web desk
गाजियाबाद पुलिस ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक चिकित्सक समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस ने 70 रेमडेसिविर, दो अक्टेमरा इंजेक्शन, 36.10 लाख रुपए व स्कॉडा कार बरामद की है। पकड़ा गया चिकित्सक एम्स में न्यूरोलॉजिस्ट रह चुका है और वर्तमान में एम्स में गेस्ट डॉक्टर की तरह जाता है। वह निजामुद्दीन में अपना क्लीनिक चलाता है। आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वे 35 से 40 हजार रुपये में रेमडेसिविर और डेढ़ लाख रुपये में अक्टेमरा इंजेक्शन बेच रहे थे।
पुलिसया पूछताछ में डॉक्टर ने बताया कि उसने केजीएमयू लखनऊ से एमबीबीएस किया है। विवेकानंद लखनऊ से न्यूरोलॉजी में डीएनबी/डीएम किया है। एम्स नई दिल्ली से फेलोशिप के बाद एम्स में विजिटिंग फिजीशियन भी था। वर्तमान में वह हयात हेल्थ इंश्योरेंस कॉर्पोरेट सेक्टर का नेशनल सीईओ है। डॉक्टर होने के नाते इसके मेडिकल सेक्टर में कई सम्पर्क हैं, जिनके जरिए ये दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में रेमडेसिविर 20 से 40 हजार तथा एक्टेमरा इंजेक्शन डेढ़ से 2 लाख रुपये में बेच रहा था।
टिप्पणियाँ