पाञ्चजन्य ब्यूरो
गत 18 मार्च को भाजपा ने पुरुलिया में एक रैली का आयोजन किया। इसमें करीब 4,00,000 लोग उपस्थित थे। पुरुलिया के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सुबह से ही रैली स्थल पर आने लगे थे। दोपहर में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां पहुंचे, तो लोगों ने ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ उनका स्वागत किया। ये नारे बहुत देर तक गूंजते रहे। लोगों के उत्साह से प्रधानमंत्री भी गदगद दिखे।
रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी के आरोपों का खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि रैली में दूर-दूर से आए लोगों ने बता दिया है कि इस बार ममता सरकार का जाना तय है। रैली में शामिल लोगों ने उस समय काफी देर तक तालियां बजार्इं, जब प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले विकास होबे…। दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले चाकरी होबे, विकास होबे, शिक्षा होबे, हॉस्पिटल होबे, स्कूल होबे, सोनार बांग्ला होबे…।’
उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार सिर्फ अपने ‘खेल’ में लगी है। उन्होंने कहा कि पहले वाम दलों और बाद में तृणमूल ने बंगाल में उद्योग-धंधों को पनपने नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में वामदलों ने 32 साल तक और तृणमूल कांग्रे्रस ने 10 साल तक शासन किया, लेकिन इन लोगों ने पुरुलिया को क्या दिया? इन लोगों के कारण ही पुरुलिया आज देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने पुरुलिया को दिया जल संकट और पलायन। इन लोगों ने पुरुलिया के गरीबों को दिया भेदभाव भरा शासन। उन्होंने कहा कि ‘मां-माटी-मानुष’ की बात करने वाली दीदी को यदि दलितों, पिछड़ों और वनवासियों के प्रति ममता होती, तो वे ऐसा नहीं करतीं। यहां तो ममता सरकार ने माओवादियों की एक नई नस्ल बना दी है, जो टीएमसी के माध्यम से गरीबों का पैसा लूटती है। प्रधानमंत्री ने रैली में शामिल लोगों के जोश को देखते हुए कहा कि आपका यह उत्साह दिखा रहा है कि इस बार बंगाल के चुनाव में सिंडिकेट वालों, कटमनी वालों और तोलाबाजों की पराजय होगी।
बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले पर उन्होंने कहा कि यह स्थिति ठीक नहीं है। यह बदले की हिंसा है। दो मई के बाद यह अत्याचारी सरकार और उसका माफियाराज और नहीं चलेगा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सबको मिलकर गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद जैसी विभूतियों के सपनों को साकार करने के लिए काम करना है, सोनार बांग्ला का फिर से निर्माण करना है। उन्होंने सोनार बांग्ला के मायने बताते हुए कहा वह सोनार बांग्ला, जहां बंगाल के स्वर्णिम गौरव का समावेश होगा और आत्मनिर्भरता का सामर्थ्य होगा। वह सोनार बांग्ला, जहां हर गरीब, मजदूर, आदिवासी, किसान भाई-बंधु सम्मानित जीवन जिएंगे। वह सोनार बांग्ला, जहां की मां-बहन-बेटी सब सुरक्षित और भयमुक्त रहें। वह सोनार बांग्ला, जहां के युवाओं के पास शिक्षा और रोजगार के भरपूर अवसर हों। वह सोनार बांग्ला, जहां उद्योगों की कोई कमी न हो। वह सोनार बांग्ला, जहां तोलाबाजी, कटमनी, सिंडिकेट जैसे भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह न हो। वह सोनार बांग्ला, जहां गुंडे, अपराधी और उग्रवादियों की जगह जेल में हो, सड़कों पर नहीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 10 साल तक तुष्टीकरण करने वालीं ममता अचानक बदली-बदली-सी दिख रही हैं। यह हृदय परिवर्तन नहीं है, यह हारने का डर है। यह बंगाल की जनता की नाराजगी है, जो दीदी से यह सब करवा रही है। उन्होंने कहा कि दीदी, यह मत भूलिए कि पश्चिम बंगाल के लोगों की याददाश्त बहुत तेज होती है। बंगाल के लोगों को याद है कि गाड़ी से उतरकर आपने कितने लोगों को डांटा और पुलिस से उन्हें पकड़ने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की नीति है- डीबीटी यानी ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर।’ पश्चिम बंगाल में ममता सरकार की दुर्नीति है-टीएमसी यानी ‘ट्रांसफर माइ कमीशन।’ उन्होंने कहा कि दीदी को आपके जनधन खातों से डर लगता है। बंगाल में खुले करोड़ों जनधन खाते, आपका अधिकार आपको ही मिले, इसकी गारंटी है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से कहा कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद आपकी दिक्कतों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। जब राज्य में ‘डबल इंजन’ की सरकार बनेगी, तो यहां विकास भी होगा और आपका जीवन भी आसान बनेगा। उन्होंने कहा कि बंगाल में भाजपा की सरकार बनने के बाद ऐसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जो यहां के लोगों को रोजगार के लिए पलायन करने से रोकेंगी। मोदी ने कहा कि आज पुरुलिया में पानी का संकट बहुत बड़ी समस्या है। यहां के लोगों को इतना पानी भी नहीं मिलता कि वे सही से खेती कर सकें। यहां की महिलाओं को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए दूर जाना होता है। उन्होंने कहा कि यहां के जैसा ही जल संकट देश की अन्य जगहों पर भी रहा है, लेकिन जहां-जहां भाजपा को सेवा का अवसर मिला, वहां सैकड़ों किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई, तालाब बनाए गए। वहां अब जल संकट दूर हो रहा है। वहां के किसान अलग-अलग फसलों को उगाने लगे हैं।
रैली के मंच पर प्रधानमंत्री ने तृणमूल के गुंडों की हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों को सम्मानित किया। रैली को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, स्थानीय सांसद ज्योतिर्मय महतो आदि ने भी संबोधित किया।
दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले विकास होबे…। दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले चाकरी होबे, विकास होबे, शिक्षा होबे, हॉस्पिटल होबे, स्कूल होबे, सोनार बांग्ला होबे…।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
पुरुलिया का गणित
पुरुलिया जिले में कुल नौ विधानसभा क्षेत्र हैं- बंधवन, पुरुलिया, बलरामपुर, बाघमंडी, जॉयपुर, मनबाजार, काशीपुर, पारा और रघुनाथपुर। इनमें से सात पुरुलिया संसदीय क्षेत्र में हैं। इस समय इस जिले की सात सीटें टीएमसी के पास और एक-एक कांग्रेस और भाजपा के पास है। पुरुलिया जिले में कुर्मी (महतो) जाति की लगभग 40 प्रतिशत आबादी है। इन लोगों के समर्थन से ही पुरुलिया जिले के सांसद और विधायकों को जीत हासिल होती है। इस समय यहां के भाजपा सांसद हैं 35 वर्षीय ज्योतिर्मय महतो, जो युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। यही कारण है कि रैली में युवाओं की बड़ी संख्या थी।
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