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उत्तर प्रदेश का माफिया मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल स्थानांतरित कर दिया गया है। यूपी की जेल में उसे पंजाब की जेल के दिनों की याद जरूर आ रही होगी कि किस तरह जेल में पिकनिक मनाया करता था। लेकिन अब सब बदल जाएगा। बीते मंगलवार को रोपड़ से कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद यूपी पुलिस अंसारी को लेकर निकली और 14 घंटे बाद बांदा जेल पहुंची। कुछ देर के बाद एएसपी महेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्तार अंसारी का स्वास्थ्य ठीक है। इसके बाद सुबह करीब 05:30 पर बांदा जेल के दारोगा ने अंसारी को बैरक तक पहुंचाने की पुष्टि की।
मंगलवार दोपहर करीब दो बजे यूपी पुलिस की टीम मुख्तार को लेकर रोपड़ जेल से बाहर निकली थी। अंसारी एंबुलेंस में बैठा रहा और उसके आसपास वज्र समेत पुलिस की दस गाड़ियां चल रही थीं, जिसमें 150 पुलिसकर्मी सवार थे। सड़क मार्ग से माफिया को लाने में टीम ने करीब 1800 किलोमीटर का सफर तय किया। बहरहाल, अब उसका नया पता बांदा मंडल कारागार की बैरक नंबर 15 है।
शाम छह बजे के करीब पुलिस का काफिला मुख्तार अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर गया था। हरियाणा के सोनीपत से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के रास्ते यूपी के बागपत में एंट्री हुई। इस दौरान यूपी के बॉर्डर पर पहले से ही काफी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस का काफिला तेज रफ्तार के साथ गाजियाबाद-नोएडा की ओर रवाना हो गया था। इस दौरान मुख्तार की एंबुलेंस की खिड़की पर्दों से ढकी हुई थी।
60 किमी हाई अलर्ट पर रहा हाईवे
मुख्तार अंसारी को बांदा जेल लाने के दौरान इटावा जनपद की सीमा में पड़ने वाले 60 किमी के नेशनल हाईवे आगरा-कानपुर को हाई अलर्ट पर रखा गया था। जनपद में आगरा की तरफ से मीठेपुर गांव से जसवंतनगर थाना क्षेत्र की सीमा शुरू हो जाती है, उसके बाद सिविल लाइन, फ्रेंड्स कॉलोनी, इकदिल, बकेवर थाना सीमा के अंतर्गत आते हैं। इन सीमाओं पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को मुख्तार अंसारी के काफिले की गाड़ियों को सुरक्षित निकालने के निर्देश शासन द्वारा जारी किए गए थे।
जेल के बाहर सख्त हुआ पुलिस का पहरा
घाटमपुर से यूपी पुलिस का काफिला जैसे ही हमीरपुर की ओर बढ़ा वैसे ही बांदा जेल के बाहर अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई थी। वहीं, बांदा जिले की पपरेंदा पुलिस चौकी के इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह, कांस्टेबल गजेंद्र सिंह व होमगार्ड शिवकुमार के साथ पपरेंदा हमीपुर मोड़ पर तैनात हो गए थे। बांदा जेल के मुख्य द्वार के बाहर तिंदवारी थानेदार जाकिर हुसैन व नरैनी कोतवाल सविता श्रीवास्तव मौजूद थे। इसके अलावा गेट के अंदर शहर कोतवाल जयश्याम शुक्ला फोर्स के साथ मौजूद थे।
यूपी में दर्ज हैं 52 मुकदमे
यूपी नंबर प्लेट की एंबुलेंस में मुख्तार अंसारी को पंजाब के मोहाली कोर्ट तक लाए जाने के मामले में भी यूपी के मऊ से पहली गिरफ्तारी भी हो गई है। उत्तर प्रदेश में मुख्तार पर अब तक 52 मुकदमे दर्ज हैं। उसके गैंग के 96 सदस्य गिरफ्तार हुए हैं और उसकी 192 करोड़ की ज्यादा की संपत्तियों को जब्त करने और गिराने की कार्रवाई भी हुई है। गाजीपुर के थाना मुहमदाबाद के हिस्ट्रीशीटर अपराधी मुख्तार अंसारी के विरुद्ध 15 मुकदमे विचाराधीन हैं, जिनमें अब अभियोजन तेज कराया जाएगा।
दर्जनों बार यूपी लाने की हुई कोशिश
माफिया मुख्तार को बांदा जेल से 21 जनवरी, 2019 को पंजाब के रोपड़ जिले की रूपनगर जेल में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद दर्जनों बार उसको उत्तर प्रदेश में चल रहे मामलों को लेकर वापस लाने का प्रयास किया गया, लेकिन हर बार तारीख मिलती रही। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद उसकी वापसी हुई है।
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