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बेंगलुरु के नेशनल कॉलेज मैदान में 8 फरवरी को विराट हिन्दू समाजोत्सव आयोजित हुआ। विश्व हिन्दू परिषद् के स्वर्ण जयन्ती वर्ष के अवसर पर आयोजित इस उत्सव को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी का मार्गदर्शन मिला। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ सन्त भी उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख हैं पेजावर मठ के स्वामी श्री विश्वेशतीर्थ जी महाराज, बेली मठ के श्री शिवानन्द स्वामी जी और मदारा चेन्नय्या स्वामी जी। उत्सव में लगभग 1,00000 लोग उपस्थित थे। समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री भैयाजी जोशी ने कहा कि इस भूमि पर हिन्दू के रूप में पैदा होना हमारे लिए एक वरदान है। यह पवित्र भूमि है। इस देश ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं और आक्रमण झेले हैं। इसकी देखरेख करना हमारा कर्तव्य है। इसके उत्थान में संम्पूर्ण हिन्दू समाज को जुटना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह भूमि केवल हिन्दुओं के लिए है। भारत के बिना हिन्दू नहीं, हिन्दू के बिना भारत नहीं है। श्री जोशी ने कहा कि हिन्दू समाज में कई त्रुटियां रही हैं, उनको समाप्त करना आवश्यक है। उन्होंने अस्पृश्यता को हिन्दू समाज की कमजोरी बताया और कहा कि उसे पूरी तरह समाप्त करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि जाति और क्षेत्रीयता राष्ट्र के लिए चुनौती है। इस तरह की धारणाएं खत्म होनी चाहिए। स्वामी विश्वेशतीर्थ जी ने अपने आशीवर्चन में हिन्दुओं की एकता पर जोर दिया और कहा कि हम सब इसके लिए कार्य करें। उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी बैठकों में कई बार अस्पृश्यता के विरुद्ध प्रस्ताव पारित कर चुके हैं, लेकिन उनका पालन धरातल पर नहीं हो रहा है। यही कारण है कि हम आज भी इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं। हमारे प्रस्ताव केवल नारे न रहें, इसका ध्यान हमें रखना चाहिए। श्री शिवानन्द स्वामी जी ने कहा कि पिछले 50 वर्ष में विश्व हिन्दू परिषद् ने हिन्दुओं को एक करने में बड़ी भूमिका निभाई है। समारोह को विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगडि़या ने भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सम्बोधित किया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने उन्हें राज्य में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी थी। इससे पहले विश्व हिन्दू परिषद्, दक्षिण प्रान्त के सचिव टी.ए.पी. शेनाय ने आगुन्तकों का स्वागत किया और अध्यक्ष श्री एम.पी. पुराणिक ने विश्व हिन्दू परिषद् की गतिविधियों की जानकारी दी। धर्मस्थल धर्माधिकारी श्री वीरेन्द्र हेगडे ने स्वागत भाषण दिया। ल्ल प्रतिनिधि
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