पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। कभी ईशनिंदा के नाम पर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है तो कभी बहन-बेटियों का अपहरण कर उनका जबरदस्ती कन्वर्जन करा दिया जाता। गत शनिवार को एक 22 वर्षीय हिंदू लड़की आरती बाई को लरकाना के अली गोहर इलाके से अगवा कर लिया गया। आरती के पिता डॉ. नमो मल ने बताया कि उनकी बेटी रेशम गली स्थित ब्यूटी पार्लर में काम करती है। तीन अप्रैल को वह पार्लर जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन जब देर शाम तक घर नहीं लौटी तो पिता ने उसका अपहरण होने का शक जताते हुए पुलिस से उसे बरामद करने की गुहार लगाई।
द राइज न्यूज ने लड़की के अपहरण की पुष्टि की है। आरती का परिवार ना केवल बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित है बल्कि उसके रहस्यमय तरीके से लापता होने से स्तब्ध है। पाकिस्तान में उत्पीड़न से परेशान अल्पसंख्यकों को चुप कराने के लिए सत्तापक्ष अपहरण और मारपीट जैसे उपक्रम अपनाता है। प्रधानमंत्री इमरान खान कई मौकों पर अल्पसंख्यकों की हर हाल में सुरक्षा करने की बात कह चुके हैं, लेकिन उनके प्रयास धरातल पर उतरते दिखाई नहीं देते हैं।
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