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.भारत-पाक रिश्ते सुधरने के अभी कयास ही लगने शुरू हुए थे कि पाकिस्तान ने एक बार फिर से संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का दुस्साहस कर दिया। पाकिस्तान बीते अप्रैल-मई माह में सीमा पर संघर्ष विराम को 19 बार तोड़ चुका है, जबकि वर्ष 2013 में पाकिस्तान ने 149 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था जिसमें 12 जवान शहीद और 41 जवान घायल हुए थे।
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भारत बुलाकर पूरे विश्व को सोचने पर मजबूर कर दिया था। यही नहीं दोनों ने एक-दूसरे को उपहार स्वरूप शाल और साड़ी भेंटकर भारत-पाक के रिश्ते सुधरने की संभावना भी जताई थी, लेकिन शुक्रवार को सीमा पर पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर अपनी कथनी और करनी में अंतर होने की बात को सही साबित कर दिया है। यह दुस्साहस रक्षा मंत्री अरुण जेटली के दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे से ठीक एक दिन पूर्व किया गया।
गत 12 जून को पाक सैनिकों ने पुंछ सेक्टर में दो विस्फोट किए थे। इस धमाके में एक जवान शहीद, जबकि एक मेजर सहित छह अन्य जवान घायल हो गए थे। 13 जून को भी राजौरी, बीजी, मेंढर, बालाकोट और केरी सेक्टरों में सीमा पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। सीमापार से 100 से अधिक मोर्टार रिहायशी इलाकों में दागे गए। इनकी चपेट में आने से एक मवेशी की मौत हो गई और कई घायल हो गए। पाक सैनिक भारत की सीमा में आतंकियों को प्रवेश कराने के मकसद से यह कार्रवाई कर रहे थे। गत 14 जून को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहंुचे रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने साफ कहा कि भारतीय सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने कहा कि भारत के संयम की भी एक सीमा है। इस मौके पर उनके साथ सेना प्रमुख जनरल ब्रिकम सिंह भी मौजूद थे।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संघर्ष विराम का उल्लंघन होने पर गत 13 जून को स्वयं साउथ ब्लॉक स्थित रक्षा मंत्रालय के 'वार रूम' का जायजा लिया। वहां जाकर उन्होंने पड़ोसी देशों से सटी सीमाओं की विस्तृत जानकारी ली। साथ ही सेना को आश्वस्त किया कि वे सीमा पर हो रहे उल्लंघन और घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं करेंगे और सेना की जरूरतों में कोताही भी नहीं बरती जाएगी। इसके बाद से राजनीतिक गलियारे ही नहीं, बल्कि विदेशों तक भी प्रधानमंत्री के वार रूम में जाने की चर्चाएं काफी तेज हैं। आमतौर पर ऐसा बहुत कम देखने में आता है कि प्रधानमंत्री स्वयं वार रूम पहंुचकर स्थिति का जायजा लें। ल्ल प्रतिनिधि
सरकारी नौकरी के लिए ईसाई कर रहे हैं फर्जीवाड़ा
भुवनेश्वर में ईसाई पंथ के लोग सरकारी नौकरी पाने के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति के प्रमाणपत्र बनवा रहे हैं। हाल ही में आबकारी विभाग के एक अधीक्षक द्वारा फर्जी प्रमाणपत्र देकर सरकारी नौकरी पाने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक टकरमेंडी गांव के पाउल दिगाल 1993 से आबकारी विभाग में कार्यरत थे, जो कि ईसाई पंथ के हैं। इसके बावजूद उन्होंने स्वयं को अनुसूचित जाति का बताकर पहले प्रमाणपत्र तैयार कराया और सरकारी नौकरी ले ली। इसका खुलासा होने पर आरोपी को वाणी विहार स्थित सरकारी बंगले से गिरफ्तार कर लिया गया। जिला उदयगिरी अदालत में पेश करने के बाद पाउल को जेल भेज दिया गया। सरकारी नौकरी में फर्जीवाड़ा कर अधिकार छीन जाने से वनवासी क्षेत्र में रहने वाले लोगों में काफी असंतोष पनप रहा है। ल्ल पंचानन अग्रवाल
तमिलनाडु में हिन्दू नेता की हत्या
बीती18 जून की रात को तिरुवल्लुर जिले के हिन्दू मुन्नानी जिला अध्यक्ष सुरेश(45) की राष्ट्रविरोधी तत्वों ने चेन्नै में निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी। वह लंबे समय से संगठन में सक्रिय रूप से जुड़े थे और राष्ट्रविरोधी तत्वों का मुकाबला कर रहे थे। इस हृदय विदारक घटना पर हिन्दू मुन्नानी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से मांग की है कि वह तत्काल हत्या में लिप्त तत्वों को पकड़े जिन्होंने ये कृत्य किया है। ल्ल प्रतिनिधि
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