमेरिकी डॉलर के बराबर हुआ। ये नुकसान उतना है जितना विश्वव्यापी आर्थिक मंदी और दो विश्वयुद्धों के दौरान हुआ था। ये आंकड़ा तब है जब विश्व कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से 2021 की शुरुआत में उबर जाता लेकिन संक्रमण जारी है और नुकसान और बड़ा होगा।

अगर इस दौरान चीन की अर्थव्यवस्था की ओर देखें तो चीनी अर्थव्यवस्था 2020 की पहली तिमाही के मुकाबले 2021 की पहली तिमाही में 18.3 फीसदी की दर से बढ़ी है। ये 1992 से अब तक चीनी अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी बढ़त है। चीन के औद्योगिक उत्पादन में 14.1 फीसदी और खुदरा बिक्री में 34.2 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। जब्कि 2020 की पहली तिमाही में जब चीन में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण शुरू हुआ था, चीन की अर्थव्यवस्था में 6.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से पहले चीनी अर्थव्यवस्था की गति धीमी होती जा रही थी लेकिन विश्व भर में फैले संक्रमण के बाद ऐसा लगा जैसे चीनी अर्थव्यवस्था को पंख मिल गए हों। 2020 में बडी अर्थव्यवस्थाओं में केवल चीनी अर्थव्यवस्था ही ऐसी थी जो 2.3 फीसदी की दर से बढ़ी।

अन्य देशों से चीन का आक्रामक रवैया
साफ है कि कुछ तो है जो सही नहीं है। चीन का कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के दौरान अपने पड़ोसियों और अन्य देशों के साथ आक्रामक रवैया। भारत के साथ एलएसी पर तनातनी और युद्ध जैसी तैयारी और छोटे देशों को धमकाने जैसी हरकतें एक गहरी साजिÞश जैसी दिखाई देती हैं। हाल में चीन की बांग्लादेश को चतुर्भुज सुरक्षा संवाद यानी (क्वाड) में शामिल न होने के लिए दी गई धमकी, फिलीपींस के नियंत्रण वाले जुलिना फेलिप रीफ को चीनी नौकाओं द्वारा घेरना और ताइवान को लगातार धमकाने के अलावा पीपुल्स लिबरेशन आॅर्मी (पीएलए) के युद्धक विमानों के ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन (एडीआईजेड) में अपना मिशन तेज करने के साथ ही चीन ने पिछले कुछ सालों में दक्षिण चीन सागर में कई आर्टिफिशियल द्वीपों का निर्माण किया है, जिनमें से कुछ पर मिलिट्री बेस और हवाई अड्डे भी बनाए गए हैं। इस पूरे क्षेत्र में चीन का वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया और ब्रुनेई के साथ विवाद है। ये सब चीन के खतरनाक इरादों की ओर इशारा करते हैं।

क्या हो चीन को सजा
तो क्या समय आ गया है कि चीन को विश्व सजा दे? शायद हां। लेकिन वो सजा क्या हो सकती है?
अमेरिका और यूरोप समेत कई देशों को ये अहसास हो गया है कि चीन अब एक राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा की चुनौती बनता जा रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार के दौरान पूछे गए सवाल पर कि क्या चीन के खिलाफ कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण फैलाने के लिए दंडात्मक कारवाई की जानी चाहिए, एंटोनी ब्लिंकन ने कहा कि संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।

चीन पर किसी भी तरह की कार्रवाई तभी संभव है जब ये विश्व के अधिकतर देशों द्वारा मिल कर की जाए। फिर चाहे वो शिंजियांग प्रांत में उइगर तथा अन्य मुस्लिमों के साथ चीन के अमानवीय व्यवहार को लेकर लगाए जाने वाले प्रतिबंध हों या फिर चीन पर आधुनिक तकनीक की खरीद-फरोख्त और चीनी छात्रों और शोध वैज्ञानिकों को विश्व की श्रेष्ठ संस्थाओं में दाखिले पर प्रतिबंध की मांग। मांग ये भी उठ रही है कि अमेरिका, कनाडा, आॅस्ट्रेलिया और यूरोपीय देश चीनी उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ा दें ताकि चीन को आर्थिक रुप से चुभन महसूस हो। लेकिन इसमें भी सफलता तभी मिलेगी जब चीन के आसपास और पड़ोसी देशों के साथ-साथ विश्व भर के अधिकतर देश भी मिलकर इस तरह के पतिबंध लगाएं। कुछ जानकार मानते हैं कि जब तक चीनी सामान और चीन की अर्थव्यवस्था पर चोट नहीं की जाती, चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आयेगा। ऐसे में कुछ जानकार एक अंतरराष्ट्रीय क्लेम ट्रिब्यूनल बनाने का भी सुझाव दे रहे हैं जो चीन पर कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से विश्व भर में हुई मौतों के लिए हरजाना लगाए।
तरीका चाहे जो भी हो लेकिन एक बात साफ है कि चीन की हरकतें विश्व के किसी भी मापदंड से सही नहीं हैं। ऐसे में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण फैलाने का पूरा जिम्मा चीन का है और विश्व इसे किसी भी तरह से माफ नही कर सकता।
राहुल महाजन

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

बैठक

देहरादून में 16वें वित्त आयोग की बैठक, राज्य की दीर्घकालिक योजनाओं पर अहम चर्चा

प्रतीकात्मक तस्वीर

आईएसआई को सैन्य जानकारी दे रहे थे दो भेदी काबू, मोबाइल जांच में पुष्टि

मनजिंदर सिंह सिरसा
उद्योग मंत्री, दिल्ली

आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चलेगा

विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता विहिप

क्या पाक प्रेमियों के दबाव में है टीएमसी..!!

इलाहाबाद उच्च न्यायालय

संभल के हरिहर मंदिर मामले में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज

वक्फ (संशोधन) अधिनियम के समर्थन में उतरे मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने कहा- बेहद सामयिक और जरूरी सुधार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

बैठक

देहरादून में 16वें वित्त आयोग की बैठक, राज्य की दीर्घकालिक योजनाओं पर अहम चर्चा

प्रतीकात्मक तस्वीर

आईएसआई को सैन्य जानकारी दे रहे थे दो भेदी काबू, मोबाइल जांच में पुष्टि

मनजिंदर सिंह सिरसा
उद्योग मंत्री, दिल्ली

आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चलेगा

विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता विहिप

क्या पाक प्रेमियों के दबाव में है टीएमसी..!!

इलाहाबाद उच्च न्यायालय

संभल के हरिहर मंदिर मामले में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज

वक्फ (संशोधन) अधिनियम के समर्थन में उतरे मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने कहा- बेहद सामयिक और जरूरी सुधार

भारत के हमले से पाकिस्तान की किराना पहाड़ी पर बने गहरे गड्ढे। माना जाता है कि यहां परमाणु हथियार रखे गए हैं

धूल में मिली धमकी

दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश ने भारत को सौंपे दो आतंकी

सीता राम राधे श्याम मंदिर का विहंगम दृश्य

गयाना में विराजे 16 फीट ऊंचे बजरंग बली, भारतीय समुदाय में आनंद, उच्चायोग ने प्रतिमा को बताया भरोसे और दोस्ती की निशानी

LICESTOR PUB TURNED TO MOSQUE

ब्रिटेन: लीसेस्टर में लोकप्रिय पब को बना दिया मस्जिद, लोग विरोध ही करते रह गए

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies