उत्तर प्रदेश में अब नर्स, वार्ड ब्वाय, सुपरवाइजर, चिकित्सक, अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मियों को बड़े पैमाने पर मानदेय पर नियुक्त किया जाएगा. कोरोना महामारी के इस दौर में आम जनमानस को सरकारी अस्पतालों में उपचार कराने में काफी राहत मिलेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कोरोना महामारी के दौर में निर्देश दिया है कि अस्पतालों में अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था की जाए. इसके लिए बड़ी संख्या में मानदेय पर मेडिकल और नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं ली जाएं. अवकाश प्राप्त स्वास्थ्य कर्मियों, अनुभवी चिकित्सकों, एक्स सर्विस मैन को कोविड ड्यूटी से जोड़ा जाए. मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को भी कोविड सेवाओं से जोड़ा जाएगा. ऐसे ही अंतिम वर्ष के एमबीबीएस चिकित्सकों को मानदेय पर नियुक्त किया जाएगा. इसके साथ ही निशुल्क खाना और निशुल्क क्वारंटीन रहने की व्यवस्था सरकार करेगी. कोरोना वालंटियर को प्रतिदिन एनएचएम की दर से 25 फीसदी अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा.
यूपी सरकार की योजना मेडिकल और पैरा मेडिकल की पढ़ाई कर रहे अंतिम वर्ष के छात्रों को विशेष पैकेज देकर कोरोना की लड़ाई में उतारने की है. अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों के आ जाने से काफी मदद मिलेगी. छात्रों को सीधे फील्ड में जाकर काम करने से जो अनुभव मिलेगा वह उनके करियर के लिए कारगर सिद्ध होगा. इसके लिए इन छात्रों को विशेष पैकेज भी सरकार की ओर से दिया जाएगा.
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