मलेशिया में अब ईसाई भी बोलेंगे अल्लाह
May 22, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

मलेशिया में अब ईसाई भी बोलेंगे अल्लाह

by WEB DESK
Mar 12, 2021, 12:00 am IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

करीब 60 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले राष्ट्र मलेशिया में अब गैर-मुस्लिम यानी ईसाई भी ईश्वर के लिए अल्लाह के इस्तेमाल कर सकेंगे। यह निर्णय वहां की की एक अदालत ने दिया है। कहा जा रहा है कि अदालत का यह फैसला मुस्लिम बहुल मलेशिया में धार्मिक स्वतंत्रता के विभाजनकारी मुद्दे पर अंकुश लगाने के लिए किया गया है, जिस पर करीब 35 सालों से प्रतिबंध लगा हुआ था। अल्लाह शब्द के इस्तेमाल को सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए आरक्षित रखने के वहां की सरकार के फैसले को ईसाई समुदायों ने अदालत में चुनौती दी थी।
मामले पर बुधवार को सुनवाई करते हुए मलेशिया की एक शीर्ष अदालत ने अल्लाह को मुस्लिमों के लिए सीमित रखने को असंवैधानिक करार दिया और ईसाई प्रकाशनों द्वारा अल्लाह और अरबी भाषा के तीन अन्य शब्दों के इस्तेमाल लगी रोक को खत्म कर दिया है, जिससे अब गैर-मुस्लिम भी ईश्वर को संबोधित करने के लिए अल्लाह शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह मलेशिया में अनूठा मामला है और अन्य मुस्लिम बहुल देशों में ऐसा कुछ नहीं है जहां पर अच्छी-खासी संख्या में ईसाई अल्पसंख्यक रहते हैं। मलेशिया में करीब 20 फीसदी ईसाई आबादी है, जबकि बौद्ध करीब 10 फीसदी और हिंदू 6.3 फीसदी है।
हालांकि इस मुद्दे पर मलेशियाई सरकारों ने दलील देते हुए पहले कहा था कि अल्लाह शब्द का इस्तेमाल सिर्फ मुसलमान करेंगे, ताकि भ्रम की उस स्थिति से बचा जा सके जो उन्हें अन्य धर्मों में धर्मांतरित कर सकती है। मामले पर मलेशिया के ईसाई नेताओं ने कहा कि अल्लाह शब्द के इस्तेमाल पर रोक स्वाभाविक है, क्योंकि माले भाषी ईसाई आबादी लंबे वक्त से बाइबल, प्रार्थनाओं और गीतों में ईश्वर को संबोधित करने के लिए अल्लाह शब्द का इस्तेमाल करती रही है जो अरबी भाषा से आया है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

रामनगर : जंगल में चला धामी सरकार का बुलडोजर, 22 हेक्टेयर वन भूमि अतिक्रमण मुक्त

केरल यूनिवर्सिटी बिल पर बवाल : शिक्षकों की अभिव्यक्ति पर रोक..?

Operation sindoor

अधर्म के ऊपर धर्म की विजय का प्रतीक है ‘ऑपरेशन सिंदूर’

पहलगाम आतंकी हमले के 30 दिन और भारत की निर्णायक कार्रवाई, जानिए पूरा विश्लेषण…

शौर्य यात्रा : ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर ओडिशा में महिलाओं ने निकली भव्य यात्रा

उत्तराखंड : हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

रामनगर : जंगल में चला धामी सरकार का बुलडोजर, 22 हेक्टेयर वन भूमि अतिक्रमण मुक्त

केरल यूनिवर्सिटी बिल पर बवाल : शिक्षकों की अभिव्यक्ति पर रोक..?

Operation sindoor

अधर्म के ऊपर धर्म की विजय का प्रतीक है ‘ऑपरेशन सिंदूर’

पहलगाम आतंकी हमले के 30 दिन और भारत की निर्णायक कार्रवाई, जानिए पूरा विश्लेषण…

शौर्य यात्रा : ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर ओडिशा में महिलाओं ने निकली भव्य यात्रा

उत्तराखंड : हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना

‘गजवा ए हिन्द’ का प्लान और 600 नंबर : पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद तुफैल वाराणसी से गिरफ्तार, शैतानी मंशा उजागर

पाकिस्तान : 100 साल पुराने शिव मंदिर पर कब्जा, हिन्दुओं ने वीडियो जारी कर लगाई गुहार

छेड़छाड़ और यौन शोषण : हिन्दू लड़कियों के अश्लील वीडियो बरामद, शूटिंग कोच मोहसिन गिरफ्तार

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

दुश्मनों ने देखा जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है, पाकिस्तान से सिर्फ पीओजेके पर ही बात होगी: पीएम मोदी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies