गुजरात में सनातन धर्म के मंदिर और संत कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे हैं। प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, पावागढ़ मंदिर सहित अनेक मंदिरों ने कोरोना पीड़ितों के लिए अपने खजाने खोल दिए हैं। दूसरी ओर स्वामी सच्चिदानंद जी, श्री रमेश भाई ओझा, श्री मोरारी बापू जैसे संत स्वयं तो दान कर ही रहे हैं, अपने भक्तों से भी खुलकर सेवा करने का आहृवान कर रहे हैं
गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए प्रभास पाटन सामूहिक आरोग्य केंद्र को 50,00,000 रु. का दान दिया है। इसके अलावा सोमनाथ स्थित अपने लीलावती गेस्ट हाउस को कोरोना केयर सेंटर में बदल दिया है। यहां के 72 कमरों में कोरोना पीड़ित मरीजों को रखा गया है। इन मरीजों को हर प्रकार की सुविधा मंदिर की ओर से ही उपलब्ध कराई जा रही है। आक्सीजन, दवाई, खाना आदि का प्रबंध मंदिर के कार्यकर्ता ही करते हैं। इसी तरह द्वारकाधीश मंदिर ने भी कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए 21,00,000 रु. की धनराशि भेंट की है। द्वारका स्थित ‘सुदामा सेतु सोसायटी’ ने 11,00,000 रु. की धनराशि कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए दी है। गुजरात के एक अन्य प्रसिद्ध तीर्थस्थल पावागढ़ मंदिर ने भी कोरोना को हराने के लिए अपने कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं को लगा दिया है। यह मंदिर 50,00,000 रु. की लागत से आक्सीजन प्लांट भी बना रहा है। जल्दी ही इस प्लांट से मरीजों को आक्सीजन मिलने लगेगी। राजकोट स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के साधक और कार्यकर्ता भी सेवा में लगे हैं। ये लोग आक्सीजन सिलेंडर, सब्जी, फल, राशन किट आदि जरूरतमंदों के बीच बांट रहे हैं।
प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए एक करोड़ रु. का दान किया है। यह पैसा अमरेली, राजूला, महुआ, तलाजा आदि आसपास के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में रहने वाले मरीजों पर खर्च हो रहा है।
गुजरात के एक अन्य प्रसिद्ध संत स्वामी सच्चिदानंद जी ने पेटलाद के सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 35,00,000 रु. का दान किया है।
विश्वप्रसिद्ध कथावाचक श्री रमेशभाई ओझा द्वारा संचालित सांदीपनी गुरुकुल ने पोरबंदर के सरकारी कोविड अस्पताल को एक करोड़ रु. की सहायता दी है।
जैन संत नम्र मुनि जी की प्रेरणा से अमदाबाद, मुम्बई और कोलकाता में कई कोविड केयर सेंटर गनाए गए हैं। इनमें बड़ी संख्या में कोरोना पीड़ितों का इलाज हो रहा है।
वैष्णवाचार्य बृजराज कुमार जी की प्रेरणा से ‘वल्लभ यूथ आर्गनाइजेशन’ राजकोट के कोविड अस्पताल और राजकोट विश्वविद्यालय में स्थापित कोविड केयर सेंटर के लिए आक्सीजन प्लांट लगा रहा है। वडोदरा में भी चार आक्सीजन प्लांट पर काम चल रहा है। इन सब के लिए ‘वल्लभ यूथ आर्गनाइजेशन’ 36,00,000 रु. खर्च कर रहा है।
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