हरिद्वार कुम्भ में शिवरात्रि के अवसर पर पहला शाही स्नान हुआ। अखाड़ों के हज़ारों संतों ने बारी—बारी से हरकी पैड़ी पर गंगा में डुबकी लगाई। किन्नर अखाड़े ने भी कुम्भ में स्नान किया। इस दौरान कुम्भ में स्नान करने आये साधु—संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। एक दिन पहले उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले तीर्थ सिंह रावत ने भी इस अवसर पर संतों का स्वागत कर उनसे आशीर्वाद लिया।
गौरतलब है कि उत्तराखण्ड की त्रिवेन्द्र सरकार ने कुंभ की दृष्टि से अप्रैल महीने में चार शाही स्नान की अनुमति दी थी और श्रद्धालुओं के आने पर कई तरह की अनुमति पत्र लेने के नियम बनाए थे, लेकिन तीर्थ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद संभालते ही सारी पाबन्दियां हटा लीं और कहा कि कोई रोक टोक न की जाए।
बता दें कि शिवरात्रि स्नान कुम्भ स्नान के रूप में मान्यता जरूर दी गयी है, परंतु इसमें अखाड़े के साधु—संतों को तो स्नान की अनुमति दी गयी जबकि आम श्रद्धालुओं को अप्रैल माह के स्नान के लिए गाइड लाइन्स जारी की गई है। कुम्भ यात्री कुम्भ पोर्टल में ही पंजीकरण करवाकर शाही स्नान के लिए आ सकेंगे।
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