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पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत मामले में एक साल बाद नया मोड़ उस समय आ गया कि जब स्वयं दिल्ली के पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी ने संवाददाताओं को बताया कि सुनंदा की मौत जहर से हुई है।
पहले तो थरूर ने मामले की जांच के निष्कर्ष को लेकर जिज्ञासा जाहिर की, लेकिन अगले ही दिन उनका बयान आ गया कि दिल्ली पुलिस उन्हें फंसाना चाहती है। मसलन दाल में कुछ काला जरूर है जिसने एकाएक थरूर की बेचैनी बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस ने गत 29 दिसम्बर को एम्स द्वारा दी गई रपट के आधार पर सरोजनी नगर थाने में सुनंदा की हत्या का मामला दर्ज किया है, लेकिन उसमें किसी को नामजद नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट है कि अभी सिर्फ एम्स डॉक्टरों की पोस्टमार्टम रपट के आधार पर आनन-फानन में मामला दर्ज कर दिया गया है, लेकिन सुनंदा की हत्या करने या करवाने वाली कडि़यों को जोड़ना राज ही बना हुआ है। सुनंदा की कहानी में नया मोड़ आने से इस मामले की रफ्तार बढ़ना तय है क्योंकि इससे पहले इस मौत को महज एक हादसा ही माना जा रहा था कि सुनंदा ने तनाव में रहने के कारण अत्यधिक मात्रा में नींद की दवा ले ली थी जिस कारण से उसकी मौत हो गई थी। रपट के अनुसार सुनंदा की मौत को अप्राकृतिक बताया जा रहा है और जहर मुंह के रास्ते शरीर में पहुंचा है। सुनंदा की उंगलियों के बीच जहरीला इंजेक्शन लगाने का पता लगा है, जो कि कोई पेशेवर ही लगा सकता है। पुलिस तिरुअनंतपुरम के डॉक्टरों से यह भी पता लगाएगी कि क्या सुनंदा को कोई इंजेक्शन लगाया जाता था। इसके बाद अब दिल्ली पुलिस नये सिरे से गवाहों से पूछताछ करेगी और सुनंदा के परिवार वालों से भी जानकारी हासिल की जाएगी। सुनंदा की हत्या का मामला दर्ज होने पर बौखलाए थरूर ने कहा कि दिल्ली पुलिस उन्हें फंसाना चाहती है। उनका आरोप था कि मामले की जांच से जुड़े पुसिकर्मियों द्वारा उनके नौकर पर सुनंदा की हत्या करने की बात स्वीकार करने के लिए न केवल दबाव बनाया गया, बल्कि शारीरिक प्रताड़ना देकर उससे 14 से 16 घंटे तक पूछताछ भी की गई थी। गौरतलब है कि सुनंदा का शव एक पांच सितारा होटल से गत वर्ष 17 जनवरी को बरामद किया गया था। ल्ल
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