योग से मधुमेह मुक्त होगा भारत
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

योग से मधुमेह मुक्त होगा भारत

by
Jun 13, 2015, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 13 Jun 2015 14:22:05

बेंगलुरू के स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान (एस-व्यासा) में पिछले तीन दशक से योग के माध्यम से असाध्य बीमारियों को दूर करने पर शोध किया जा रहा है। यहां आने वाले मरीज शिविर में रहकर बीमारियों पर न केवल नियंत्रण पा रहे हैं, बल्कि उनकी अंग्रेजी दवाइयों के सेवन की मात्रा भी कम हो गई है।
योग को हमें किसी पंथ या सेवानिवृत्ति से जोड़कर नहीं देखना चाहिए, तभी सही मायने में इसका भरपूर लाभ उठा पाएंगे। योग आज नहीं, बल्कि युगों से चला आ रहा है। यह हमारी संस्कृति की देन है। आज योग से असाध्य बीमारियों को ठीक किया जा रहा है और लाखों मरीज इससे लाभान्वित हो रहे हैं। यह कहना है स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान में सहायक प्राध्यापक डॉ. निधि चौधरी राम का।
उन्होंने बताया कि संस्थान में 80 के दशक से अस्थमा पर शोध शुरू किया गया था। बेंगलुरू में इस पर शोध किया गया। इसके बाद मधुमेह, कैंसर और उच्च रक्तचाप आदि बीमारियों पर शोध जारी है। अभी एस-व्यासा, आरोग्य भारती और भारतीय योग संस्था के सहयोग से अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में 21 से 27 जून तक योग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत देशभर में चार अलग-अलग जोन के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें वृंदावन, गुवाहाटी, भोपाल और बेंगलुरू को शामिल किया गया है। उसके बाद निचले स्तर पर देश के शहर और गांव-गांव तक योग का प्रचार-प्रसार कर रोगियों को लाभ पहंुचाया जाएगा। आज देशभर में मधुमेह के आंकड़े बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखकर मधुमेह मुक्त भारत का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए आरोग्य भारती  के साथ एस-व्यासा द्वारा देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके पीछे यही ध्येय है कि योग और देश की प्राचीन संस्कृति के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहंुचाया जाए। यदि मधुमेह के रोगियों की संख्या को ध्यान में रखकर आकलन करें तो वर्ष 2030 तक भारत मधुमेह के मामले में 'विश्व की राजधानी' बन जाएगा। आज सामान्य तौर पर 25-30 वर्ष की आयु वाले युवा भी 'टाइप-टू डायबिटीज' के शिकार हो रहे हैं। मधुमेह का होना तो सामान्य होता जा रहा है, लेकिन इसके परिणाम भविष्य में काफ ी घातक होते हैं। योग के माध्यम से मधुमेह को पूरी तरह से खत्म तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन इतना तय है कि मरीज की अंग्रेजी दवा की मात्रा कम हो जाती है, साथ ही मधुमेह पर नियंत्रण होने के साथ-साथ मरीज की प्रतिरोधक क्षमता भी काफी बढ़ जाती है। एस-व्यासा में मधुमेह के मरीजों को योग का प्रशिक्षण दिया गया। वर्ष 2012 की एक रपट के अनुसार 277 मरीजों को यहां दो अलग-अलग समूह में योग सिखाया गया और उसके तीन माह बाद जब दोबारा उनकी जांच की गई तो एक समूह के मरीजों का मधुमेह कम मिला, जबकि दूसरे समूह के मरीजों की दवा कम हो चुकी थी। इससे स्पष्ट है कि योग से न केवल असाध्य रोग को नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि दवा भी कम की जा सकती है। इन दवाओं का लंबे समय तक सेवन करने से हमारे शरीर पर  प्रतिकूल प्रभाव पड़ना शुरू हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए योग बहुत आवश्यक है, क्योंकि पहले चरण में दवा और कुछ वर्षों बाद इंसुलिन की आवश्यकता पड़ने लगती है। इससे भविष्य में लीवर, किडनी और शरीर के दूसरे अंग प्रभावित होने लगते हैं। ल्ल

मधुमेह मुक्त भारत अभियान
ल्ल    इसके माध्यम से पूरे भारत में अभियान चलाकर मधुमेह को नियंत्रित करने का प्रचार करने और योग के माध्यम से जीवनशैली को परिवर्तित किया जाएगा।
ल्ल    2000 से अधिक मधुमेह मुक्त भारत योग सप्ताह शिविर देश के करीब 671 जिलों में लगाए जाएंगे।
ल्ल    शिविर के माध्यम से शुरुआत में करीब दो लाख लोग लाभान्वित होंगे।
ल्ल    प्रतिदिन दो घंटे के सत्र में योग के तरीके और प्राणायाम के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी।
ल्ल    विशेषकर मधुमेह की अंग्रेजी दवा खाने वाले, जिनके परिवार के सदस्य मधुमेह से प्रभावित हों, उन्हें इस शिविर में भाग लेने से विशेष लाभ प्राप्त होगा।    ल्ल

