कोरोनाकाल की वजह से बीते वर्ष करीब 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठा चुकी है हिंदी फिल्म इंडस्ट्री यानी बॉलीवुड महामारी के दोहरे हमले के लिए कितना तैयार है। यह सवाल इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र सरकार बढ़ते कोरोना मामले के बीच दोबारा लॉकडाउन के लिए मंथन में जुटी है। अगर ऐसा हुआ तो रिलीज के लिए तैयार बड़ी फिल्मों के कलेक्शन की उम्मीद करना बेमानी होगा। फिल्मों की रिलीज और उन पर मंडराते कोरोना के प्रकोप पर विशाल ठाकुर की एक रिपोर्ट।
खासतौर से मुंबई और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में बीते दो सप्ताह के दौरान कोरोना के मामलों में आई तेजी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर आफत कह सकते हैं। यहां बीते मंगलवार को एक ही दिन में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार को छूता दिखा तो वहीं 56 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
इसके अलावा केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इन तमाम राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में रात का कर्फ्यू भी लगाए जाने की बात सामने आयी है तथा कई स्थानों में ऐेतिआत के तौर पर फिर से स्कूल-कॉलेज बंद करने की बात भी कही जा रही है।
कोरोना के मामलों का फिर से बढ़ना निश्चित रूप से फिल्म उद्योग पर किसी काले साये से कम नहीं है। इससे न केवल फिल्मों की शूटिंग और प्रोडक्शन कार्यों पर बुरा असर पड़ेगा, बल्कि फिल्मों की रिलीज को भी इसका दंश झेलना पड़ सकता है।
करीब तीन सप्ताह पहले जब रूही फिल्म की रिलीज की नई तारीख की घोषणा की गई थी तब मुंबई और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों के साथ-साथ देश के बाकी राज्यों में भी कोरोना के मामलों में काफी गिरावट देखी जा रही थी, क्योंकि कोविड वैक्सीन का कार्य भी शुरू हो चुका था। लेकिन फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और एक बार फिर फिल्म निर्माताओ को डर सता रहा है कि अगर मुंबई सर्किट में स्थिति सामान्य नहीं हो पाई तो उनकी फिल्मों का क्या होगा?
यही वजह है कि खासतौर से हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री की चिंताएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। इस बीच कई बड़े निर्माता-निर्देशकों ने अपनी आने वाली फिल्मों की रिलीज की घोषणा की है, जिनमें दीपावली पर आने वाली फिल्में भी शामिल हैं। इनमें अक्षय कुमार की बैलबाटम, बच्चन पांडे और सूर्यवंशी, जान अब्राहम और इमरान हाशमी की मुंबई सागा, सैफ अली खान की बंटी और बबली 2, रनवीर सिंह की 83 सहित तमाम फिल्में हैं। ये वो फिल्में हैं, जिनके निर्माता बीते एक साल से रिलीज की बाट जोह रहे हैं और अब तारीखों की घोषणा के बाद फिर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि यशराज की नई फिल्मों की तारीख की घोषणा के बाद कई अन्य फिल्मकार और निर्माता भी उत्साहित हुए हैं। इस बैनर की पहली फिल्म 19 मार्च को दिबाकर बैनर्जी निर्देशित और अर्जुन कपूर एवं परिणिती चोपड़ा अभिनीत फिल्म संदीप और पिंकी फरार रिलीज होगी। रोचक तथ्य है कि यह फिल्म ठीक एक वर्ष पहले इसी दिन रिलीज होनी थी, लेकिन 20 मार्च को लॉकडाउन से इसकी रिलीज टल गयी थी। अप्रैल में सैफ अली खान और रानी मुखर्जी की बंटी और बबली 2, जून में रणबीर कपूर की शमशेरा, अगस्त में रणवीर सिंह की जयेशभाई जोरदार और दीपावली पर अक्षय कुमार की मेगा बजट फिल्म पृथ्वीराज की रिलीज लाइन अप है, जिसका निर्देशन डा. चंद्रप्रकाश द्विवेदी कर रहे हैं।
भले ही यशराज ने बेशक हिम्मत दिखाई हो, लेकिन सच यह है कि अब भी इंडस्ट्री के कई दिग्गज खुलकर अपनी फिल्मों की रिलीज डेट्स की घोषणा से बच रहे थे। सभी को माहौल सामान्य होने तथा सिनेमाघरों में 100 फीसदी दर्शकों के प्रवेश के नियम लागू होने का इंतजार था। ऐसा होता भी दिखा, लेकिन कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे, जिससे बहुतेरे फिल्मकार फिर से हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने दिलेरी दिखाते हुए तगड़ा मुनाफा कमा लिया। गत 13 जनवरी को रिलीज हुई सुपरस्टार विजय की तमिल फिल्म ‘मास्टर’ करीब 250 करोड़ बटोर चुकी है। गत 9 जनवरी को रिलीज हुई रवि तेजा अभिनीत फिल्म ‘क्रैक’ 60 करोड़ रुपये कमाए हैं, जबकि रोहित शेट्टी निर्देशित अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशी के निर्माता फिल्म की रिलीज को लेकर अभी भी असमंजस में हैं।
बीते कुछ दिनों में मुंबई और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने से फिल्म इंडस्ट्री पर संकट और गहराने लगी है, क्योंकि न केवल फिल्म निर्माण के लिहाज से मुंबई महत्वपूर्ण है बल्कि फिल्म वितरण और प्रदर्शन के लिहाज से भी मुंबई सर्किट (टैरिटरी) काफी अहम माना जाता है। बाक्स आफिस के कुल कलेक्शन का करीब 30 से 35 फीसदी इसी टैरेटरी से आता है। इसलिए सूर्यवंशी, 83, राधे, बैलबाटम और मैदान जैसी फिल्मों की रिलीज के लिए इस सर्किट के सामान्य होने का इंतजार तो करना ही पड़ेगा।
बता दें कि अजय देवगन की फिल्म तानाजीः दि अनसंग वारियर ( 251 करोड़ रु), आमिर खान की पीके ( 340 करोड़ रु) और दंगल ( 387 करोड़ रु), रणबीर कपूर की संजू (321 करोड़ रु), सलमान खान की टाइगर जिंदा है (434 करोड़ रु), सुल्तान (421 करोड़ रु) और बजरंगी भाईजान (444 करोड़ रु) जैसी फिल्मों की करीब 50 फीसदी कलेक्शन (लगभग 1300 करोड़ रुपये) भी इसी टैरेटरी से दर्ज किया गया था। इसके अलावा यह सर्किट मराठी फिल्मों के साथ-साथ साउथ की फिल्मों एवं हालीवुड फिल्मों से होने वाले कुल कलेेक्शन में भी अच्छा-खासा योगदान दर्ज करता है। इस लिहाज से वितरकों, फिल्मकारों, निर्माताओं और प्रर्दशकों आदि के लिए इस सर्किट का खुलना या सामान्य बने रहना बेहद जरूरी है।
माना जा रहा है कि अगर आने वाले दिनों में फिल्मों के लिहाज से हालात सामान्य नहीं हुए तो कई बहुचर्चित फिल्मों पर गाज गिर सकती है। इनमें फिल्म मुंबई सागा, संदीप एवं पिंकी फरार,साइना, बंटी और बबली 2, थलाईवी, चेहरे, राधे, बैलबाटम, सत्यमेव जयते, फिल्म 83, गंगूबाई काठियावाड़ी सरीखी फिल्मों की रिलीज पर भी असर पड़ सकता है।
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