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सुरेंद्र सिंघल
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की हालत तो दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। सहारनपुर में 15 फरवरी की शाम 7:30 बजे नौ हथियारबंद बदमाशों ने कोर्ट रोड स्थित टाटा समूह के तनिष्क ज्वैलर्स के यहां 10 करोड़ रुपए की डकैती डालकर सनसनी फैला दी। शोरूम के साझेदार आशीष गुप्ता ने सदर बाजार कोतवाली में दर्ज कराई अपनी रपट मेंे बताया कि शुरू में पुलिस की वर्दी में तीन बदमाश शोरूम में घुसे जिनमें से एक दरोगा और दो सिपाही की वर्दी में थे। एक के पास स्टैनगन थी। बाद में चार पुलिस वर्दीधारी बदमाश हाथों में हथियार लिए सुरक्षा गार्ड को पकड़कर अंदर घुस गए। उस समय शोरूम में आशीष गुप्ता समेत उनके आठ-नौ सेल्समैन और कर्मचारी मौजूद थे। बदमाशों ने हथियार के बल पर करीब आठ-नौ करोड़ के हीरे और सोने के जेवरात लूटकर अपने कपड़ों भर लिए। 15-20 मिनट के भीतर ही बदमाशों ने विशाल शोरूम खाली कर दिया और बाहर खड़ी बोलेरो कार संख्या-यूके 0166 में अपने दो अन्य साथियों के साथ उसमें बैठकर कचहरी पुल की तरफ फरार हो गए।
सहारनपुर में ही इस वारदात के ठीक अगले दिन यानी 16 फरवरी को सुबह 11 बजे 20-21 वर्षीय दो बदमाशों ने पंजाबी बाग इलाके में दवा कारोबारी हरेंद्र शर्मा के घर में घुसकर करीब 10 लाख रुपए की लूट को अंजाम दिया। घटना के समय हरेंद्र शर्मा की पत्नी पायल अपने 13 माह के पुत्र अभिजीत के साथ घर में अकेली थी। बदमाशों ने पिस्तौल के बल पर पायल को धमकाकर घर में रखी नकदी एवं जेवरात लूट लिए और फरार हो गए। 16 घंटे के भीतर हुई इन दोनों घटनाओं नेे जिले को ही नहीं पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया। नाक बचाने की खातिर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पिछले माह की 27 जनवरी को ही सहारनपुर भेेजे गए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) भारत सिंह यादव को मजबूरन निलंबित करना पड़ा। इनकी जगह नितिन तिवारी को एसएसपी सहारनपुर बनाकर भेजा गया है। घटना गत 16 फरवरी की दोपहर पौने तीन बजे मुजफ्फरनगर में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मयंक चौहान की अदालत में हुई। अदालत में 18-19 वर्ष के सागर मलिक ने वकील की वर्दी में अदालत के कटघरे में खड़े शातिर गैंगस्टर 40 वर्षीय विक्रांत उर्फ विक्की त्यागी पर अपनी रिवाल्वर से हमला कर पूरी मैगजीन खाली कर दी। पोस्टमार्टम रपट में विक्रांत को 11 गोलियां लगने की पुष्टि हुई। अदालत में उपस्थित न्यायाधीश और अन्य लोगों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। हालांकि हत्यारे ने किसी अन्य को नुकसान नहीं पहंुचाया। आरोपी सागर मलिक ने फिल्मी अंदाज में अदालत में अपनी रिवाल्वर लहराई और हाथ ऊपर कर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस नेे सागर और घटना के समय गवाही दे रहे ब्रजवीर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने वाला सागर गांव बहावड़ी थाना फुगाना जिला शामली का रहने वाला है। सागर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसी ने विक्रांत की हत्या की योजना बनाई थी। दिलचस्प यह है कि गत 15 अप्रैल, 2014 को ही सागर और अजय अन्य चार साथियों के साथ बाल सुधार गृह से भागने में कामयाब हो गए थे। ये तभी से फरार चल रहे थे।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)के महानिरीक्षक सुजीत पांडे के मुताबिक संगठित अपराधियों पर नजर रखी जा रही है। उनके मुताबिक पिछले आठ माह के दौरान 250 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 19 पर 50-50 हजार रुपए का इनाम था। उनके मुताबिक अमित उर्फ भूरा गिरोह समेत कई बदमाशों के पास अत्याधुनिक एके 47 जैसे हथियार हैं। शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ एवं दिल्ली में कुख्यात भूरा गिरोह, मुकीम, सुधीर भाटी एवं सुभाष समेत 7 से ज्यादा गिरोह पर एसटीएफ के सर्विलांस पर हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि आमजन का पुलिस से भरोसा पूरी तरह से उठ गया है। कारोबारी भयग्रस्त हैं। सपा समेत सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि एवं व्यापारी नेता बढ़ते अपराधांे और बिगड़ती कानून-व्यवस्था और पुलिस की असफलता को लेकर लगातार चिंता जता रहे है, लेकिन सुरक्षा और शांति कायम होने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है।
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