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उदयपुर 6 दिसम्बर को भारतीय संस्कृति अभ्युत्थान न्यास के कार्यालय केशव-निकुंज में हिन्दू समाज के प्रमुख लोगों की एक विशेष बैठक आयोजित हुई। जिसमें हिन्दू समाज संघर्ष समिति, का गठन किया गया। इस बैठक में मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय, उदयपुर के दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित व्याख्यान में हिन्दू-देवी देवताओं के लिए की गई, अपमानजनक टिप्पणियों की भर्त्सना की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ इन्द्रवर्धन त्रिवेदी, आयोजक दर्शनशास्त्र विभाग की प्रो. सुधा चौधरी और वक्ता दर्शनशास्त्र विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो़ अशोक वोहरा पर सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई। उल्लेखनीय है कि विदेशी लेखकों के उद्घरणों का संदर्भ देते हुए हिन्दू देवी देवताओं के विरुद्घ घोर आपत्तिजनक एवं अश्लील टिप्पणियां करके इन वक्ताओं ने सभागार में उपस्थित श्रोताआों की धार्मिक भावनाएं आहत कीं। वक्ता प्रो़ अशोक वोहरा एवं कार्यक्रम की आयोजक प्रो. सुधा चौधरी ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के भी प्रयास किए। इस घटना का ज्ञापन जिलाधीश के माध्यम से राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार के गृहमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री एवं मानव संसाधन विकास मंत्री, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को दिया गया।
प्रतिनिधि
'व्यावहारिक ज्ञान देता है इतिहास'
मेरठ। 'प्रत्येक व्यक्ति, विषय, समाज, आन्दोलन आदि का इतिहास होता है, यहां तक कि इतिहास का भी इतिहास होता है। दार्शनिक, वैज्ञानिक आदि दृष्टिकोणों की तरह ऐतिहासिक दृष्टिकोण का भी अपना महत्व है।' ये विचार इतिहासविद् अजय मित्तल ने एकेपी डिग्री कॉलेज हापुड़ में आयोजित एक विचार गोष्ठी कार्यक्रम में कहे। कॉलेज के इतिहास विभाग एवं इतिहास संकलन समिति ने इतिहास के विद्वानों एवं छात्रों के लिये यह आयोजन किया। मुख्य वक्ता अजय मित्तल ने कहा कि इतिहास एक जीवन शैली है, जो प्रारम्भिक पुरातन काल से 17वीं सदी तक सभ्य समाज में व्याप्त हो गई। इतिहास के अध्ययन से मानव को विभिन्न क्षेत्रों का व्यावहारिक ज्ञान मिलता है। दुर्भाग्य से आज का युवा वर्ग देश का इतिहास भूलकर पश्चिमी देशों के इतिहास की जानकारी में जुटा है। ऐसे में घर के बुजुर्ग और शिक्षकों को नयी पीढ़ी को इतिहास के प्रति जागरूक करना होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. आर.एस. अग्रवाल, डॉ. जया शर्मा, डॉ़ मनीला रोहतगी आदि ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर इतिहास संकलन समिति के प्रान्त मंत्री डॉ़ विघ्नेश त्यागी, संगठन मंत्री रामअवतार वेदभूषण आर्य, प्राचार्य डॉ. विभा भारद्वाज, सचिव पीयूष बंसल, डॉ. के के शर्मा, डॉ़ स्मृति दानी, डॉ. अरुणा शर्मा, डॉ. संगीता अग्रवाल, डॉ. पूनम, डॉ. आभा, डॉ. अर्चना, डॉ़ सुशील भाटी, अशोक मैत्रेय व डॉ़ हितेन्द्र शामिल रहे। प्रतिनिधि
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