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राहुल शर्मा
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार का गठन होते ही कांग्रेस नेता अजय माकन ने एक ट्वीट के जरिए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की योग्यता पर निशाना साधा और चुप बैठ गए, लेकिन यह ऐसा तीर था जो खुद उनकी ही पार्टी को जा लगा। ताजा डिग्री विवाद ने कांग्रेस के शीर्ष परिवार की विवादित शैक्षिक योग्यता की परतों को उघाड़ने का ही काम किया है।
याद दिलाते चलें कि यह वही अजय माकन हैं जिनकी प्रेसवार्ता में कुछ माह पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दागी प्रत्याशियों के मसले पर अध्यादेश की प्रति फाड़ दी थी और ह्यएंग्री यंगमैनह्ण की छवि भुनाई थी। इस घटना से तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, समस्त संप्रग गठबंधन और खासतौर से माकन की खासी किरकिरी हुई थी क्योंकि राहुल की मौजूदगी में उन्हें शर्मिंदगी के साथ अपने ही बयान पर पलटी मारनी पड़ी थी। उस समय माकन चुप रहे, अब वे बोले हैं और स्मृति की बजाय फजीहत राहुल और गांधी परिवार की हो रही है। माकन ने ट्वीट में स्मृति ईरानी का नामांकन पत्र चुनाव आयोग की साइट पर देखने की नसीहत दी है। लेकिन इसी साइट पर राहुल गांधी का शैक्षिक बही-खाता भी खुलता है जिन्हें स्मृति ने अमेठी से जोरदार टक्कर दी और केंद्रीय मंत्री भी बन गईं।
गौरतलब है कि वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को दिए अपने शपथपत्र में 1989 में 12वीं पास होने और 1995 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से एम. फिल करने की घोषणा की थी, लेकिन वर्ष 2014 के शपथपत्र में उन्होंने 1994 में फ्लोरिडा से ह्यबैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री लेने का भी जिक्र किया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि ह्ण94 में ह्यबैचलर ऑफ आर्ट्स बाद 95 में सीधे एम.फिल करने वाले राहुल ने अपनी बुनियादी योग्यता का विवरण 04 के लोकसभा चुनाव में दिए शपथपत्र में क्यों नहीं दिया।
विवाद गरमाते ही सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की शैक्षिक योग्यता से जुड़े विवाद भी ताजा होने लगे हैं।
माकन ने ईरानी छेड़कर ह्यरागा से प्रेस वार्ता बिगाड़ने का बदला ही नहीं लिया पूरी कांग्रेस को डरा दिया है। यह उन्होंने जानबूझकर किया या अनजाने ये बात तो वही जानें बहरहाल एक बात तय है कि स्मृति ईरानी का जिक्र अमेठी से सोशल नेटवर्किंग साइट तक राहुल के लिए किसी डरावनी कहानी से कम नहीं है।
साइबर गुबार
नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट पर क्या कहें? मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी तो गे्रजुएट भी नहीं हैं। उनका नामांकन पत्र चुनाव आयोग की साइट पर देख सकते हैं।
-अजय माकन, कांग्रेस नेता
कांग्रेस के लोग स्मृति ईरानी की योग्यता के बारे में सवाल कर रहे हैं। मैं पूछना चाहती हूं कि सोनिया गांधी की शैक्षणिक योग्यता क्या है क्योंकि उन्होंने यूपीए का नेतृत्व किया है और मनमोहन सिंह को निर्देश दिए।
-उमा भारती, जल संसाधन मंत्री
आपको (अजय माकन) स्मृति ईरानी की योग्यता के बारे में सवाल करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आपने अपने सारे मंत्रालय की जिम्मेदारी सोनिया गांधी को सौंप दी थी, जो कि 10वीं पास भी नहीं हैं।
-मधु किश्वर, लेखिका
स्मति खुशकिस्मत हैं कि एचआरडी मंत्रालय में समर्पित और मेहनती अधिकारी हैं, जो कि उनके लिए मूल्यवान साबित होंगे।
-पल्लम राजू, पूर्व केन्द्रीय मंत्री
अजय माकन को सोनिया व राहुल गांधी जैसे नेताओं की शैक्षणिक योग्यता पर ध्यान देना चाहिए जिनको वे आंखें बंद कर फॉलो करते हैं।
-वीरेन्द्र पुरी
मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता कि स्मृति ईरानी स्कूल ड्रॉपआउट हैं। वे निश्चित ही अच्छा कार्य करेंगी। आप देख सकते हैं कि एक पीएचडी किए हुए व्यक्ति ने देश का क्या किया है।
-सुहेल सेठ
हमारे पूर्व प्रधानमंत्री ने पीएचडी व ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। उनके ही कारण आज हमारी अर्थव्यवस्था कूड़ेदान जैसी है।
-सुमन गंगोपाध्याय
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