सम्पादकीय 2: सीधी बात, सच्चे लोग
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

सम्पादकीय 2: सीधी बात, सच्चे लोग

by
Mar 15, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 15 Mar 2014 11:11:25

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ क्या करता है यह जाने बगैर कुछ लोगों की बेचैनी यह बताने को लेकर ज्यादा रहती है कि शायद वहां यह कहा-करा जा रहा है। यह संभवत कुछ ऐसी मूर्खता है जहां पुस्तक के रंग और वजन के आधार पर कुछ 'समझदार' लोग उसकी समीक्षा करने लगें कि देखिए, हम बताए देते हैं पन्नों पर क्या लिखा है और उसका क्या मतलब होना चाहिए।
बेंगलूरू में 7-8 और 9 मार्च को आयोजित संघ की प्रतिनिधि सभा बैठक के समापन सत्र में सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने जो कुछ कहा उसका स्वर और शब्द स्पष्ट थे। संपूर्ण कथन के सार में वही शाश्वत भाव था जो कि संघ की पहचान है-'राष्ट्र सर्वोपरि'। 'हम राजनीति में नहीं हैं, हमें लक्ष्य के लिए काम करना है।' यह बात स्वयंसेवकों को सहज समझ में आती है। मगर इस वाक्य की वैचारिक गहराइयों का मोती, संघसृष्टि को संदेह से देखने वाली सतही सोच के भी हाथ लग जाए ऐसा जरूरी नहीं।
व्यक्ति की बजाय राष्ट्र और मानवता का चिंतन यही संघ कार्य का सूत्र वाक्य है और इसी ध्येय के लिए समर्पित-संकल्पित जनचेतना का निर्माण संघ 1925 से कर रहा है।
सांस्कृतिक चेतना के सूत्र में गुंथे राष्ट्र निर्माण की साधना निरंतर चलने वाली है। लोकतंत्र के महापर्व में मतदान इस यात्रा का छोटा पड़ाव भी है और अल्पकालिक कर्तव्य भी। इस कर्तव्य को पूरा कर लोग फिर से अपने काम में लग जाएंगे, यह कितनी सरल सी बात है। लेकिन सच्चे लोगों की सीधी सी बात संभवत: सबकी समझ में नहीं आती।
सो, साफ सी बात दिल्ली तक आते-आते फांस बताई जाने लगी तो इसमें क्या हैरानी! वैसे, राष्ट्रीय महत्व की हर बात को सिर्फ राजधानी के सत्ता गलियारों से जोड़कर देखने वाले चुनावी राजनीति के आगे सोच भी क्या सकते हैं?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा में सरसंघचालक श्री मोहन राव भागवत को व्यक्ति विशेष के विरुद्ध प्रचारित और परिभाषित करने वाले टीकाकार यदि राजनीति के परे राष्ट्र का व्याप नहीं समझ पाते तो यह सत्ता की नजदीकी से उपजा निकट दृष्टि दोष ही है। राष्ट्र जीवन के विविध क्षेत्रों में निष्काम भाव से आहुतियां देते लोगों का काम जिन्हें नहीं दिखता उन्हें यह बात भला कैसे समझ आए कि राष्ट्र का मतलब सिर्फ राजनीति नहीं है। राजनीति का मतलब सिर्फ सत्ता नहीं है और राजकाज का ढंग बदलने की बात उस सोच में परिवर्तन से जुड़ी है जो किसी देश की दिशा तय करती है। अधिकतम मतदान सुनिश्चित करने का आह्वान, समाज जागरण की हर आहट, मतदान जरूर करने की हर खटखटाहट उन्हें डराती है जिनके लिए राजनीति समाज को बांटते हुए सत्ता की मलाई चखने का धंधा है। भारत को खोखला करते रहे भ्रष्टाचारी बौखलाहट में जनता को भ्रमित करना चाहते हैं, लेकिन देशहित के लिए जाग्रत लोग उस अभियान पर हैं जो लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी है, इस देश के लिए जरूरी है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

जनरल मुनीर को कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है

जिन्ना के देश का फौजी कमांडर ‘लापता’, उसे हिरासत में लेने की खबर ने मचाई अफरातफरी

बलूचिस्तान ने कर दिया स्वतंत्र होने का दावा, पाकिस्तान के उड़ गए तोते, अंतरिम सरकार की घोषणा जल्द

IIT खड़गपुर: छात्र की संदिग्ध हालात में मौत मामले में दर्ज होगी एफआईआर

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (चित्र- प्रतीकात्मक)

आज़ाद मलिक पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का संदेह, ED ने जब्त किए 20 हजार पन्नों के गोपनीय दस्तावेज

संगीतकार ए. आर रहमान

सुर की चोरी की कमजोरी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जनरल मुनीर को कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है

जिन्ना के देश का फौजी कमांडर ‘लापता’, उसे हिरासत में लेने की खबर ने मचाई अफरातफरी

बलूचिस्तान ने कर दिया स्वतंत्र होने का दावा, पाकिस्तान के उड़ गए तोते, अंतरिम सरकार की घोषणा जल्द

IIT खड़गपुर: छात्र की संदिग्ध हालात में मौत मामले में दर्ज होगी एफआईआर

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (चित्र- प्रतीकात्मक)

आज़ाद मलिक पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का संदेह, ED ने जब्त किए 20 हजार पन्नों के गोपनीय दस्तावेज

संगीतकार ए. आर रहमान

सुर की चोरी की कमजोरी

आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर

कंधार प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर ढेर: अमेरिका बोला ‘Thank you India’

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद क्षतिग्रस्त दीवारें, टूटी खिड़कियां और ज़मीन पर पड़ा मलबा

पाकिस्तानी सेना ने बारामुला में की भारी गोलाबारी, उरी में एक महिला की मौत

बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाके (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में भड़का विद्रोह, पाकिस्तानी सेना पर कई हमले, बलूचिस्तान ने मांगी आजादी, कहा – भारत में हो बलूच दूतावास

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies