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भारत सरकार अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर वीवीआईपी लोगों के इस्तेमाल के लिए खरीदना चाहती थी। पुराने विमानों को बदलने की कवायद मे यूपीए सरकार ने मार्च 2012 में 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर का आदेश दिया। तब कहा गया कि अगस्ता उम्दा हेलिकॉप्टर हैं। इसमें दो के बजाए तीन इंजन होते हैं। भारत ने जिन 12 हेलिकॉप्टर का सौदा किया था उनका मॉडल है एडब्ल्यू 101। इनमें आठ तो वीवीआईपी लोगों के आने-जाने के लिए इस्तेमाल होने थे। कहा जा रहा था कि इनमें एक साथ दस यात्री जा सकते हैं। बाकी जो चार हैं उनमें 30 एसपीजी कमांडो चल सकते हैं।
कैसे हुआ विवाद
अगस्ता बनाने वाली इटली की एरोस्पेस कंपनी फिनमैक्कनिका के मुखिया को भाारतीय अधिकारियों को रश्वित देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया इसके बाद विवाद की शुरुआत हुई। यूपीए सरकार ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए। जांच में सीबीआई ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस मामले में फिनमैक्केनिका से रश्वित ली थी। सीबीआई ने दावा किया कि फिनमैक्केनिका ने यह पैसा मॉरीशस जैसे देशों के जरिए भेजा था। त्यागी ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया था।
हाल ही में अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में इटली की एक अदालत का फैसला आया जिसमें फिनमैक्कनिका के पूर्व प्रमुख उर्सी को वीवीआईपी हेलिकॉप्टर बक्रिी में गलत 'अकाउंटिंग' और भ्रष्टाचार करने को लेकर साढ़े चार साल कैद की सजा सुनाई गई।
इतालवी रक्षा एवं एयरोस्पेस कंपनी फिनमैक्कनिका ने 3,600 करोड़ रुपये में 12 चॉपर का सौदा किया था।
रक्षा उत्पाद बनाने वाली अगस्ता वेस्टलैंड की मातृ कंपनी-फिनमैक्कनिका के अधिकारियों द्वारा भारत में नेताओं और अधिकारियों को घूस देने के आरोपों की जांच कर रही इतालवी अदालत में ऐसे दस्तावेज सामने आए हैं, जिसमें चार बार 'सग्निोरा गांधी', दो बार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम है व कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नांडीस का नाम भी है।
सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है। इससे किस-किसको फायदा हुआ, यह पता लगाया जाना चाहिए और सरकार यह करेगी।
– मनोहर पर्रिकर, रक्षा मंत्री
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