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गत दिनों जालंधर के लाडोवाली रोड स्थित सर्वहितकारी विद्या मंदिर में ब्रिगेडियर स्व़ जगदीश गगनेजा की पहली बरसी पर हवन- यज्ञ एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय अधिकारी, सामाजिक संगठनों के प्रमुख कार्यकर्ता एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए प्रांत संघचालक श्री बृजभूषण सिंह बेदी ने कहा, ''स्व. गगनेजा के साथ मेरा बहुत निकट संबंध रहा। उनके जाने से व्यक्तिगत और सांगठनिक, दोनों रूप से क्षति पहुंची है। वे अपनी ध्येयनिष्ठा तथा कायोंर् के बल पर संगठन में काफी उच्च स्तर पर जाने का सामर्थ्य रखते थे।''
प्रांत कार्यवाह श्री विनय ने स्व. गगनेजा के सहज-सरल व्यवहार की चर्चा करते हुए कहा, ''वे सेना से आए थे और उनकी बातचीत में एक सैनिक का भाव झलकता था, पर उनके अन्दर की कोमलता उनके नजदीक जाने पर अनुभव की जा सकती थी। यह अनेक मौके पर मैंने महसूस किया था।''
गगनेजा जी को संघ में पुन: सक्रिय करने वाले उस समय के विभाग प्रचारक तथा वर्तमान में विद्या भारती के उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री श्री विजय सिंह ने कहा कि स्व. गगनेजा सेना और संघ, दोनों को देश सेवा का माध्यम मानते थे। इसलिए सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद जब उन्हें संघ कार्य का दायित्व मिला तो वह पुन: उसी भाव से कार्य में जुट गए। संगठन ने उन्हें जो भी दायित्व दिया, उसको उन्होंने प्रामाणिकता से निभाया।
इस अवसर पर श्री विजय ने बिग्रेडियर गगनेजा की याद में संगठन तथा स्वयंसेवकों की इच्छानुसार लाडोवाली रोड स्थित सर्वहितकारी विद्या मन्दिर का नाम 'ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा सर्वहितकारी विद्या मन्दिर' करने की घोषणा की। इस अवसर पर भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय सिख संगत समेत अनेक संगठनों के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किये। (विसंकें, जालंधर)
संस्कार भारती का काव्य कौमुदी उत्सव संपन्न
पिछले दिनों संस्कार भारती, दिल्ली प्रान्त की ओर से भगवान वाल्मीकि जयन्ती के उपलक्ष्य में केदारनाथ साहनी सभागार, सिविक सेंटर में 12वें काव्य कौमुदी काव्योत्सव का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन रा़ स्व़ संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य, संस्कार भारती के वयोवृद्ध संस्थापक श्री योगेन्द, संस्कार भारती के अखिल भारतीय अधिकारी श्री सुरेश बिंदल, श्री अमीर चंद, श्री सुबोध शर्मा और श्री चेतन जोशी ने किया। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को समर्पित कवि सम्मेलन में इस बार दिल्ली नगर निगम के 5 सफाई कर्मचारियों को विशेष रूप से सम्मानित करते हुए 5 तोले का चांदी का सिक्का, प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्र और वाल्मीकि रामायण की प्रति भेंट की गई। इस सम्मान को देने का उद्देश्य वाल्मीकि जी की जयंती के अवसर पर समाज में समरसता का भाव जगाना था। इसके अतिरिक्त संस्था की ओर से इस वर्ष का श्री माधवराव गोलवलकर काव्य सम्मान प्रख्यात कवि श्री संतोषानंद को और श्री गोपालकृष्ण अरोड़ा कला सम्मान प्रख्यात मूर्तिकार पद्मभूषण श्री राम.वी.सुतार को दिया गया। सम्मान में अंगवस्त्र, प्रतीक चिन्ह, श्रीफल, वाल्मीकि रामायण की प्रति और 21000 रु. की सम्मान राशि भेंट की गई। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित प्रख्यात कवि डॉ. हरिओम पंवार ने अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों में जोश का संचार किया और सभागार भारत माता की जय के नारों से
गूंज उठा। -प्रतिनिधि
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