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दसवीं के बाद छात्रों पर स्ट्रीम चुनने का भारी दबाव रहता है। कुछ छात्र तो पहले ही तय कर चुके होते हैं कि उन्हें किस क्षेत्र में जाना है जबकि कई अपने चयन को लेकर उहापोह की स्थिति में रहते हैं। हालांकि इस उम्र में छात्रों को उन सभी विकल्पों के बारे में नहीं पता होता है जिससे कि वह अपने भविष्य के संदर्भ में उनका चयन कर सकें। उम्र भी कम होने के कारण उनमें निर्णय लेने की क्षमता उतनी अधिक नहीं होती। विकल्प के बारे में काफी कुछ वे अपने दोस्तों, टीचर्स एवं पैंरेंट्स से सुन चुके होते हैं कि डॉक्टर बनना है तो बायोलॉजी तथा इंजीनियर बनना है तो मैथ व एमबीए के क्षेत्र मे जाना है तो कॉमर्स पढ़ना आवश्यक है। सही मायने में देखा जाए तो बाजार जॉब ओरिएंटेड प्रोफेशनल कोर्सों से पटा पड़ा है जिनमें दसवीं उत्तीर्ण छात्र भी दाखिला ले सकते हैं। आमतौर पर इन कोर्सों का चयन वे ही छात्र करते हैं जिन्हें परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण तत्काल नौकरी आदि की जरूरत होती है। दसवीं के पश्चात उनके सामने कई तरह की राहें खुलती हैं-
आर्ट- जिन छात्रों को इतिहास, भूगोल, सामान्य विज्ञान, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र आदि विषयों में रुचि हो तो वे दसवीं के बाद आर्ट विषयों का चयन कर सकते हैं। इसे चुनते वक्त उन्हें दूरदर्शी भी होना आवश्यक है। क्योंकि उन्हें आगे भी उसी प्लेटफार्म पर गाड़ी दौड़ानी है। ऐसे में उनको अपनी सोच खुली रखनी होगी। इस विधा में आप कई तरह के सामाजिक व भौगोलिक रहस्यों से परिचित होते हैं।
साइंस- विज्ञान में हाथ आजमाने की हसरत रखने वाले छात्रों के लिए विज्ञान वर्ग सबसे उत्तम साबित हो सकता है। इसमें जीव विज्ञान वर्ग व गणित का वर्ग भी आता है। जीव विज्ञान वर्ग के साथ भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, हिन्दी, अंग्रेजी आदि विषय ले सकते हैं। जबकि गणित वर्ग के साथ भौतिकी, रसायन, गणित, हिन्दी, अंग्रेजी आदि विषय चुन सकते हैं।
कॉमर्स- आर्ट एवं साइंस से अलग कॉमर्स भी छात्रों के लिए अधिक उपयुक्त साबित हो सकता है। ऐसे छात्र जिनकी रुचि बही खाता, व्यापारिक संगठन, सांख्यिकी आदि विषयों में है तो वे कॉमर्स सब्जेक्ट में अच्छा कर सकते हैं। आगे भी उन्हें अपनी प्रतिबद्घता कायम रखने के लिए पर्याप्त अवसर मिलते हैं।
इस लिहाज से छात्रों को यही सलाह दी जा सकती है कि वे दसवीं के पश्चात करियर चयन करते समय अपनी रुचि, कौशल को भलीभांति परख लें तथा जहां भी दुविधा की स्थिति हो या विकल्पों को लेकर जानकारी का अभाव हो तो नि:संकोच विशेषज�%
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