अनोखा और समझदार पक्षी 'बया'
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

अनोखा और समझदार पक्षी 'बया'

by
May 3, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 03 May 2014 15:56:08

बहुत पुरानी बात है, एक राजा के मंत्री को ईश्वर में बहुत विश्वास था। वह नित्य पूजा करता और ईमानदारी से अपना काम करता। वह अक्सर कहा करता था कि 'ईश्वर जो करता है वह मनुष्य के भले के लिए ही करता है।' कभी-कभी हमें ऐसा लगता है कि ईश्वर की हम पर कृपादृष्टि नहीं है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता, कभी-कभी तो उसके वरदान को भी लोग श्राप समझने की भूल कर बैठते हैं। वह हमको थोड़ी पीड़ा इसलिए देता है ताकि बड़ी पीड़ा से बच सके। राजा इस बात से बड़ा चिढ़ता था। वह सोचता था कि मंत्री खाता मेरा है, लेकिन मेरी कभी प्रशंसा नहीं करता। जब देखो तब कहता रहता है कि 'ईश्वर जो करता है वह मनुष्य के भले के लिए ही करता है।ह्ण मंत्री बेहद गुणी भी था। इसलिए राजा उसे कुछ कहता नहीं था, बस मन में सोच कर रह जाता था।
एक बार राजा अपनी तलवारबाजी का अभ्यास कर रहा था कि अचानक उसकी अंगुली कट गई। राजा दर्द से बिलबिला उठा, मंत्री वहां मौजूद था अचानक उसके मुंह से निकल गया कि ह्यईश्वर जो करता है वह मनुष्य के भले के लिए ही करता है।ह्ण ऐसे मौके पर राजा को यह बात सुनकर बहुत गुस्सा आया। उसने अपने सेवकों को आदेश दिया कि मंत्री को कारावास में डाल दिया जाए। कारावास में डाले जाने के बाद भी मंत्री ने वही कहा कि ह्यईश्वर जो करता है वह मनुष्य के भले के लिए ही करता है।ह्ण महीनों बीत गए, राजा का घाव ठीक हो गया। मंत्री अभी भी कारावास में ही था। एक दिन राजा घने जंगल में शिकार खेलने निकला हुआ था। राजा घोड़े पर हिरण का पीछा कर रहा था, हिरण का पीछा करते हुए वह भटककर एक जंगली कबीले के क्षेत्र में जा पहुंचा।'
कबीले वालों ने उसे पकड़ लिया। उनके यहां मानव बलि देने की प्रथा थी। वे उसे लेकर अपने देवता के सामने पहुंचे, लेकिन जैसे ही कबीले वालों के पुजारी ने राजा की बलि चढ़ाने के लिए फरसा उठाया तो उसकी नजर राजा की कटी हुई अंगुली पर पड़ी। वह बोला, इस आदमी की बलि नहीं दी जा सकती, क्योंकि इसका शरीर खंडित है। यदि ऐसा हुआ तो देवता प्रसन्न होने की बजाए क्रोधित हो जाएंगे। अधूरी बलि उन्हें पसंद नहीं।
हमें महामारी, सूखे और बाढ़ का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। कबीले वालों ने तत्काल राजा को मुक्त कर दिया। राजा ने ईश्वर को धन्यवाद दिया और बिना देरी किए अपनी राजधानी में वापस पहुंचा। वह तत्काल कारावास में मंत्री से मिलने गया। उसने मंत्री को कारावास से बाहर निकलवाने का आदेश दिया और कहा, मंत्री तुम बिल्कुल सही थे तुम जो कहते थे वह सही कहते थे, मेरे क्रोध की वजह से तुम्हें इतने दिनों तक कारावास का कष्ट झेलना पड़ा, मुझे क्षमा कर दो।'
ह्यमंत्री बोला, नहीं नहीं…राजन, अच्छा ही हुआ जो आपने मुझे कारावास में डलवा दिया। नहीं तो शिकार खेलने जाने के दौरान मैं आपके साथ होता, ऐसे में कबीले वाले आपको तो छोड़ देते लेकिन मेरी बलि चढ़ा देते। इसलिए मैं सदैव कहता हूं कि ह्यईश्वर जो करता है वह मनुष्य के भले के लिए ही करता है।ह्ण राजा की आंखें खुल चुकी थीं। उसने मंत्री को गले से लगा लिया और उसे महामंत्री बना दिया। * प्रतिनिधि

 

महान वैज्ञानिक आर्यभट्ट
बच्चो! आपने भारतवर्ष के महान वैज्ञानिक आर्यभट्ट के बारे में सुना है। दुनिया को शून्य देने वाले आर्यभट्ट ही थे। आर्यभट्ट के जन्मकाल को लेकर उनके ग्रंथ आर्यभट्टीयम से जानकारी मिलती है। ग्रंथ में उन्होंने लिखा है कि कलियुग के 3600 वर्ष बीत चुके हैं, मेरी आयु 23 साल की है, जब मैं यह ग्रंथ लिख रहा हूं।
भारतीय ज्योतिष परंपरा के अनुसार कलियुग का आरंभ ईसा पूर्व 3101 में हुआ था. इस हिसाब से 499 ईस्वी में आर्यभट्टीयम की रचना हुई। इस लिहाज से आर्यभट्ट का जन्म 476 ईस्वी में हुआ माना जाता है, लेकिन उनके जन्मस्थान के बारे में मतभेद है। कुछ विद्वानों का कहना है कि इनका जन्म नर्मदा और गोदावरी के बीच के किसी स्थान पर हुआ था, जिसे संस्कृत साहित्य में अश्मक देश के नाम से लिखा गया है। आर्यभट्ट के गणित और खगोल विज्ञान पर अनेकों गं्रथ हैं, जिनमें से कुछ खो गए हैं। उनकी प्रमुख कृति, आर्यभट्टीयम, गणित और खगोल विज्ञान का एक संग्रह है, जो आधुनिक समय में भी अस्तित्व में है। उनके गणितीय भाग में अंकगणित, बीजगणित, सरल त्रिकोणमिति और गोलीय त्रिकोणमिति शामिल हैं। उनके लिखे तीन ग्रंथों दशगीतिका, आर्यभट्टीयम और तंत्र की जानकारी आज भी मौजूद है,लेकिन जानकारों की मानें तो उन्होंने और एक ग्रंथ लिखा था 'आर्यभट्ट सिद्धांत', इस समय इसके केवल 34 श्लोक ही उपलब्ध हैं।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies