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हरियाणा में कानून का शिकंजा कसने के बाद भी चोरी-छिपे गोतस्करी जारी है। करनाल के नजदीक मंगलौरा पुल के पास ग्रामीणों ने गायों से भरे एक ट्रक को गत 29 जून की तड़के घेर लिया। ट्रक में तस्करों ने गायों को बेरहमी से ठूंस-ठूंसकर भरा हुआ था। ग्रामीणों एवं गोरक्षकों से स्वयं को घिरा देखकर गोतस्करों ने गोली चला दी और और अंधेरे में ट्रक छोड़कर फरार हो गए।
आक्रोशित लोगों ने गायों को नीचे उतारकर ज्ञानपुरा मंदिर के निकट ट्रक को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि ट्रक में 14 पशुओं को निर्दयता से भरा गया था। गायों के लिए सांस लेना भी संभव नहीं हो पा रहा था। ट्रक में बंद पशु अधमरे हो चुके थे। बताया गया है कि आएदिन यमुना के रास्ते गायों की तस्करी जारी है।
इस मामले में गोरक्षक आचार्य माधवाचार्य ने बताया कि 28 जून की देर रात गोभक्तों को जानकारी मिली थी कि गायों से भरा एक ट्रक यमुनापार लेकर जाने की कोशिश की जा रही है। सूचना मिलने के बाद गोरक्षकों ने मंगलौरा पुल के पास अपना पहरा लगा दिया और उनके सहयोग के लिए ग्रामीण भी वहां पहंुच गए।
29 जून की तड़के जैसे ही गायों से भरा एक ट्रक पुल के समीप पहुंचा तो ग्रामीणों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन गोतस्करों ने रुकने की बजाय गोली चलानी शुरू कर दी। इसके बावजूद अपने प्राणों की चिंता किए बगैर हिन्दुत्वनिष्ठों ने ट्रक को घेर लिया। हथियार के बल पर ट्रक में सवार तस्कर फरार हो गए, लेकिन ट्रक मौके पर ही छोड़ गए।
इसके बाद गायों को स्टौंडी गांव स्थित गोशाला में छोड़ दिया गया, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रक को आग के हवाले कर दिया। इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक और घरौंडा थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहंुच गए। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस देर से आई और गोतस्करों को पकड़ने का कोई ठोस प्रयास भी नहीं किया गया।
उल्टा पुलिस ने ग्रामीणों पर ही गुस्सा उतारना शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर कहा-सुनी होती रही। उनका कहना है कि राज्य में जिस तरह सरकार ने गोधन संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए गोहत्या पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया है, उसके बावजूद भी गोतस्कर आएदिन गोधन की तस्करी कर रहे हैं। इसके पीछे पुलिस की मिलीभगत की पूरी आशंका है।
पिछले दिनों करनाल में इसी मिलीभगत के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को जिला पुलिस प्रमुख ने निलंबित भी किया था। अभी भी अनेक ऐसे पुलिसकर्मी हैं, जो कि स्वार्थवश इस घिनौने कार्य में तस्करों की मदद कर रहे हैं। गौरतलब है कि यमुनानगर के गुमथला इलाके में भी गोतस्करों ने गोसेवकों पर गोली चलाई थी।
ल्ल डॉ. गणेश दत्त वत्स
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