क्या केजरीवाल दिल्ली वालों को बताएंगे कि उनके 5000 बेड कहाँ हैं ?
July 20, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

क्या केजरीवाल दिल्ली वालों को बताएंगे कि उनके 5000 बेड कहाँ हैं ?

by WEB DESK
Apr 16, 2021, 06:15 pm IST
in भारत, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

आशीष कुमार ‘अंशु’

राजधानी ​दिल्ली ने कोरोना के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 14 अप्रैल को दिल्ली में 24 घंटे में कोविड 19 के 17000 से अधिक मामले सामने आए। 17292 का आंकड़ा दिल्ली का कोविड 19 का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इस दौरान 100 से अधिक लोगों की जान गई। स्वास्थ सेवाओं पर इस हालात का असर अब साफ देखने को मिल रहा है। दिल्ली के श्मशान घाट में लाशों के लिए जगह नहीं बची है। अंतिम संस्कार के लिए भी 20 से 25 घंटे तक लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है।

ऐसे मौके पर भी दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भाजपा—कांग्रेस की राजनीति में उलझे हुए दिखते हैं तो ऐसा लगता है कि वे भाजपा के लिए ट्वीट नहीं कर रहे बल्कि दिल्ली वालों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। दिल्ली अपनों के शव के साथ श्माशान घाट के बाहर 20—20 घंटे अंतिम क्रिया के लिए इंतजार में बिता रही है और मनीष सिसोदिया ट्वीट कर रहे हैं, ”बीजेपी शासित राज्यों में कोरोना मैनेजमेंट का सच… मौत हुई 112 लेकिन सरकार के रिकार्ड में केवल चार… शर्म आनी चाहिए सरकारों को जो टीवी मीडिया में अच्छा अच्छा दिखने के लिए लोगों को मरने के लिए छोड़ दे रही हैं।”

पर दिल्ली के प्रबंधन का सच वे कब देखेंगे ? यह नहीं बता रहे। पूरी दिल्ली मनीष—अरविन्द के इस रूप को देखकर ठगा हुआ महसूस कर रही है।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तो मनीष सिसोदिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल उनसे भी एक कदम आगे निकले हैं। बढ़ते कोरोना के बीच “श्री केजरीवाल” ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कह दिया कि अगर आपको किसी खास अस्पताल में जाना है तो आपको दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में बेड मिलने में दिक्कत आ सकती है, वरना दिल्ली में 5000 बेड खाली पड़े हैं।”

पूरी दिल्ली उन 5000 बिस्तरों को तलाश रही है, लेकिन वे बिस्तर कहां लगे हैं, मिल नहीं रहे। क्या यह सच है ? क्या दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले सरकारी अस्पतालों में 5000 बेड खाली पड़े हैं ? क्या दिल्ली में सभी कोरोना पॉजिटिव को आराम से बेड मिल जा रहे हैं ? यह सच नहीं है। दिल्ली स्वास्थ सेवाएं घुटनों के बल बैठ गई है। अस्पताल दर अस्पताल परेशान होते मरीज भटक रहे हैं। आम आदमी की सुनवाई कहीं नहीं हो रही।

दिल्ली के मुख्यमंत्री के 5000 बेड वाले दावे के बाद एक समाचार चैनल ने आपरेशन 5000 के नाम से स्टिंग आपरेशन कर दिया। जब उनके अंडर कवर रिपोर्टर एप में खाली जगह देखकर एक मरीज को जीटीबी अस्पताल में दाखिल कराने के लिए गए तो वहां बताया गया कि कोई जगह खाली नहीं है। जब रिपोर्टर ने कहा कि वे एप देखकर यहां आए हैं तो अस्पताल कर्मचारी ने कहा कि आप इमरजेंसी में जाकर पता कीजिए। रिपोर्टर ने इमरजेंसी में जाकर बताया कि उनकी माताजी की तबियत बहुत खराब है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है ​तो उन्हें कहा गया कि खुद देख लें कि क्या कोई बेड खाली है ? बातचीत में अस्पताल का कर्मचारी ही बता देता है कि एक मरीज कल शाम सात बजे से अस्पताल के बाहर पड़ा है। बेड नहीं हैं तो रोगी को कैसे भर्ती करें ? जब अस्पतालों के बाहर इस तरह रात बिताने को रोगी मजबूर हैं फिर ये 5000 बेड किसके लिए अरविन्द केजरीवाल की सरकार ने बचा कर रखे हैं ? दूसरी तरफ चैनल के अनुसार दिल्ली सरकार का एप 1500 में से 1170 बेड खाली होने की बात बता रहा था। जबकि अस्पतालों में कोविड से प्रभावित लोगों को एक बिस्तर तक नसीब नहीं हो पा रहा। राजीव गांधी सुपर स्पेशियाल्टी हॉस्पिटल में यह एप 650 में 308 बेड खाली होने की जानकारी दे रहा था। जब खोजी पत्रकार राजीव गांधी अस्पताल पहुंचे तो वहां पहले यह खोज कर पाना मुश्किल था कि कोविड मरीज के दाखिले की खिड़की कहां है? जब चैनल के पत्रकार उस खिड़की तक पहुंचे तो वहां मरीजों के दाखिले के लिए आपाधापी मची थी और वहां मौजूद एक डॉक्टर कहता हुआ पाया गया कि अस्पताल में कोई बेड नहीं है। हालात ऐसे हैं कि उस डॉक्टर को अस्पताल में बेड चाहिए था। वह खुद के लिए अस्पताल में बेड की व्यवस्था नहीं कर पा रहा था।

