जहां एक तरफ लोग कोरोना को लेकर सरकार को कोसने में जुटे हैं, वहां बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो खुद से कोरोना को हराने का प्रयास कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के एक गांव में गांव के लोगों ने खुद का कोविड अस्पताल खोल लिया है
मध्य प्रदेश में बालाघाट जिले के पांढरवानी लालबर्रा गांव में लोगों ने अपना ही एक कोविड अस्पताल बना दिया है। दरअसल एक स्थानीय व्यापारी की बेटी को अस्पताल में ठीक से उपचार नहीं मिला तो गांव के लोगों ने उपचार के लिए खुद का अस्पताल खोलने की ठान ली। गांव वालों ने अपने गांव के स्कूल में कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल खोला हैं। हालांकि इसमें स्वास्थ्य विभाग ने मदद की है। स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में यहां के कॉलेज के बालिका छात्रावास में 30 बिस्तर का कोविड सेंटर खुल चुका है। सरकार से
ग्रामीणों ने केवल स्कूल की ईमारत का इस्तेमाल किया बाकी की सारी व्यवस्था ग्रामीणों ने खुद से चंदा करके की।
इस अस्पताल में आक्सीजन कंसंट्रेटर, कूलर, पीपीटी किट समेत अन्य सुविधाएं है। इसके अलावा यहां ग्रामीण की सुबह दोपहर व शाम के खाने की व्यवस्था मरीजों के लिए कर रहे हैं। सरकारी डाक्टर यहां दिन में दो बार मरीज देखने आते हैं। ग्रामीणों ये यहां खुद के खर्च पर सहायक और सफाईकर्मी भी रखे हैं।
पांढरवानी लालबर्रा के प्रशांत जैन, प्रसन्न अवधिया, अंकुर व अंकुश अग्रवाल यहां अस्पताल बनाने के लिए सोशल मीडिया मीडिया पर दो ग्रुप बनाए, जिसमें पहले ग्रुप के जरिये सात लाख व दूसरे ग्रुप के जरिये तीन लाख रुपये और अन्य जगहों से मिलाकर 12 लाख रुपये जुटाए गए। 13 दिन में अब तक आठ लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
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