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रमेश चंद्र गुप्ता व्यवसाय के साथ-साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। चिकित्सा और शिक्षा के दीपक को निरंतर जलाए रखने के लिए वे तेल और बाती का इंतजाम कर हजारों लोगों के जीवन में उजियारा करने में जुटे हैं
नाम : रमेश चंद्र गुप्ता (59 वर्ष)
कार्य : सरिया निर्माण उद्योग
प्रेरणा : जीवन का संघर्ष
अविस्मरणीय क्षण : अभावग्रस्त लोगों की तकलीफें देखकर जब हुई वेदना
50,00,000 रु. खर्च किए गांव के स्कूल के लिए
पैसे का सही उपयोग भोग में नहीं, बल्कि समाज सेवा में है
संजीव कुमार
बिहार के जाने-माने व्यवसायी और कामधेनु टीएमटी सरिया के मालिक रमेश चंद्र गुप्ता स्वास्थ्य, शिक्षा और धार्मिक क्षेत्र में काफी सक्रिय रहते हैं। उनके प्रयास से पटना के सैदपुर में एक अस्पताल चलता है, जिसमें किसी तरह की जांच के लिए मरीजों को 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है। उनकी देखरेख में मारवाड़ी हेल्थ सोसाइटी भी चलती है। यह सोसाइटी प्रत्येक गुरुवार को मुफ्त में आंखों की जांच करवाती है और आवश्यकता पड़ने पर आॅपरेशन भी।
अपने दोस्तों और शुभचिंतकों के सहयोग से उन्होंने 400 वर्ष पुराने जल्ला हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया है। इस जीर्णोद्धार कार्य में तीन करोड़ रुपए खर्च हुए थे। उन्होंने अपने गांव सतारपुर में बालिका विद्यालय को गोद लिया है। इस विद्यालय को सुचारु रूप से चलाने के लिए उन्होंने 50,00,000 रुपए खर्च किए हैं। उन्होंने गांव में एक गोशाला शुरू की है, जहां दूध नहीं देने वाली 800 गायें हैं। पांच गायों से शुरू की गई इस गोशाला में 30 विकलांग गायें भी हैं।
अपने दोस्तों और शुभचिंतकों के सहयोग से उन्होंने 400 वर्ष पुराने जल्ला हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया है। इस कार्य में तीन करोड़ रुपए खर्च हुए
गुप्ता मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के तातारपुर गांव के रहने वाले हैं। सितंबर, 1973 में उन्होंने बिहार को अपना कर्मक्षेत्र बनाया था। तीन वर्ष तक अपने मामा वसंतलाल गोयल के यहां व्यवसाय के हुनर सीखे। उसके बाद अपने छोटे मामा मातादीन के यहां 1976 से नौकरी करने लगे। लेकिन अपने व्यवसाय का सपना संजोने वाले रमेश का नौकरी में मन नहीं लगा। 1979 में 11,000 रु. की पूंजी से डीजल इंजन स्पेयर पाटर््स का व्यवसाय शुरू किया। 1994 में शिवा पाइप्स की स्थापना और 1997 में दादीजी स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत की। 2002 से कामधेनु टीमएटी सरिया का उत्पादन प्रारंभ हुआ।
इस समय उनका सालाना कारोबार 200 करोड़ रुपए से अधिक का है।
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