'कलम का इस्तेमाल गंभीरता से हो'
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

'कलम का इस्तेमाल गंभीरता से हो'

by
May 23, 2015, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 23 May 2015 14:34:18

आजादी के दशकों बाद आज भी देश में अंग्रेजी मीडिया का दबदबा है, जिसका नकारात्मक प्रभाव हिंदी मीडिया पर भी पड़ा है। विश्व संवाद केंद्र भोपाल द्वारा देवर्षि नारद जयंती समारोह के अवसर पर जनसंचार माध्यम एवं महिला प्रश्न विषय पर आयोजित परिचर्चा में चर्चित लेखिका एवं मानुषी पत्रिका की संपादक सुश्री मधु किश्वर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि विदेशी वित्त से संचालित एनजीओ और मीडिया ने हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को बहुत आघात पहुंचाया है। इनके द्वारा भारतीय जीवन मूल्यों एवं परम्पराओं के विरुद्ध निरन्तर गलत और नकारात्मक छवि निर्माण का प्रयास चल रहा है।
इसी को आधार बनाकर मीडिया भारतीय मूल्यों का जो विश्लेषण करता है वो पूर्वाग्रह से ग्रस्त दिखाई देता है। सुश्री किश्वर ने कहा कि भारतीय मूल्यों एवं परम्पराओं पर आघात कांग्रेसी हुकूमतों के दौरान अधिक हुआ, क्योंकि इन हुकूमतों ने विदेशी एनजीओ और संगठनों को भारतीय विकृतियों को दूर करने के नाम से वित्त पोषित किया। देश की अधिकांश संस्थाओं विश्वविद्यालयों में इनका प्रभाव अभी भी बना हुआ है। मीडिया संस्थाओं पर भी इनका दबदबा कायम है। इसलिए इन समस्याओं पर नजर नहीं डालना संस्कृति के लिए चुनौती है। समस्याएं गहरी है, इनके तह में जाकर समस्या के मूल कारणों को समझना होगा। मीडिया को भी खबरों के पीछे के तथ्यों का विश्लेषण करना चाहिए। उन्होंने दहेज प्रथा पर प्रहार करते हुए कहा कि भारतीय साहित्य में दहेज नाम की किसी प्रथा का उल्लेख कहीं नहीं मिलता। दहेज समस्या आधुनिक है, 19वीं सदी की समस्या है। इसके समाधान के लिए अव्यवहारिक कानून बनाए गये हैं। यह कानून नारी की सुरक्षा के नाम पर परिवार के दूसरे लोगों, जिसमें कई बार महिलाएं भी होती हैं, को प्रताडि़त करने का माध्यम बनते हैं। दहेज कानून के बाद दहेज प्रथा में बढ़ोतरी हुई है। मीडिया भी इन विषयों को बढ़ा चढ़ाकर दिखाता है। इसलिए कलम की सरस्वती का प्रयोग सोच समझकर और संजीदगी से पत्रकारों को करना होगा। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार और लेखिका श्रीमती क्षमा कौल ने कहा कि भारतीय पद्धति का क्षरण इस्लाम के आने और सांस्कृतिक संहार अंग्र्रेजों के आने के बाद शुरू हुआ। इसके कारण हम अपने ज्ञान के प्रति हीनभावना से ग्रसित हो गए। इस कुचक्र से बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि इस बात से इंकार नहीं है कि स्त्रियों पर अत्याचार हो रहा है। देश में यह अत्याचार पश्चिमी संस्कृति के आक्रमण के बाद शुरू हुआ। भारत का मीडिया कहने को भारतीय है, परंतु उसका अस्तित्व पश्चिमी है। यह मीडिया सत्य को असत्य बनाकर दिखाता है। मीडिया ने पैसा कमाने की होड़ में अपनी आत्मा की बोली लगा दी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश शर्मा ने प्राचीन भारतीय परंपरा और ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय चिंतन में सभी प्रकार की शक्तियों का केन्द्र नारी को ही माना गया है। कार्यक्रम मंे सकारात्मक रिपोर्टिंग के लिए चयनित तीन पत्रकारों – पीपुल्स समाचार भोपाल के नरेद्र शर्मा, दैनिक भास्कर इंदौर के सुमित ठक्कर और दैनिक पत्रिका मुरैना के रवीन्द्र सिंह कुशवाह को पत्रकारिता नारद सम्मान-2015 से सम्मानित किया गया। परिचर्चा की विषय प्रस्तावना डॉ़ अजय नारंग ने रखी तथा संचालन साधना जैन ने किया। कार्यक्रम में मध्यक्षेत्र के प्रचार प्रमुख नरेन्द्र जैन, प्रज्ञा प्रवाह के प्रांतीय सह संयोजक दीपक शर्मा और विश्व संवाद केन्द्र के अध्यक्ष लक्ष्मेन्द्र माहेश्वरी विशेषरूप से उपस्थित थे।
ल्ल अनिल सौमित्र

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies