अंकुर नरूला पंजाब ही नहीं, देशभर में ‘अंकुर नरूला मिनिस्ट्रीज’ के बैनर तले अपनी ईसाई गतिविधियां चला रहा है और बड़ी संख्या में लोगों को कन्वर्ट कर चुका है। वह जालंधर के गांव खाम्ब्रा में 2,000 करोड़ रु. की लागत से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा चर्च बनवा रहा है। इसके लिए वह दुनियाभर से चंदा उगाही कर रहा है। इसे उत्तर भारत का तेजी से बढ़ता चर्च माना जाता है। अंकुर ने 2008 में मात्र तीन लोगों के साथ चर्च शुरू किया था, लेकिन 2016 आते-आते वह प्रति सप्ताह 25,000 लोगों को ‘उपदेश’ देने लगा। माना जाता है कि अक्तूबर 2018 तक इस चर्च से वह 1,18,000 लोगों को जोड़ चुका था। बीमारियों को ठीक करने के भ्रामक दावे कर वह खासतौर से गुरदासपुर, मुकेरियां, माखू, चंडीगढ़, अमृतसर, भोगपुर, बटाला आदि में अपना साम्राज्य बढ़ा रहा है।
बलात्कार के आरोपी बिशप का कुछ नहीं बिगड़ा
गत वर्ष जालंधर में रह रहे केरल मूल के बिशप फ्रेंको मुलक्कल पर एक नन के साथ दुराचार करने का आरोप लगा। इसे लेकर केरल में खूब हंगामा हुआ। पुलिस ने फ्रेंको को गिरफ्तार भी कर लिया, लेकिन अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर वह जल्द ही जेल से बाहर आ गया और इस मामले से जुड़े एक अहम गवाह को जालंधर के एक चर्च में मृत पाया गया। इसे चर्च का प्रभाव ही कहा जाएगा कि पुलिस प्रशासन अभी तक इस पूर्व बिशप का बाल भी बांका नहीं कर पाया और बेचारी नन को केरल में तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Leave a Comment