पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम आने के बाद हुई हिंसा में कई स्थानों पर हिन्दुओं के घरों को ध्वस्त कर वहां या तो मस्जिद बना दी गई है या फिर उन पर मुसलमानों ने कब्जा कर लिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार 5,000 से अधिक हिन्दू घरोें को ढहाया गया है। विश्व हिन्दू परिषद ने इन हिन्दुओं के पुनर्वास के लिए लोगों से खुलकर सहयोग करने की अपील की है
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने बंगाल में हिंसा पीड़ित हिन्दू समाज की सहायता, सहयोग व पुनर्वास हेतु आगे आने का देशवासियों से आह्वान किया है। विहिप के केन्द्रीय महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने कहा है कि बंगाल विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के साथ ही प्रारंभ हुए हमलों में अब तक लगभग 11,000 से अधिक हिंदू बेघर हो चुके हैं तथा 40,000 से अधिक प्रभावित हुए हैं। 142 महिलाओं के साथ अमानवीय अत्याचार हुए तथा अनेक महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ। 5,000 से अधिक मकान ध्वस्त किए गए। सात स्थानों पर तो हिंदू बस्तियों को ध्वस्त कर या तो रातों-रात वहां मस्जिदें खड़ी कर दी गईं या फिर जिहादियों ने कब्जा जमा लिए। अकेले सुंदरबन में 200 से ज्यादा घर बुलडोजर के द्वारा ध्वस्त कर दिए गए। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग इनके निशाने पर रहे। 26 लोगों की हत्या हुई है, जिनमें से अधिकांश अनुसूचित जाति व जनजाति के हैं। बस्तियों पर हमलों की 1,627 घटनाएं हुईं।
हिंसा से त्रस्त बंधु-भगिनियों की सहातार्थ खुले मन से आगे आने का आह्वान करते हुए उन्होंने दो बैंक खातों के नंबर भी जारी किए। उन्होंने कहा कि देशवासी विश्व हिन्दू परिषद नई दिल्ली के खाता संख्या 04072010017250 या भारत कल्याण प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के खाता संख्या 04072010019960 में अपना अंशदान सीधे ट्रांसफर या चेक के माध्यम से करके हमें दानदाता का नाम, पता, टेलीफोन नंबर, ट्रांजेक्शन रेफ्रन्स नंबर के साथ kotishwar.sharma@gmail.com पर सूचित करें।
उन्होंने कहा कि इस भयंकर हिंसा ने 1947 के भारत विभाजन के हिंसक नर-संहार की याद ताजा कर दी है। स्थिति की भयावहता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीड़ितों का दुखड़ा सुनते—सुनते महामहिम राज्यपाल को भी रुँधे कंठ से कहना पड़ा कि मेरे राज्य के लोगों को जीने के लिए धर्म परिवर्तन को विवश होना पड़ रहा है। उनको यहाँ तक कहना पड़ा कि बंगाल हिंदुओं के लिए एक ज्वालामुखी बन गया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग तथा राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग इत्यादि अनेक संवैधानिक संस्थाओं ने भी राज्य में हो रहे घोर अत्याचारों पर अंकुश लगाने की मांग की है।
श्री परांडे ने आह्वान किया कि देश-धर्म की रक्षा के लिए संघर्षरत बंगाल के हिंदू समाज के साथ खड़ा होना और उनकी सहायता के लिए तत्पर रहना संपूर्ण देश का दायित्व है। बेघरबार हिंदुओं के लिए जीवन—यापन की व्यवस्था, उनके लुट चुके घरों को बनाना व बसाना, अनाथ बच्चों को संभालना, घायलों की चिकित्सा, हिंदुओं पर बने झूठे मुकदमों को लड़ना, व्यवसाय शुरू करवाना, टूटे मंदिरों का पुनर्निर्माण, बलिदानी हिंदुओं के आश्रितों को सहायता, हिंदू समाज की प्रतिरोधक शक्ति का निर्माण आदि कई ऐसे कार्य हैं जो आपदा की इस स्थिति में करने ही हैं। ये पीड़ित हिन्दू कोरोना महामारी से भी जूझ रहे हैं। कोरोना पीड़ितों की सेवा हेतु हम सभी प्राण-पण से जुटे ही हैं, हमें बंगाल को भी इस आपदा से बचाना है।
इसलिए विहिप का निवेदन है कि मुक्त हस्त से बंगाल के हिंदू समाज की सहायता करें जिससे उन्हें यह अनुभूति हो सके कि संपूर्ण देश का हिन्दू समाज दृढ़ता से उनके साथ खड़ा है।
*आर्थिक सहयोग हेतु बैंक खातों की जानकारी-*
Vishva Hindu Parishad•
A/c no: 04072010017250
Bank: Punjab National Bank
Branch: Basant Lok, New Delhi
IFSC code: PUNB 0040710
PAN: AAATV0222D
•80G Not available
*आयकर छूट की धारा 80G के लाभ के लिए:*
Bharat Kalyan Pratisthan•
A/c No.: 04072010019960
Bank: Punjab National Bank
Branch: Basant Lok, New Delhi
IFSC: PUNB 0040710
PAN: AAATB 0428P
•80G AVAILABLE
—वेब डेस्क
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