उत्तराखंड/रेल परियोजनापहाड़ों में होगी अब रेल की सवारी
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

उत्तराखंड/रेल परियोजनापहाड़ों में होगी अब रेल की सवारी

by
Aug 7, 2017, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 07 Aug 2017 10:56:11

कर्णप्रयाग परियोजना के 125 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग में 20 किलोमीटर को छोड़ शेष सुरंगों से होकर गुजरेगा
लंबी जद्दोजहद के बाद विदेशों और देश के दूसरे पर्वतीय  स्थलों स्टेशनों की तरह उत्तराखंड के पहाड़ों में भी रेल दौड़ने लगेगी। इससे खास तौर से चार धाम यात्रा के सुगम हो होने की उम्मीद है। उत्तराखंड में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग और कर्णप्रयाग से जोशीमठ तक रेल लाइन बिछाने की योजना पर काम शुरू है। हालांकि यह देश की सबसे बड़ी और चुनौतीपूर्ण योजनाओं में से एक होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को साकार करने के लिए भारतीय रेल और भारतीय इंजीनियरों ने इस योजना का खाका खींच लिया है। खास बात यह है कि इस परियोजना में पर्यावरण का बहुत कम
नुकसान होगा।
प्रस्तावित परियोजना के तहत ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग पर देश की सबसे लंबी सुरंग बनाई जाएगी, जिसकी लंबाई 15 किलोमीटर होगी। अभी तक की सबसे लंबी रेल सुरंग जम्मू-कश्मीर में है,
जिसकी लंबाई 11.25 किलोमीटर है। उत्तर रेलवे ने इसे 2013 में तैयार किया था।
भारतीय रेलवे की यह बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना कई मायनों में अनूठी है। इस 125 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर कुल 16 सुरंगें और 16 पुल बनाए जाएंगे। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग पर प्रस्तावित 16 सुरंगों में से पांच सुरंगों की लंबाई नौ किलोमीटर से अधिक है। इसके अलावा, छह सुरंगों की लंबाई नौ किलोमीटर तक होगी। इस परियोजना पर इसी
वर्ष नवम्बर-दिसंबर में काम शुरू होने की उम्मीद है।
इस रेल मार्ग की एक और खासियत है। इस मार्ग पर रेल केवल 20 किलोमीटर ही खुले आसमान के नीचे चलेगी, शेष 105 किलोमीटर मार्ग सुरंगों से होकर गुजरेगी। इसके अलावा इस रेल मार्ग पर छह किलोमीटर और इससे अधिक लंबी हर सुरंग से एक निकासी सुरंग भी बनाने की योजना है। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच प्रस्तावित 18 सुरंगों में से 11 सुरंगों की लंबाई छह किलोमीटर से अधिक है। इन सभी के साथ निकासी सुरंगें बनाई जानी हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में काम आएंगी।
आधुनिकतम सुरंगें
इस रेल मार्ग पर 105 किलोमीटर यात्रा के दौरान ट्रेन 18 सुरंगों से होकर गुजरेगी, लेकिन यात्रियों को किसी भी तरह से घुटन महसूस नहीं होगी। रेल विकास निगम के परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुड़ी ने बताया कि इन सुरंगों में हवा की पर्याप्त व्यवस्था होगी। वायु के आवागमन का तंत्र पूरी तरह से आधुनिक और तकनीक से लैस होगा। प्रत्येक सुरंग का व्यास आठ से दस फुट का होगा।
मालगुड़ी ने आगे बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग पर 18 सुरंगों के लिए भूगर्भीय सर्वेक्षण हो चुका है। सुरंगों के निर्माण के लिए टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) और एनएटीएम (न्यू आॅस्ट्रियन टनलिंग मेथड) से काम किया जाएगा। इस बाबत जम्मू-कश्मीर में अब तक की सबसे बड़ी रेल सुरंग का निर्माण करने वाले इंजीनियरों और विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है। रेल मंत्रालय इस परियोजना को शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण करने का इच्छुक है। कहने की जरूरत नहीं कि इस घोषणा से इस राज्य के पर्यटन क्षेत्र की शक्ल ही बदल जाएगी, स्थानीय ग्रामीणों की आजीविका में बढ़ोतरी होगी और पलायन भी रुकेगा।    ल्ल दिनेश
टनल का नाम    जगह       लंबाई किमी में
पीर पंजाल     जम्मू-कश्मीर    11.215
करबड़े          महाराष्ट्र    6.506
नाथूवाड़ी       महाराष्ट्र    4.389
टाइक           महाराष्ट्र    4.077
बर्डेना            महाराष्ट्र    4.000

ढालवाला से शिवपुरी    10.850 किमी
शिवपुरी से गूलर    6.470 किमी
गूलर से व्यासी    6.720 किमी
व्यासी से कौड़ियाला    2.200 किमी
कौड़ियाला से बागेश्वर    9.760 किमी
राजचौरा से पौड़ी नाला    220 मीटर
पौड़ी नाला से सौड़ (देवप्रयाग)    1.230 किमी
सौड़ से जनासू-    15.100 किमी
लछमोली से मलेथा    2.800 किमी
मलेथा से नैथाणा (श्रीनगर)    4.120 किमी
श्रीनगर से परासू (धारी)    9.000 किमी
परासू से नरकोट    7.080 किमी
नरकोट से तिलनी    9.420 किमी
तिलनी से घोलतीर    6.460 किमी
घोलतीर से गोचर    7.160 किमी
रानो से सिवई    6.400 किमी

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies