जेएनयू में भारत विरोधी कार्यक्रम के लिए देशद्रोह का मुकदमा झेल रहे भाकपा नेता कन्हैया कुमार को महाजोट के घटक एआईयूडीएफ के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार के लिए कछार जिले के सोनाई विधानसभा क्षेत्र से बुलावा आया। इस क्षेत्र में 68 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता होने के बाद भी गत चुनाव में भाजपा के मुस्लिम उमीदवार को जीत मिली थी। कन्हैया के तय कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें दिन की शुरुआत में सिल्चर स्थित पार्टी के जिला कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ आधे घंटे का मंथन करना था, किंतु यहां वे रुके मात्र पांच मिनट। यहाँ से निकलकर वे ऐतिहासिक ब्रह्म बाबा मंदिर पहुंचे। आसपास के चाय बागानों में काम करने वाले लोग जब म्यांमार से विस्थापित होकर इस इलाके में आए थे तो यह मंदिर स्थापित किया गया था। इससे यहां के बागान समुदाय व हिंदीभाषियों में इस मंदिर का विशेष स्थान है।
कन्हैया ने करीब आधे घंटे तक यहां पूजा-पाठ किया। पत्रकारों ने कन्हैया से पूछा कि क्या वे दैनिक जीवन में भी कभी पूजा-पाठ करते हैं, तो वे इतना कह कर किनारा कर गए, ह्यह्यमंदिर में राजनीति नहीं करनी चाहिए। लेकिन इतना कहने के बाद जब वे पहली जनसभा में शीलकुड़ी नाचघर पहुंचे तो वहां भी पास के दुर्गा मंदिर में गए, उसके बाद मंच पर पहुंचे। इस बीच एआईयूडीएफ प्रत्याशी करीम अहमद दोनों स्थान पर मंदिर के बाहर खड़े रहे। हालांकि वास्तविक चरित्र को छिपाना इतना आसान नहीं होता। जब वे इसी विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम-बहुल स्वाधीन बाजार इलाके में पहुंचे तो वहां नारे लगे, ह्यह्यहम लेकर रहेंगे आजादी …
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