लहरों पर पराक्रम की पताका विक्रमादित्य
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

लहरों पर पराक्रम की पताका विक्रमादित्य

by
Jun 21, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 21 Jun 2014 17:08:53

15 हजार करोड़ रुपये की लागत से रूस से खरीदे गए युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य के भारतीय नौसेना में शामिल होने का सपना आखिरकार साकार हो गया । सामरिक दृष्टि से इसे काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि अमरीका, इटली के बाद भारत ऐसा तीसरा देश बन गया है जिसके जंगी बेडे़ में दो युद्धपोत हैं। विक्रमादित्य के भारतीय नौसेना में शामिल होने से न केवल अमरीका, बल्कि चीन सहित दूसरे कई देशों की निगाहें अब भारत पर टकटकी लगाए हुए हैं। इससे न केवल हमारी समुद्री सीमाएं सुरक्षित हो गईं हैं, बल्कि दुश्मन देशों को भारत की असीमित शक्ति का अंदाजा हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत 14 जून को गोवा पहंुचकर व्रिकमादित्य युद्धपोत क ो भारतीय नौसेना को समर्पित कर दिया। इस अवसर पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसमें 10 जंगी जहाजों द्वारा उन्हें सलामी भी दी गई। हालांकि चक्रवात और तेज बारिश के कारण युद्धपोत पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग व उड़ान का संचालन नहीं किया जा सका। हाईटेक तकनीक से सुसज्जित यह युद्धपोत देश के लिए अभेद रक्षा कवच का कार्य करेगा। खासकर चीन की आक्रामक नीति पर इससे लगाम जरूर लग सकेगी। इससे न केवल चीन, बल्कि पाकिस्तान, श्रीलंका और भारतीय उपमहाद्वीप में भी देश की स्थिति और मजबूत बनेगी।
भारत के पास इससे पहले आईएनएस विराट युद्धपोत था, लेकिन अब दो युद्धपोत होने से भारत ने चीन को भी पछाड़ दिया है। इस क्रम में भारत चीन से आगे निकल गया है। प्रधानमंत्री ने विक्रमादित्य नौसेना को सौंपे जाने के बाद मिग- 29के लड़ाकू विमान में बैठकर भी उसके बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होंने नौसैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वन रैंक वन पेंशन योजना को लागू किया जाएगा, वार मेमोरियल बनाया जाएगा और रक्षा के क्षेत्र में ताकत बढ़ाकर छोटे देशों को हथियार व अन्य युद्ध सामग्री निर्यात भी की जाएगी। मोदी ने कहा कि देश की आजादी के 60 दशक बाद भी हम युद्ध सामग्री के लिए विदेशों पर निर्भर हैं जिससे हमें जल्द ही बाहर निकलना होगा।
विक्रमादित्य के नौसेना में शामिल होने को उन्होंने स्वर्णिम उपलब्धि बताते हुए कहा कि भारत न तो किसी को आंख दिखाकर बात करेगा और न आंख झुकाकर। भारत सभी देशों से आंख से आंख मिलाकर बात करेगा। साथ ही कहा कि आर्थिक प्रगति के लिए नौसेना की मजबूती काफी अहम है। उन्होंने नौसेना और तटीय सुरक्षा को भारत की अहम जरूरत भी बताया। नौसेना में पहले से शामिल आईएनएस विराट ने 1971 भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान के गाजी को डुबाया था। – राहुल शर्मा

विशेषताएं

ल्ल सागर में चलता-फिरता छोटा शहर सा प्रतीत होता है
ल्ल 20 मंजिल वाले इस युद्धपोत में 60 मीटर ऊंचे 22 डेक हैं
ल्ल 29 मिग विमान और 10 हेलीकॉप्टर रखने की क्षमता, लड़ाकू विमानों की लैंडिंग में सहायक
ल्ल 54 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार
ल्ल 45 हजार टन है वजन
ल्ल 198 मीटर लंबर और 24 मीटर चौड़ा रनवे
ल्ल 1600 सैनिकों के रहने की व्यवस्था, 2500 कंपार्टमेंट हैं
ल्ल एक बार पूरा ईंधन भरने के बाद 45 दिनों तक समुद्र में रह सकता है
ल्ल किसी भी मौसम में एयरक्राफ्ट को दिशा-निर्देश देने में सक्षम अत्याधुनिक नेवीगेशन तंत्र

महत्वपूर्ण बातें
ल्ल इस युद्धपोत का पहला नाम गोर्शकोव था
ल्ल वर्ष 2004 में इसे खरीदने का प्रस्ताव रखा गया था, तब इसकी कीमत 12 हजार करोड़ रुपये थी
ल्ल अगले 15 वर्षों तक भारतीय नौसेना को अपनी सेवा देगा विक्रमादित्य

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

विरोधजीवी संगठनों का भ्रमजाल

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

देखिये VIDEO: धराशायी हुआ वामपंथ का झूठ, ASI ने खोजी सरस्वती नदी; मिली 4500 साल पुरानी सभ्यता

VIDEO: कांग्रेस के निशाने पर क्यों हैं दूरदर्शन के ये 2 पत्रकार, उनसे ही सुनिये सच

Voter ID Card: जानें घर बैठे ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड बनवाने का प्रोसेस

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

विरोधजीवी संगठनों का भ्रमजाल

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

देखिये VIDEO: धराशायी हुआ वामपंथ का झूठ, ASI ने खोजी सरस्वती नदी; मिली 4500 साल पुरानी सभ्यता

VIDEO: कांग्रेस के निशाने पर क्यों हैं दूरदर्शन के ये 2 पत्रकार, उनसे ही सुनिये सच

Voter ID Card: जानें घर बैठे ऑनलाइन वोटर आईडी कार्ड बनवाने का प्रोसेस

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

सावन के महीने में भूलकर भी नहीं खाना चाहिए ये फूड्स

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

विश्व हिंदू परिषद ने कहा— कन्वर्जन के विरुद्ध बने कठोर कानून

एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त

Ahmedabad Plane Crash: उड़ान के चंद सेकंड बाद दोनों इंजन बंद, जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

पुलिस की गिरफ्त में अशराफुल

फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला अशराफुल गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies