झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर लगा महिला दारोगा रूपा तिर्की की हत्या का आरोप। सोरेन की ही पार्टी झामुमो के एक विधायक ने कहा कि रूपा की हत्या की जांच सीबीआई से कराओ, अन्यथा वे आमरण—अनशन करेंगे। भाजपा ने भी इस हत्या कांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गत तीन मई को झारखंड के साहिबगंज में महिला थाने की प्रभारी रूपा तिर्की का शव उनके कमरे में फंदे से लटका मिला। इस मौत को शुरू में आत्महत्या बताया गया पर जिस तरह से शव को फंदे से लटका देखा गया उससे कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। रूपा के परिजनों ने इसे आत्महत्या न मानते हुए हत्या बताया और सरकार से सीबीआई जांच की मांग की है। रूपा तिर्की की मां पद्मावती ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साथ ही दो महिला पुलिस पदाधिकारियों ज्योत्सना महतो और मनीषा कुमारी पर अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। पद्मावती का कहना है कि रूपा के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे। यही नहीं, गले में दो रस्सी के निशान मिले हैं, लेकिन पंखे में एक ही रस्सी लटकी हुई थी। पद्मावती ने साहिबगंज के पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन दिया है जिसमें मनीषा कुमारी और ज्योत्सना महतो पर रूपा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि रूपा, मनीषा और ज्योत्सना एक ही बैच की हैं। पद्मावती ने यह भी कहा है कि रूपा के थाना प्रभारी बनने से मनीषा और ज्योत्सना चिढ़ गई थीं। इन्हीं दोनों ने 10 दिन पहले रूपा को पंकज मिश्रा के पास भेजा था। रूपा क्यों पंकज मिश्रा के पास गई थीं, यह तो पता नहीं चला है, लेकिन इस मामले से जिस तरह से पुलिस ने पंकज मिश्रा को बरी करने का प्रयास किया है, वह आश्चर्यजनक है। बिना किसी जांच के पंकज को पुलिस ने निर्दोष मान लिया है। पद्मावती का कहना है कि चूंकि पंकज के तार हेमंत सोरेन से सीधे जुड़े हैं, इसलिए उन्हें पुलिस ने बिना जांच ही आरोप से मुक्त कर दिया है। उन्होंने पंकज से पूछताछ करने की मांग की है। इस मामले को लेकर पूरे राज्य में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने रूपा तिर्की के परिजनों से मिलकर उन्हें जल्दी से जल्दी न्याय दिलाने की बात कही। उन्होंने कहा की झारखण्ड की बेटी रूपा तिर्की की हत्या की जांच सीबीआई से कराने के लिए झारखण्ड सरकार अविलंब अनुशंसा करे। भाजपा रूपा को न्याय दिलाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने यह भी कहा की जिस प्रकार से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को इस मामले में छूट दी जा रही है, वह काफी संदेहास्पद है। बता दें कि पंकज मिश्रा की छवि काफी विवादास्पद रही है। इसलिए उन पर लगे आरोपों की जांच होनी ही चाहिए। मांडर के विधायक बंधु तिर्की ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर रूपा तिर्की की मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। वहीं बोरियो से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेंब्रम ने रूपा तिर्की की मौत की सीबीआई जांच न होने पर आमरण—अनशन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अगर रूपा के परिवार वालों की भावनाओं का सम्मान नहीं करेंगे तो उन्हें आमरण—अनशन पर बैठने पर मजबूर होना पड़ेगा। प्रदेश के कई जनजाति संगठन भी इस मामले में सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जगह—जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। 'आदिवासी सेना' के अध्यक्ष शिवा कश्यप ने कहा कि एक आदिवासी महिला थानेदार की हत्या होना बहुत बड़ी साजिश है। आदिवासी सेना रूपा तिर्की के हत्यारे को सजा दिला कर ही रहेगी। अब यह देखना होगा कि इस मामले की जांच किस एजेंसी और और किस तरह कराई जाएगी। चूंकि मामला मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि से जुड़ा है, इसलिए इस पर सबकी नजर है। —रितेश कश्यप
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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