हल्ला बोलने से चले मगररपट में नहीं लिया कोई भी नाम
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

हल्ला बोलने से चले मगररपट में नहीं लिया कोई भी नाम

by
Feb 15, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 15 Feb 2014 14:39:32

-विवेक शुक्ला-

अरविंद केजरीवाल खबरों में रहने में माहिर हैं। उन्होंने गैस मूल्य निर्धारण में रिलायंस उद्योग समूह के अध्यक्ष मुकेशअंबानी, पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुरली देवड़ा प्राथमिकी दर्ज कराने की हवा तो उड़ाई, प्राथमिकी भी दर्ज हुई, लेकिन नामजद किसी को नहीं किया गया। केंद्र सरकार में पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रमण्यम, पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. एच. ताहिलियानी, जानी मानी वकील कामिनी जायसवाल और पूर्व केंद्रीय सचिव ई. ए. एस. सरमा की संयुक्त शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्णय दिल्ली सरकार ने लिया। इस तरह का आदेश देकर भारत की राजनीति एकअनूठा पन्ना जुड़ गया है। एक प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के किसी निर्णय के खिलाफ तो जा सकती है, लेकिन उस पर आपराधिक मामला दर्ज हो, यह पहले कभी नहीं सुना है।
यह समझने की जरूरत है कि तेल निकालने का काम कुएं से बाल्टी से पानी निकालने जैसा नहीं है। इसकी प्रक्रिया जटिल होती है और इसलिए कीमत निर्धारण की प्रक्रिया भी आसान नहीं होती, लेकिन यदि इस जटिलता को पारदर्शी रखा जाता, तो संदेह का वह माहौल नहीं बनता, जो इस अभी बना हुआ है। हैरानी की बात है कि केंद्र सरकार ने एक अप्रामाणिक सर्वेक्षण के आधार पर जून 2013 में यह तय कर लिया कि अप्रैल 2014 से उत्पादकों के लिए गैस की कीमत क्या रहेगी। ये फैसला कई सवाल खड़े करता है। पहला, जब उत्पादन क्षेत्र, उत्पादक और उपभोक्ता सभी भारतीय हैं, तब कीमतें डॉलर में तय करने का क्या मतलब ? दूसरा, जिस चीज के दाम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बदलते रहे हैं, उसके लिए साल भर पहले से मूल्य निर्धारण कहां तक उचित है? तीसरा, क्यों गैस उत्पादन में प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को खड़े करने पर विचार नहीं हुआ , जिससे इस क्षेत्र में निवेश बढ़ता और कीमतों पर नियंत्रण भी रहता?
पेट्रोलियम और गैस क्षेत्र के जानकार राजीव कुमार सवाल पूछते हैं कि, मुकेश अंबानी की कंपनी आरआईएल को लाखों करोड़ का अतिरिक्त फायदा पहुंचाने के लिए कीमत क्यों बढ़ाई गई? यह बताने की जरूरत नहीं है कि प्राकृतिक गैस देश का संसाधन है। जनता के हित के लिए इसका इस्तेमाल होना चाहिए, लेकिन, अंबानी के फायदे के लिए इसके दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं। हाल में, इसकी कीमत 4़2 डॉलर प्रति एमएमबीयूटी से बढ़ाकर 84 डॉलर प्रति एमएमबीयूटी कर दी गई।
अभी तो आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हुआ है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि कौन सच्चा और कौन झूठा, पर ये साफ है कि गैस के दामों में एक अप्रैल से होने वाली बढ़ोतरी के दूरगामी असर होंगे, बिजली की कीमतें, सीएनजी और पीएनजी का बिल, टैक्सी,ऑटो और बस के किराए बढ़ेंगे।
बहरहाल, गैस मूल्य निर्धारण मामले में केजरीवाल के आरोपों को पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने खारिज कर दिया। मोइली ने कहा, उनकी अज्ञानता पर दया करनी चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए सरकार कैसे चलती है, कैसे काम होता है, मैंने यह सुनिश्चित करने में विशेष रुचि ली कि सीएनजी और पीएनजी की कीमतें घटें। आपको ये पता होना चाहिए।
दरअसल सुर्खियों में रहना केजरीवाल की शैली बन गई है। अपनी बात को हर सूरत में मनवाने की जिद के कारण वे खबरों में बने रहते हैं, पर उन्हें समझ आना चाहिए कि गैस की कीमतें तय करने की व्यवस्थाएं होती हैं, विशेषज्ञों की सलाह जरूरी होती है।
सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह कि देश में शीघ्र ही नयी केंद्र सरकार का गठन होगा। फिर इस प्रकार का दूरगामी फैसला लेने का क्या अर्थ? नयी सरकार पर दबाव होगा कि वह पुरानी सरकार के फैसले को चाहे-अनचाहे माने और न माने तो उसे बदलने के लिए फिर जटिल प्रक्रिया से गुजरे। केजरीवाल के तमाम आरोपों के बीच जानकारों का कहना है कि गैस की कीमतों के बारे में अभी तक देश को सारे तथ्य मालूम नहीं हैं।
यहां अंतरराष्ट्रीय बाजारों के आधार पर पेट्रोलियम और गैस की कीमतों में जब चाहे घट बढ़ हो जाती है लोगों को यह समझ में नहीं आता कि जब देश में ही गैस का उत्पादन बढ़ता चला जा रहा है तब यहां अन्य देशों की तुलना में कीमतें इतनी अधिक क्यों हैं यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नजर डालें तो वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में गैस की जो कीमतें हैं भारत में वे उससे 6 गुना अधिक हैं। रूस एवं अमरीका की तुलना में भी भारत में कीमतें तिगुने के करीब हैं। दूसरी ओर भारत में गैस के उत्पादन के लिये नये-नये क्षेत्र खोले जा रहे हैं और उनसे करोड़ों टन गैस का उत्पादन हो रहा है। सवाल यह है कि आज जब भारत में गैस उत्पादन के साथ शोधन की सुविधाएं अन्य देशों की तुलना में अधिक हैं तो यहां कीमतें निरंतर क्यों बढ़ती जा रही हैं। बहरहाल, एक बात तो साफ है कि गैस और पेट्रोलियम सेक्टर में खनन से लेकर मूल्य निर्धारण जैसे मसलों पर पारदर्शी नीति बनाने की जरूरत है। याद रखना चाहिए कि ये ऐसा क्षेत्र है,जिसका हर हिन्दुस्थानी की जिंदगी से नाता है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies