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गुजरात का चर्चित जासूसी कांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस जांच की निजता का तर्क देते हुए पीडि़ता और उसके पिता ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख करते हुए न्यायमूर्ति रंजना देसाई और न्यायमूर्ति एन. वी. रमण की खण्डपीठ के समक्ष दायर याचिका में तुरंत जांच को रुकवाने का अनुरोध किया है। खंडपीठ ने कहा है कि वह सम्बंधित पक्षों को सुने बगैर इस मामले पर कार्यवाही पर रोक लगाने के लिए अंतरिम आदेश नहीं दे सकती है। सर्वोच्च न्यायालय ने केन्द्र तथा राज्य सरकार को नोटिस जारी कर इस बारे में जवाब मांगा है। न्यायालय ने मीडिया से भी आग्रह किया है कि महिला का नाम सार्वजनिक न किया जाये। गुजरात सरकार जांच आयोग का गठन कर चुकी है। इसके बावजूद यूपीए को जांच आयोग बनाने की घोषणा करने के बाद से चौतरफा हमलों का सामना करना पड़ा था। प्रतिनिधि
इशरत जहां मामले में
अमित शाह को क्लीन चिट
सीबीआई ने कहा शाह के खिलाफ नहीं मिला कोई साक्ष्य
गुजरात के पूर्व गृह मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी अमित शाह को इशरत जहां मुठभेड़ मामले में क्लीन चिट दे दी गई है। सीबीआई ने पूरे मामले की गहनता से जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट देते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है। सीबीआई ने इस संबंध में रपट पेश कर दी है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में आरोप पत्र में अमित शाह का पहले भी नाम नहीं था। ऐसे में जबकि लोकसभा चुनावों का परिणाम आने में एक सप्ताह का ही समय बचा है, शाह के लिए यह राहत की बात है। जानकारी के अनुसार 15, जून 2004 को इशरत जहां मामले में हुई मुठभेड़ को लेकर अमित शाह पर आरोप लगे थे। 7 मई को सीबीआई ने न्यायालय में अपनी स्टेटस रपट पेश कर दी। उसका कहना है कि अमित शाह के खिलाफ ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं, जिसके आधार पर उन्हें आरोपी बनाया जा सके। दरअसल सीबीआई ने अमित शाह को पहले भी अरोपी नहीं बनाया था। उसी मुठभेड़ के दौरान मारे गए प्रणेश पिल्लई के पिता गोपीनाथ पिल्लई ने न्यायालय में याचिका दायर कर गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री अमित शाह को आरोपी बनाने की मांग की थी। शाह को क्लीन चिट मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने सरकार से सफाई की मांग की है। भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा है हमें पहले से ही मालूम है कि अमित शाह के खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं होगा। उन्हें क्लीन चिट मिलना स्वाभाविक है। एक
बात स्पष्ट है कि केन्द्र सरकार ने सीबीआई का दुरुपयोग किया और पिछले पांच-छह वर्षों में अमित शाह को परेशान करने के लिए उसका इस्तेमाल किया।प्रतिनिधि
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