पत्रकार ने राजीव गांधी सुपर स्पेशियाल्टी हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. बी एल शेरवाल से जब बेड्स को लेकर सवाल पूछा तो जिस तरह का गोल—मोल जवाब वे दे रहे थे, उससे साफ पता चल रहा था कि वे वास्तविक स्थिति नहीं बता रहे हैं। उनका कहना था कि उनके अस्पताल में बेड है। फिर वह कहते हैं कि वह बेड बचेगा नहीं। फिर वे कहते हैं कि लोग अपना ख्याल रखें। मतलब बीमार ना पढ़ें। पूरी बात सुनकर यही लगा कि बेड नहीं हैं, पर वह साफ बता नहीं सकते।

राजीव गांधी सुपर स्पेशियाल्टी हॉस्पिटल के बाहर का हाल पत्रकार अशोक श्रीवास्तव लिखते हैं, ”दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल के बाहर एक युवक रोता हुआ मिला। पूछा तो बताया-पिछले साल कोरोना में यहां हॉस्पिटल में खूब सेवा की, यहां के टॉयलेट साफ किये, कोरोना वॉरियर का सर्टिफिकेट मिला। आज माँ को कोरोना है तो हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती करने के लिए बेड नहीं मिल रहा।”

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ऐसे हालात पर सटीक लिखा है, ”3 करोड़ 79 लाख रुपये का विज्ञापन करके अरविन्द केजरीवाल ने कहा दिल्ली में 5000 कोरोना बेड खाली है।” इस टिप्पणी के साथ कपिल ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें दिल्ली सरकार के कोविड एप में अस्पतालों के अंदर बेड खाली दिखाया जा रहा है, लेकिन जब अस्पताल को फोन करके जानकारी हासिल की गई तो किसी अस्पताल में एक भी बेड नहीं मिला। यही है दिल्ली में 5000 खाली बेड की हकीकत।
क्या केजरीवाल दिल्ली वालों को बताएंगे कि उनके 5000 बेड दिल्ली में ही खाली हैं या दिल्ली वालों के नाम पर अलीबाग में मुख्यमंत्री जी ने कोई 5000 बेड वाला प्लाट ले रखा है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

छत्रपति शिवाजी महाराज के दुर्ग: स्वाभिमान और स्वराज्य की अमर निशानी

महाराष्ट्र के जलगांव में हुई विश्व हिंदू परिषद की बैठक।

विश्व हिंदू परिषद की बैठक: कन्वर्जन और हिंदू समाज की चुनौतियों पर गहन चर्चा

चंदन मिश्रा हत्याकांड का बंगाल कनेक्शन, पुरुलिया जेल में बंद शेरू ने रची थी साजिश

मिज़ोरम सरकार करेगी म्यांमार-बांग्लादेश शरणार्थियों के बायोमेट्रिक्स रिकॉर्ड, जुलाई से प्रक्रिया शुरू

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

‘कोचिंग सेंटर का न हो बाजारीकरण, गुरुकुल प्रणाली में करें विश्वास’, उपराष्ट्रपति ने युवाओं से की खास अपील

अवैध रूप से इस्लामिक कन्वर्जन करने वाले गिरफ्तार

ISIS स्टाइल में कर रहे थे इस्लामिक कन्वर्जन, पीएफआई और पाकिस्तानी आतंकी संगठन से भी कनेक्शन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

छत्रपति शिवाजी महाराज के दुर्ग: स्वाभिमान और स्वराज्य की अमर निशानी

महाराष्ट्र के जलगांव में हुई विश्व हिंदू परिषद की बैठक।

विश्व हिंदू परिषद की बैठक: कन्वर्जन और हिंदू समाज की चुनौतियों पर गहन चर्चा

चंदन मिश्रा हत्याकांड का बंगाल कनेक्शन, पुरुलिया जेल में बंद शेरू ने रची थी साजिश

मिज़ोरम सरकार करेगी म्यांमार-बांग्लादेश शरणार्थियों के बायोमेट्रिक्स रिकॉर्ड, जुलाई से प्रक्रिया शुरू

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

‘कोचिंग सेंटर का न हो बाजारीकरण, गुरुकुल प्रणाली में करें विश्वास’, उपराष्ट्रपति ने युवाओं से की खास अपील

अवैध रूप से इस्लामिक कन्वर्जन करने वाले गिरफ्तार

ISIS स्टाइल में कर रहे थे इस्लामिक कन्वर्जन, पीएफआई और पाकिस्तानी आतंकी संगठन से भी कनेक्शन

छांगुर कन्वर्जन केस : ATS ने बलरामपुर से दो और आरोपी किए गिरफ्तार

पंजाब में AAP विधायक अनमोल गगन मान ने दिया इस्तीफा, कभी 5 मिनट में MSP देने का किया था ऐलान

धरने से जन्मी AAP को सताने लगे धरने : MLA से प्रश्न करने जा रहे 5 किसानों को भेजा जेल

उत्तराखंड निवेश उत्सव 2025 : पारदर्शिता, तीव्रता और दूरदर्शिता के साथ काम कर ही है धामी सरकार – अमित शाह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies