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बीते दिनों छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद अगवा कोबरा कमांडो का नक्सलियों ने फोटो जारी किया है। नक्सलियों ने स्थानीय पत्रकार को भेजे संदेश में कहा कि राकेश्वर सिंह पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके अलावा नक्सलियों ने यह भी कहा कि सरकार की ओर से जब तक मध्यस्थता का निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक वह उनके कब्जे मे रहेंगे। हालांकि जवान के भाई ने नक्सलियों द्वारा जारी तस्वीर पर सवाल उठाया है। रणजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनको इस फोटो पर विश्वास नहीं है। उन्होंने नक्सलियों से राकेश्वर सिंह का वीडियो या ऑडियो भेजने की मांग की है। साथ ही कहा कि इस तरह की तस्वीर उनके मोबाइल में पहले की हो सकती है। वहीं सीआरपीएफ के सूत्रों ने कहा है कि मीडिया में दिखाई जा रही फोटो कोबरा जवान राकेश्वर सिंह की ही है।
खबरों के मुताबिक नक्सलियों ने जवान को रिहा करने के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं। इसमें पहली शर्त यह है कि सरकार एक मध्यस्थ नियुक्त करे। उनका कहना है कि जब तक मध्यस्थों के नाम का ऐलान नहीं होगा, तब तक जवान को रिहा नहीं किया जायेगा। वहीं लापता जवान की फोटो जारी होने से पहले बीजापुर के एक पत्रकार ने दावा किया कि उसके पास नक्सलियों ने दो बार फोन किया था। नक्सलियों का कहना है कि जवान घायल है, उसे दो दिन में रिहा कर दिया जायेगा। बता दें कि राकेश्वर सिंह की रिहाई के लिए उनका परिवार और आस-पास के लोग सड़कों पर उतरे हैं। उनका पूरा परिवार बड़ी संख्या में युवाओं के साथ जम्मू-अखनूर हाईवे पर बैठ गया। परिवार की सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द राकेश्वर सिंह को रिहा कराया जाएग।
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