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पिछले दिनों दिल्ली के राजवंश गार्डन, लामपुर में वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा संचालित शहीद जादोनांग छात्रावास का वार्षिक उत्सव संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गृहराज्य मंत्री श्री हंसराज अहीर और मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री योगेस बापट उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध उद्योगपति श्री राजीव ने की। -प्रतिनिधि
विद्या भारती का दो दिवसीय ज्ञान-विज्ञान मेला संपन्न
विद्या भारती के विद्यालयों का दो दिवसीय विज्ञान मेला नई दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित सनातन धर्म सरस्वती बाल मंदिर विद्यालय में संपन्न हुआ। विज्ञान मेले में उत्तर भारत के पांच राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा तथा दिल्ली के 600 प्रतिभागी विद्यार्थियों ने विज्ञान प्रतियोगिताओं में भाग लिया। मेले का उद्घाटन विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के महामंत्री श्री सुरेश अत्री ने किया। इस दौरान छात्रों ने गंदे पानी को साफ करने की मशीन, कम्प्यूटर का इतिहास, कोयले का संरक्षण करने का वैज्ञानिक उपाय एवं दैनिक जीवन में रासायनिक चक्र को विभिन्न तरीकों से दर्शाया। इन प्रतियोगिताओं में पंजाब ने प्रथम, दिल्ली ने द्वितीय व हरियाणा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। -(इंविसंकें, नई दिल्ली)
नारी उत्थान के लिए लगाया सारा जीवन
सेवा भारती, मातृमण्डल मेरठ महानगर द्वारा गत दिनों भगिनी निवेदिता जयन्ती पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ. वेदप्रभा त्यागी उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि भगिनी निवेदिता का जन्म पश्चिम में हुआ। लेकिन स्वामी विवेकानन्द की दिव्यता से प्रभावित होकर उस पुण्यात्मा ने भारत में नारी उत्थान के लिये अपना सारा जीवन लगाया और विभिन्न सेवा कार्यों तथा कन्याओं की शिक्षा पर जोर दिया। तो वहीं स्वतंत्रता संग्राम में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नीलिमा गुप्ता एवं समारोह की अध्यक्षा आर.जी. इण्टर कॉलेज की प्रधानाचार्या रजनी रानी शंखधर ने भी भगिनी निवेदिता के जीवन पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन मातृमण्डल की प्रान्तीय अध्यक्षा श्रीमती मीनाक्षी कौशल ने किया। -(विसंकें, मेरठ)
रक्तदान को मनाया महोत्सव के रूप में
नई दिल्ली के हरिनगर स्थित महाशय चुन्नीलाल सरस्वती बाल मंदिर विद्यालय में 12 नवंबर को रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। शिविर की सबसे बड़ी विशेषता थी कि इसे महोत्सव के रूप में मनाया गया। इसलिए एक तरफ जहां रक्तदान हुआ, वहीं दूसरी ओर अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ प्रतियोगिताएं भी हुईं। विद्यालय के प्राचार्य कुलदीप चौहान ने बताया कि शिविर में 350 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया और विभिन्न कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं में 1,300 छात्रों ने हिस्सा लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रों ने अपनी प्रतिभा से दर्शकों को चकित कर दिया। गायन, नृत्य जैसी प्रतियोगिताओं में छोटे-छोटे बच्चों ने ऐसी प्रस्तुति दी कि लोग देर शाम तक जमे रहे। लोगों में स्वदेशी वस्तुओं के प्रति लगाव पैदा करने के लिए 'स्वदेशी हाट' का भी प्रदर्शन किया गया। जहां स्वदेशी व्यंजन, स्वदेशी दवाई आदि की अनेक दुकानें थीं।
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