योग करें, तनाव मुक्त रहें
मधुमेह जैसे असाध्य रोग पर योग द्वारा न केवल नियंत्रण किया जा सकता है, बल्कि मरीज जिन दवाओं का सेवन करता है उनकी मात्रा कम होने के साथ-साथ मधुमेह का स्तर भी कम हो जाता है। मधुमेह में योग की भूमिका पर स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान बेंगलुरू की डॉ. निधि चौधरी राम से पाञ्चजन्य संवाददाता राहुल शर्मा की बातचीत के प्रमुख अंश :
ल्ल    क्या मधुमेह को योग द्वारा पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है?
मधुमेह को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन इतना तय है कि योग द्वारा मधुमेह को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह के लिए वक्र आसन, भुजंगासन, मंडूक आसन और सूर्य नमस्कार महत्वपूर्ण हैं।
ल्ल    'टाइप-टू डायबिटीज' के मरीजों के लिए योग कहां तक लाभकारी है?
'टाइप-टू डायबिटीज' के मरीजों के लिए योग एक प्रकार की संजीवनी है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका ध्यान की है। ध्यान का अभ्यास करने से हम सबसे पहले अपने मन को नियंत्रित करते हैं, जिसके बाद तनाव की स्थिति पर काबू पा सकते हैं। दरअसल मधुमेह के मरीज छोटी-छोटी बातों पर जरूरत से ज्यादा सोचने लगते हैं। यही मधुमेह को असंतुलित कर देता है। इसलिए तनाव मुक्त रहना सबसे आवश्यक है और उसमें सबसे बड़ी भूमिका ध्यान की है।
ल्ल    मधुमेह के मरीजांे को योग के साथ क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
मधुमेह के मरीजों को योग के अलावा सैर पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए, कम से कम 30 मिनट की सैर तो जरूरी है। इससे मधुमेह नियंत्रित रहता है और शरीर दूसरे विकारों से भी बचा रहता है। मधुमेह के मरीजों को विशेष तौर पर खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। दाल, हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। मधुमेह में क्योंकि भूख जल्दी लगती है, इसलिए बार-बार थोड़ा भोजन लेना चाहिए, इससे मधुमेह का स्तर एकदम नहीं बढे़गा और घटेगा भी नहीं।
ल्ल    आज कम उम्र के बच्चे भी मधुमेह का शिकार बन रहे हैं, इसका क्या कारण है?
यदि परिवार में मधुमेह वंशानुगत है तो बड़ों से बच्चों को देर-सवेर मधुमेह होने की आशंका अधिक रहती है। इसके लिए बेहतर यही है कि सबसे पहले अपनी जीवनशैली को सही बनाएं। नियमित व्यायाम, योग और उचित खान-पान करने से वे मधुमेह से अपना बचाव कर सकते हैं।
ल्ल    यह भी देखने में आया है कि शहर की तुलना में गांव में रहने वाले लोगों को मधुमेह का पता नहीं लग पाता और जानकारी मिलने तक काफी देर हो चुकी होती है?
यह बिल्कुल सही है कि जागरूकता के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आज भी यह पता नहीं लग पाता है कि वे मधुमेह का या किसी दूसरी असाध्य बीमारी का शिकार बन चुके हैं। ग्रामीण लोग मुधमेह से अनभिज्ञ होने के कारण अचानक बेहोश हो जाते हैं या उनका घाव जल्दी से ठीक नहीं हो पाता है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना बहुत आवश्यक है।    – राहुल शर्मा-
 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

स्वामी विवेकानंद

इंदौर में स्वामी विवेकानंद की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी स्थापित, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया भूमिपूजन

भारत की सख्त चेतावनी, संघर्ष विराम तोड़ा तो देंगे कड़ा जवाब, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 3 एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त

Operation sindoor

थल सेनाध्यक्ष ने शीर्ष सैन्य कमांडरों के साथ पश्चिमी सीमाओं की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की

राष्ट्र हित में प्रसारित हो संवाद : मुकुल कानितकर

Jammu kashmir terrorist attack

जम्मू-कश्मीर में 20 से अधिक स्थानों पर छापा, स्लीपर सेल का भंडाफोड़

उत्तराखंड : सीमा पर पहुंचे सीएम धामी, कहा- हमारी सीमाएं अभेद हैं, दुश्मन को करारा जवाब मिला

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

स्वामी विवेकानंद

इंदौर में स्वामी विवेकानंद की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी स्थापित, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया भूमिपूजन

भारत की सख्त चेतावनी, संघर्ष विराम तोड़ा तो देंगे कड़ा जवाब, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 3 एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त

Operation sindoor

थल सेनाध्यक्ष ने शीर्ष सैन्य कमांडरों के साथ पश्चिमी सीमाओं की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की

राष्ट्र हित में प्रसारित हो संवाद : मुकुल कानितकर

Jammu kashmir terrorist attack

जम्मू-कश्मीर में 20 से अधिक स्थानों पर छापा, स्लीपर सेल का भंडाफोड़

उत्तराखंड : सीमा पर पहुंचे सीएम धामी, कहा- हमारी सीमाएं अभेद हैं, दुश्मन को करारा जवाब मिला

Operation sindoor

अविचल संकल्प, निर्णायक प्रतिकार : भारतीय सेना ने जारी किया Video, डीजीएमओ बैठक से पहले बड़ा संदेश

पद्मश्री वैज्ञानिक अय्यप्पन का कावेरी नदी में तैरता मिला शव, 7 मई से थे लापता

प्रतीकात्मक तस्वीर

घर वापसी: इस्लाम त्यागकर अपनाया सनातन धर्म, घर वापसी कर नाम रखा “सिंदूर”

पाकिस्तानी हमले में मलबा बनी इमारत

‘आपरेशन सिंदूर’: दुस्साहस को किया चित

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies