|
पाकिस्तान में इमरान खान के तीसरे निकाह के बाद सियासतदानों समेत अवाम में आक्रोश व्याप्त है। इसके चलते राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर निरंतर हो रहे हमले और आलोचना का पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को भी एहसास हो चला है कि पार्टी प्रमुख की यह हरकत आम चुनावों में भारी पड़ सकती है। इसलिए उसकी ओर से ‘डैमेज कंट्रोल’ शुरू हो गया है
ल्ल मलिक असगर हाशमी
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मुल्क के मुख्य सियासी दलों में एक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान 66 वर्ष की उम्र में पांच बच्चों की मां 55 वर्षीया मजहबी तालीम देने वाली बुशरा वाट्ढू से निकाह की ‘हैट्रिक’ लगाकर विवादों में घिर गए हैं। चुनाव करीब होने के कारण जब पाकिस्तान को आतंकवाद, गरीबी जैसी गंभीर समस्याओं से उबारने के लिए सपने बुनने का वक्त है तो उन्होंने तीसरा निकाह कर पाकिस्तान के सियासतदानों को एक वाहियात मुद्दे पर माथा-पच्ची करने में व्यस्त कर दिया है। इमरान ने बुशरा से जिस रहस्यमय तरीके से विवाह रचाया, शरई ऐतबार से वह कितना सही है? इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बहाने इमरान की राजनीतिक, सामाजिक एवं आधुनिक सोच-समझ को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है। इस वर्ष 15 जुलाई को पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं। ऐसे में इमरान खान की पीटीआई को घेरने के लिए विपक्षी दलों को यह एक बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है। पाकिस्तान के प्रांतीय सदनों से लेकर सड़कों पर उनकी तीसरी शादी की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पंजाब विधानसभा में इमरान खान को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में इस कदर गदर मचा कि 50 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अन्य दलों के सदस्यों ने पीटीआई यानी इमरान की पार्टी के सदस्यों पर यह कहकर हमला बोल दिया कि,‘‘इस दल के तमाम सदस्यों को अपने अध्यक्ष का अनुकरण करते हुए तीन निकाह कर लेने चाहिए।’’ इस पर पीटीआई की महिला सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
दरअसल, शादी किसी का व्यक्तिगत मसला होता है कि वह किससे करे और किस से नहीं। इस्लाम के नजरिए से मुसलमानों को चार शादी की इजाजत है। मगर इसके लिए शरीयत के नियमों का पालन आवश्यक है। सियासतदानों और पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इमरान का तीसरा निकाह जायज नहीं है। इमरान खान की दूसरी पत्नी रेहम खान के पाकिस्तानी मीडिया में आए बयान में कहा गया है कि पाक की रूहानी शख्सियत मानी जाने वाली बुशरा वाट्ढू और इमरान के बीच शादी से पहले लंबे समय तक ‘नाजायज ताल्लुकात’ रहे हैं। रेहम और इमरान का वैवाहिक जीवन मात्र दस महीने का रहा। इस ब्रिटिश पत्रकार की 2015 में इमरान से शादी हुई थी। इमरान का पहला निकाह 1995 में एक ब्रिटिश नागरिक जेमीमा स्मिथ से हुआ था। जेमीमा और इमरान के बीच 2004 तक वैवाहिक रिश्ता रहा। इनसे दो लड़के कासिम और सुलेमान के अलावा एक लड़की भी है, तीनों लंदन में रहते हैं।
इमरान खान की दूसरी पत्नी रेहम खान ने ब्रिटिश अखबार ‘दा टाइम्स’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि शादी के बाद ही उसे एहसास हो गया था कि इमरान और बुशरा में संबंध हैं। वे दोनों एक चुनाव के दौरान करीब आए थे। इसके बाद ग्रह-नक्षत्रों की चाल जानने के बहाने एक-दूसरे के करीब आते गए। बुशरा, इमरान को मजहबी तालीम भी देती हैं। उनके पहले पति एक सीमा शुल्क अधिकारी हैं। रेहम और विपक्षी दलों का आरोप है कि इमरान खान ने बुशरा के पति पर दबाव डालकर उनसे तलाक दिलवाया ताकि वे एक-दूसरे के साथ निकाह पढ़ सकें। पाकिस्तान का बड़ा मीडिया घराना जीओ और रेहम खान ने यह तथ्य उजागर किया है कि बुशरा और इमरान ने इस वर्ष एक जनवरी को ही निकाह कर लिया था, पर दो महीने तक इसे छिपाए रखा। पीटीआई की ओर से 19 फरवरी को लाहौर से मीडिया को कुछ तस्वीरें जारी की गईं, जिसमें बताया गया कि इमरान और बुशरा ने निकाह कर लिया है। इनका निकाह मुफ्ती सईद ने पढ़वाया और इसमें इमरान के दो दोस्त और बुशरा के कुछ रिश्तेदार शामिल हुए।
निकाह को लेकर विपक्षी दल इमरान खान पर हमलावर हैं। पाकिस्तान में इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ धरना-प्रदर्शन के लिए पहचानी जाती है। इमरान खान का दावा है कि पनामा लीक्स में फंसे मियां नवाज शरीफ को पीटीआई के आंदोलनों के कारण ही प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी। 21 फरवरी को पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक फैसले में शरीफ को उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नून के अध्यक्ष पद के लिए भी अयोग्य घोषित कर दिया।
वैसे, भ्रष्टाचार, बेकारी, पिछड़ापन को लेकर पीटीआई के धुआंधार आंदोलनों के चलते पाकिस्तान का एक वर्ग इमरान खान का कायल भी है। 342 सीटों वाली नेशनल एसेंबली में पीपीपी के बाद पीटीआई दूसरी बड़ी विपक्षी पार्टी है। इमरान खान की बढ़ती लोकप्रियता से उनके समर्थकों को लगने लगा है कि पाक के अगले प्रधानमंत्री इमरान ही होंगे। आम चुनाव में पीटीआई सरकार बनाने लायक 172 सीटें ले आएगी। मगर इमरान के तीसरे निकाह ने उसका खेल बिगाड़ दिया लगता है। इस पर पाकिस्तान के अवाम की तीखी प्रतिक्रिया है। पाक की एक बड़ी आबादी आज भी यह चाहती है कि इमरान अपनी पहली पत्नी जेमीमा को फिर अपना लें। इमरान जब सियासी मैदान में नौसिखिया थे तो जेमीमा ने उनका भरपूर साथ दिया था, जिसे पाकिस्तानी आज भी नहीं भूल पाए हैं। जेमीमा भी एक बार कह चुकी हैं कि उन्हें ट्वीट करने वाला हर पांच में से एक पाकिस्तानी यह अवश्य पूछता है कि क्या वे और इमरान दोबारा इकट्ठे रह सकते हैं? ऐसे सवाल पूछने वालों को बुशरा और इमरान के निकाह से ठेस पहुंची है। वे सोशल मीडिया पर लगातार लिख रहे हैैं। ट्विटर पर अदनान इदरीस ने लिखा है,‘‘थू है ऐसे लीडरों पर।’’अरशद लिखते हैं,‘‘मुबारक कप्तान साहब। आपकी तीसरी हो गई, हमारी पहली ही करवा देते।’’
पाकिस्तान के गृह मंत्री तलाल चौधरी इस निकाह पर व्यंग्यात्मक लहजे में कहते हैं,‘‘इमरान दुनिया के इकलौते शख्स हैं जो अच्छा काम भी बुरे तरीके से करते हैं। मियां नवाज शरीफ जब चौथी बार प्रधानमंत्री की शेरवानी पहनने की तैयारी में हैं तो इमरान शादी की शेरवानी पहन रहे हैं।’’तीसरा निकाह सियासत में रोड़ा?
क्या तीसरा निकाह कर कोई अपने देश का प्रधानमंत्री बन सकता है? यह सवाल भले अटपटा लगे, पर पाकिस्तान के भविष्यवक्ता इमरान खान और बुशरा वाट्ढू की शादी को लेकर कुछ इसी तरह के दावे कर रहे हैं। पाकिस्तान की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता सामिया खान के दावों पर यकीन करें तो तीसरे निकाह के बाद इमरान के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। एक पाकिस्तानी समाचार चैनल में उन्होंने 19 सितंबर, 2016 को इमरान की तीसरी शादी और उसके बाद उनके प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ होने की भविष्यवाणी की थी, जो अब सच साबित हो रही है। एक सच हो चुकी है और 15 जुलाई के बाद दूसरी भी बात सच होगी? यह आने वाला समय बताएगा।
(लेख पायनियर के हरियाणा संस्करण के संपादक हैं)
टिप्पणियाँ