सऊदी अरब में ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की पढ़ाई
May 17, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत दिल्ली

सऊदी अरब में ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की पढ़ाई

by WEB DESK
Apr 27, 2021, 01:59 pm IST
in दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

web desk
इस्लामी देशों में सबसे अधिक कट्टर सऊदी अरब को माना जाता है। अपनी इस पहचान से अब शायद वह पीछा छुड़ाना चाहता है। इसीलिए सऊदी अरब में ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ के अलावा कुछ अन्य मत-पंथों की पुस्तकें पढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यह बात खुद वहां के प्रिंस ने कही है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने शिक्षा क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए ‘दृष्टिपत्र : 2030’ को देश के सामने रखा है। इसमें बताया गया है कि कुछ वर्ष पहले सऊदी अरब के शिक्षा पाठ्यक्रम में विभिन्न देशों के इतिहास और संस्कृति को शामिल किया गया था।

इसके तहत बच्चों को अन्य देशों के इतिहास और संस्कृति के बारे में पढ़ाया जा रहा है, ताकि वे विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। इसका उत्साहजनक परिणाम मिल रहा है। इसको देखते हुए निर्णय लिया गया है कि सऊदी अरब के बच्चों को ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की जानकारी दी जाएगी। यह भी कहा जा रहा है कि सऊदी अरब अपने बच्चों और युवाओं को योग और आयुर्वेद के बारे में भी बताएगा। दृष्टिपत्र में सऊदी के छात्रों के लिए अंग्रेजी भाषा को भी अनिवार्य कर दिया गया है। इस निर्णय की तारीफ सऊदी अरब की पहली प्रमाणित योग शिक्षिका नौफ मरवाई ने की है।

इन्हीं नौफ को 2018 में भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। बता दें कि नौफ सऊदी अरब में 2004 से ही योग को प्रचारित-प्रसारित कर रही हैं। उन्होंने अब तक सैकड़ों लोगों को योग का प्रशिक्षण दिया है। इससे वहां के लोगों को योग का महत्व पता चला और अब सऊदी के विभिन्‍न हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग योग करते हैं।

उम्मीद है कि सऊदी अरब में शिक्षा में जो परिवर्तन किया जा रहा है, उससे वहां एक सर्वसमावेशी समाज का निर्माण होगा।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, पहली बार भाला फेंका 90 मीटर के पार, गोल्डन ब्वॉय ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा

1580 करोड़ की GST चोरी पकड़ी, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और नशा मुक्त राजस्थान की दिशा में भजनलाल सरकार का बड़ा एक्शन

वैश्विक मंदी के बीच भारत बना आर्थिक महाशक्ति : UN ने माना सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था, जारी की रिपोर्ट…

UAE में ट्रंप के स्वागत से बिफरे कट्टरपंथी, कहा- मुस्लिम लड़कियों से क्यों कराया बाल खोलकर डांस

उदयपुर में फिर गला काटने की कोशिश : हिन्दू दुकानदार पर झपट पड़े मजहबी, झुंड में आकर किया हमला

आदमपुर वायुसेना अड्डे पर वायु सैनिकों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

… शस्त्र उठाना हमारी परंपरा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, पहली बार भाला फेंका 90 मीटर के पार, गोल्डन ब्वॉय ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा

1580 करोड़ की GST चोरी पकड़ी, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और नशा मुक्त राजस्थान की दिशा में भजनलाल सरकार का बड़ा एक्शन

वैश्विक मंदी के बीच भारत बना आर्थिक महाशक्ति : UN ने माना सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था, जारी की रिपोर्ट…

UAE में ट्रंप के स्वागत से बिफरे कट्टरपंथी, कहा- मुस्लिम लड़कियों से क्यों कराया बाल खोलकर डांस

उदयपुर में फिर गला काटने की कोशिश : हिन्दू दुकानदार पर झपट पड़े मजहबी, झुंड में आकर किया हमला

आदमपुर वायुसेना अड्डे पर वायु सैनिकों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

… शस्त्र उठाना हमारी परंपरा

क्यों महत्वपूर्ण है बचपन के प्रारंभिक 6 वर्ष..?

झूठ बोलकर बुरा फंसे पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री : भारत ही नहीं पाकिस्तान के अखबारों ने भी खोल दी पोल

तुर्की के खिलाफ भरी हुंकार : स्वदेशी जागरण मंच ने Türkiye दूतावास के बाहर किया प्रदर्शन

प्रथम विश्व युद्ध के बाद ऑटोमन तुर्की सरकार ने लगभग दस लाख अर्मेनियाई लोगों का कत्लेआम किया था (चित्र प्रतीकात्मक, स्रोत- ग्रोक एआई)

क्या है अर्मेनियाई जीनोसाइड और क्या है इसका तुर्की के साथ संबंध ?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies