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स्टील की आपूर्ति, स्टील अथॉरिटी आॅफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के लिए की हेै। इस बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण का परिचालन 5 सितंबर को शुरू हुआ, जिसका उद्घाटन केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया इसके अलावा ‘सेल’ ने निकट भविष्य में शुरू होने वाली परियोजनाओं समेत देश की विभिन्न मेट्रो निर्माण परियोजनाओं के लिए तीन लाख टन से भी अधिक स्टील की आपूर्ति की है।
भाग्य हो तो ऐसा..
राजीव महर्षि की गिनती भाग्यशाली नौकरशाह के रूप में होने लगी है। हो भी क्यों न। 2015 में 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने दिन ही उन्हें गृह सचिव बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। फिर वे दो साल तक केंद्रीय गृह सचिव रहे। अब 2017 में उनका गृह सचिव का कार्यकाल खत्म हो रहा था ठीक उसी दिन उन्हें पांच साल के लिए देश का अगला सीएजी (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) का बना दिया गया।
समझा दर्द
जोहरा (जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए एएसआई अब्दुल रशीद की बेटी), मैं तुम्हें लोरी गाकर तो नहीं सुला सकता, पर तुम्हारी शिक्षा के लिए ताउम्र मदद करूंगा। —गौतम गंभीर, भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी
नहला-दहला
नीतीश के चाल-चलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जान गए हैं। इसीलिए केंद्रीय कैबिनेट विस्तार के मामले में उनसे परामर्श लेने की जरूरत भी नहीं समझी। जदयू के लोग कुर्ता-पाजामा पहनकर घूमते रह गए, किंतु बुलावा नहीं आया।
—लालू प्रसाद यादव, राजद प्रमुख
लालू सिर्फ मीडिया के डार्लिंग हैं। अनाप-शनाप बोेलने वाले लालू को बिहार की जनता अब गंभीरता से नहीं लेती। मीडिया द्वारा कैबिनेट विस्तार के मुद्दे पर हमें बेवजह घसीटा जा रहा है। जदयू तो हाल ही में एनडीए में आयी है। इसलिए कैबिनेट में शामिल होने पर गौर नहीं किया ।
—नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार, लोक संवाद कार्यक्रम में
दो टूक
दुनिया में जितने भी शरणार्थी हैं, उनका एक बड़ा हिस्सा भारत में है और इसलिए हमें शरणार्थियों के बारे में कोई नसीहत नहीं दे सकता।… मैं विश्व समुदाय को बताना चाहता हूं कि रोहिंग्या मुसलमान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के तहत पंजीकृत हों या न हों, लेकिन भारत में वे अवैध शरणार्थी हैं। —किरन रिजिजू,केंद्रीय गृह राज्यमंत्री
वैदिक हेरिटेज पोर्टल
भारतीय वैदिक ज्ञान की प्राचीन धरोहर को संजोने और इस परंपरा के बारे में विभिन्न वर्गों के लिए चर्चा का मंच तैयार करने के उद्देश्य से संस्कृति मंत्रालय की पहल पर-वैदिक हेरिटेज पोर्टल तैयार किया गया है। इस पर करीब ढाई वर्ष से काम चल रहा था। अब जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे। ज्ञातव्य है कि यूनेस्को ने वर्ष 2008 में भारत के वैदिक मंत्रोच्चार को मानवता के संदर्भ में अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर घोषित किया था। वैदिक ज्ञान की इसी परंपरा के संरक्षण के मकसद से शुरू की गई इस परियोजना का डिजाइन और विकास इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आइजीएनसीए) की ओर से किया जा रहा है। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य वेदों में उल्लिखित संदेशों और संवाद को आधुनिक संदर्भ और वर्तमान परिदृश्य से जोड़ते हुए इसे देश और दुनिया के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाना है। पोर्टल पर अब तक 10,000 से अधिक मंत्र अपलोड कर दिए गए हैं। इसके साथ ही वैदिक ऋचाओं,मंत्रों तथा संबधित सामग्रियों को भी पोर्टल पर डाला गया है। साथ ही साथ आॅडियो,वीडियो सामग्री भी अपलोड कर दी गई है। इन सामग्रियों के साथ इनका अनुवाद और टीका भी जारी किया गया है ताकि लोगों को समझने में कोई दिक्कत न हो।
साइबर गुटरगूं
कैबिनेट में बदलाव जाति,लिंग या चुनावी राजनीति के आधार पर नहीं हुआ बल्ेिक यह कार्य प्रदर्शन और योग्यता के आधार पर किया गया है।
—हर्ष गोयनका, उद्योगपति
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राठौर के नेतृत्व का मतलब है कि बेहतर नतीजों की उम्मीद की जा सकती है। वे चीजों को समझते हैं और जानते हैं कि शीर्ष स्तर पर पदक जीतने के लिए क्या चाहिए। मैं पिछले दो साल से मांग कर रहा था कि राठौर को खेल मंत्री बनाया जाना चाहिए।
—मिल्खा सिंह, महान धावक
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