भारत पड़ोसी देशों से रिश्ते बेहतर रखने को चाहे जितने प्रयास करे, वहां सक्रिय कट्टरपंथी जमातें हर दम ऐसे प्रयासों में पलीता लगाने को आमाद रहती हैं। इस क्रम में उन देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले बढ़ा दिए जाते हैं, ताकि परवान चढ़ते सौहार्दपूर्ण रिश्ते में खटास घोल दी जाए। इस क्रम में पड़ोसी देश बांग्लादेश में वहां के हिंदुओं पर हमला किया गया, जब इस महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और बांग्लादेश के रिश्ते को नए सिरे से मजबूत करने के लिए ढाका जाने वाले हैं।
भारत पड़ोसी देशों से रिश्ते बेहतर रखने को चाहे जितने प्रयास करे, वहां सक्रिय कट्टरपंथी जमातें हर दम ऐसे प्रयासों में पलीता लगाने को आमाद रहती हैं। इस क्रम में उन देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले बढ़ा दिए जाते हैं, ताकि परवान चढ़ते सौहार्दपूर्ण रिश्ते में खटास घोल दी जाए। इस क्रम में पड़ोसी देश बांग्लादेश में वहां के हिंदुओं पर हमला किया गया, जब इस महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और बांग्लादेश के रिश्ते को नए सिरे से मजबूत करने के लिए ढाका जाने वाले हैं। बांग्लादेश की मजहबी जमात ‘हिफाजत’ ऐसा नहीं चाहती और पीएम मोदी के बांग्लोदश दौरे को रद्द कराने के लिए निरंतर विरोध प्रदर्शन कर रही है। अपने विरोध-प्रदर्शन का असर नहीं होता देख जमात ने एक सोशल मीडिया संदेश को बहाना बनाकर सुनामगंज के दो स्थानों नौगांव एवं सल्ला में हिंदुओं पर हमला कर दिया। इस दौरान पांच मंदिर एवं बड़ी संख्या में घरों में आग लगा दी गई। हिंदुओं के साथ मार-पिटाई के अलावा लूट-पाट की घटना को भी अंजााम दिया गया। इस घटना पर कट्टरपंथियों की वजह से निर्वासित जीवन जी रही बांग्लादेश की लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ट्विट कर चिंता प्रकट की है। उन्होंने एक तस्वीर साझा कर व्ययंगात्मक लहजे में लिखा है-‘‘साॅलिडरिटी इस्लाम।’’
दरअसल, पूरा मामला यूं है कि 25-26 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश दौरे पर जाने वाले हैं। उनके दौरे का कट्टरपंथी जमात ‘हिफाजत’ विरोध कर रही है। इसके लिए विरोध स्वरूप निकाली जा रही रैलियों में पीएम मोदी के साथ हिंदुओं और हिंदू देवी-देवताओं के बारे में भी अपशब्द कहे जा रहे हैं। बताते हैं कि इससे परेशान हो कर एक हिंदू युवक झुमन दास ने गत दिनों सोशल मीडिया पर ‘हिफाजत’ के कट्टरपंथी नेता मामुनुल हक के विचारों के बारे में कुछ बातें लिख दीं। उसका बहाना बनाकर कट्टरपंथी जमातों ने 17 मार्च को सुबह सल्ला एवं नौगांव में हिंदुओं की एक बड़ी आबादी पर हमला कर दिया। सोशल मीडिया के मुताबिक, सल्ला में सैकड़ों कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के करीब 450 घरों में आग लगा दी, जबकि नौ गांव में पांच मंदिरों एवं हिंदुओं के 40 घरों को निशाना बनाया गया। मकानों में आग लगा दी गई। इस घटना पर जबर्दस्त प्रतिक्रिया हुई है। भारत-बांग्लादेश के रिश्ते को पटरी से उतारने वालों की आलोचना हो रही है।
हालांकि, बांग्लादेश के हिंदुओं पर हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। वहां सक्रिय कट्टरपंथी जमातें बिल्कुल ही नहीं चाहतीं कि दोनों पड़ोसी मुल्कों के रिश्ते प्रगाढ़ बने रहें। इसके लिए कभी हिंदुओं को प्रताड़ित किया जाता है तो कभी भारत के मुसलमानों से जुड़ी किसी घटना को आधार बनाकर बांग्लादेश में भारत विरोधी प्रचार किए जाते हैं।
पिछले वर्ष भी दिसंबर के महीने में अफवाह फैलाकर बांग्लादेश के हिंदुओं पर हमला किया गया था। बांग्लादेश के कुमिल्ला शहर में इस्लाम के खिलाफ एक कथित फेसबुक पोस्ट के जरिए फैलाई गई अफवाह के चलते हिंदुओं के 10 से अधिक घर जला दिए गए थे। यह हमला मुरादनगर इलाके में हुआ। बाद में बांगरा पुलिस ने मजहबी भावनाओं को आहत करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। तीन घरों में आगजनी भी की गई थी।
हाल में दर्ज हिंदुओं पर हमले की घटनाएं
पाकिस्तान की तरह बांग्लादेश में भी हिंदुओं पर अत्याचार तेज हो गए हैं। इसका खुलासा बांग्लादेश के द वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन चैप्टर के एक प्रेस नोट से हुआ है। इसमें हाल की उन 30 घटनाओं का उल्लेख किया गया है, जब इस्लामी भीड़ ने हिंदुओं को निशाना बनाया। इस सूची में मंदिर विध्वंस, कन्वर्जन, बलात्कार और हिंदू लड़कियों के अपहरण के अलावा 4 से ज्यादा ऐसे मामले हैं, जब बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या हुई। 12 मामले लूटपाट और जमीन हड़पने के हैं।
— बांग्लादेश स्थित गोपालगंज के लखीरपारा गांव में लगभग 50 स्थानीय कट्टरपंथियों ने अनंत विश्वास के घर पर हमला किया। एक छोटे से पेड़ की शाखा को तोड़ने के आरोप में। उनके परिवार के सदस्यों को देश न छोड़ने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और परिवार के लोगो को गंभीर रूप से घायल किया।
— उपजिला के चेयरमैन एमए मोईद फारूक के नेतृत्व में कुछ जिहादियों ने मौलवीबाजार जिला के जुरी थाने के अंतर्गत आने वाले अमेट गांव में दीनबंधु सेन के मुर्गीपालन फार्म पर हमला किया और नुकसान पहुंचाया।
— एक अन्य मामले में हिंदू लड़के रोनी सत्यार्थी को इस्लाम व पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक पोस्ट लिखने के झूठे आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच कई उपद्रवियों ने रोनी के घर में लूटपाट कर हमला किया। साथ ही उस पर घर छोड़कर जाने का भी दबाव बनाया गया।
— डॉ. काजल कुमार भौमिक पर घर लौटते हुए स्थानीय मार्केट कोमिला में आतंकियों ने हमला किया। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए और कोमिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया।
— बांग्लादेश पुलिस ने इस्लाम का अपमान करने के आरोप में हबीगंज के बनियाचांग उपजिला के राजकुमार सरकार के बेटे संजय सरकार को गिरफ्तार करके प्रताड़ित किया।
— पुलिस ने ढाका के नवाबगंज उपजिला में मजहबी भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में हिंदू युवक राकेश चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया।
— कुछ जिहादियों ने एक हिन्दू युवक कार्तिक को मारने के लिए उसके घर पर पीछे के रास्ते से धारदार हथियारों से हमला किया। हालांकि, घटना को अंजाम देने से पहले कार्तिक के घर वाले जाग गए और उन्होंने शोर मचा दिया। जिससे सभी उन्मादी भाग गए।
— कुछ स्थानीय उन्मादियों ने चितरंजन के घर पर कब्जा करके वहां नई इमारत खड़ी करने के लिए हमला किया। इस हमले में चितरंजन, उनकी दो बेटी पिंकी देवी और काली देवी बुरी तरह घायल हो गई। बाद में उन्हें सीता कुंदा सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
— कालीदास के बेटे रविदास को कुछ स्थानीय बदमाशों ने मारा। बाद में रात के समय उसके घर को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा घर की महिलाओं को भी परेशान किया।
—जमीन माफिया मिंटू मियां और उसके गुंडों ने 10 हिंदू परिवारों पर नरैल जिले के कालिया उपजिले में हमला किया। इस घटना में पीड़ितों के घर तोड़े गए, पेड़ों को काटा गया और उन्हें देश छोड़ने की धमकी दी गई।
— रुबेल मियां ने अपने साथियों के साथ ब्राह्मणबारिया के नासिरनगर के नाथपारा गांव में रंजीत देबनाथ के घर पर हमला किया। इस घटना में रंजीत और उनका परिवार बुरी तरह घायल हो गए। बाद में उन्होंने घर में घुसकर लूटपाट की और सोने-चांदी के गहने और लाखों रुपए ले उड़े।
— सुनामगंज जिले में छतक नगर पालिका में फेसबुक पर टिप्पणी को लेकर कटृटरपंथियों ने हिंदू परिवारों को निशाना बनाया। साथ ही उनके घरों और मंदिरों पर भी हमला बोला। इस भीषण हमले में कम से कम 10 हिंदू घायल हो गए।
— कुरीग्राम जिले स्थित फूलबाड़ी तेनोडंगा के एक गांव में स्थानीय मुसलमानों ने हिंदुओं की संपत्ति हड़पने के इरादे से उन पर हमला किया। कम से कम 10 हिंदू घायल हो गए। इसके बाद उनके घरों में तोड़फोड़ की गई।
— मौलवीबाजार जिले स्थित कमलगंज में एक लड़की संचिता शब्दाकार ने लगातार एक मजहबी युवक द्वारा अपहरण और यौन शोषण से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में आरोपित की पहचान मधु मियां के रूप में हुई थी। जिसपर आरोप था कि उसने निकाह के लिए पीड़िता को धमकाया, उसका अपहरण किया और यौन शोषण किया। इसके बाद भी मियाँ ने लड़की के पिता को भी धमकाया और जान से मारने की धमकी दी।
—भोला जिले में ईशनिंदा की अफवाह फैलाकर स्थानीय संघ के अध्यक्ष और उनके गुंडों ने लगभग 20 अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमला किया। इस दौरान पुलिस चुपचाप देखती रही।
— पटुआखली जिले के कालापारा में एक बदमाश सुल्तान और उसके गुंडों ने अल्पसंख्यक हिंदू परिवार की जमीन हड़पने के लिए उन पर हमला कर दिया। इसमें 3 हिंदू महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं।
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