विश्व हिन्दू परिषद ने बिहार के किशनगंज थाने के थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की इस्लामिक जिहादियों द्वारा की गई निर्मम हत्या व पुलिस बल पर हमले की घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अपराधियों का कठोरता से दमन करने की मांग की. विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के पंजीपारा थाना क्षेत्र के पंथापड़ा गांव में शनिवार सुबह हुआ यह नृशंस हत्याकांड कोई पहली घटना नहीं है. बांग्लादेशी घुसपैठियों, शराब व तस्करी के लिए कुख्यात इस क्षेत्र में पहले भी अनेक बार सुरक्षा बलों पर हमले हुए हैं. किन्तु बंगाल के स्थानीय पुलिस-प्रशासन की उदासीनता व राजनैतिक संरक्षण के चलते यह क्षेत्र अपराधियों का अड्डा बन चुका है. ये जिहादी आतंकियों के स्लीपर सेल बनकर भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं. इन हत्यारों, अपराधियों तथा अवैध घुसपैठियों की इन गतिविधियों पर पूर्ण विराम जरूरी है.
उन्होंने कहा कि बिहार का सीमावर्ती जिला होने के कारण अपराधी बिहार में अपराध कर आसानी से बंगाल में शरण ले लेते हैं और यदि वहां की पुलिस जांच के लिए जाती है तो वे उस पुलिस पार्टी के जानी दुश्मन बन जाते हैं. थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार के बलिदान पर उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए विहिप महामंत्री ने कहा कि अब इन बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुन कर सीमा पार किया जाना तथा उनके राजनैतिक संबंधों को सार्वजनिक किया जाना भी नितांत आवश्यक है.
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