योग गुरु स्वामी रामदेव ने बुधवार को कहा कि ‘टूलकिट’ के जरिए कुंभ और हिन्दुत्व की छवि बिगाड़ने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। उन्होंने इसे ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ करार दिया। योग गुरु ने एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से ‘ऐसी शक्तियों’ का बहिष्कार करने की अपील की है जो देश विरोधी हैं। इस वीडियो में स्वामी रामदेव कह रहे हैं, ‘टूलकिट की मदद से कुंभ और हिंदू धर्म की छवि खराब करना एक राजनीतिक साजिश है। मैं उन लोगों से अनुरोध करता हूं, जो इस मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं, आप जो करना चाहते हैं, करें लेकिन 100 करोड़ हिंदुओं का अपमान न करें। ये घटिया है। मैं लोगों से ऐसी शक्ति का बहिष्कार करने का आग्रह करता हूं जो देश विरोधी हैं।”
कुंभ का राजनीतिकरण करना ठीक नहीं: स्वामी अवधेशानंद
इससे पहले जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज भी एक वीडियो जारी कर चुके हैं। इसमें उन्होंने लोगों से कुंभ का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया है। साथ ही, उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की थी कि ‘कोरोना वायरस संकट को देखते हुए कुंभ मेले को प्रतीकात्मक ही रखा जाना चाहिए।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि इससे कोविड-19 महामारी के विरुद्ध जारी लड़ाई को बढ़ावा मिलेगा। अपने वीडियो संदेश में स्वामी अवधेशानंद ने कहा, “एक टूलकिट प्रोपगेंडा फैला रहा है कि देश भर में कुंभ के कारण COVID-19 फैला। जब उत्तराखंड में कुंभ चल रहा था, उस समय दूसरे राज्यों में पहले से ही कोरोना संक्रमण बढ़े हुए थे, जबकि उत्तराखंड में स्थिति गंभीर नहीं थी। देश की संस्कृति, रीति-रिवाजों, आस्था और परंपराओं को सुनियोजित तरीके से कलंकित किया जा रहा है। जिस देश में जन्म लिया है उसके आदर्शों और परंपराओं में आस्था बनाए रखें। कुंभ का राजनीतिकरण करना ठीक नहीं है। संत-समुदाय इसकी कड़ी निंदा करता है।”
बता दें कि मंगलवार को भाजपा ने आरोप लगाया था कि टूलकिट को कांग्रेस ने डिजाइन किया है ताकि कुंभ को ‘सुपर-स्प्रेडर’ कोविड-19 आयोजन करार दिया जा सके। भाजपा ने मंगलवार कहा था कि टूलकिट में कांग्रेस के सोशल मीडिया वॉलंटियर्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के निर्देशों के खिलाफ नए कोविड-19 म्यूटेंट को ‘इंडियन स्ट्रेन’ या ‘मोदी स्ट्रेन’ कहने के निर्देश दिए गए हैं।
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