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कांग्रेस सरकार किस प्रकार सत्य और देशहित की बात करने वालों के पीछे पड़ी है उसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। विदेशों में जमा काला धन भारत में लौटे और भ्रष्टाचारियों को सजा होने की बात करने वाले लोग कांग्रेस को बुरे लगते हैं। जब भी किसी के द्वारा काले धन को वापस लाने की बात कांग्रेस पार्टी सुनती है तो वह बौखला जाती है और अपना आपा खो बैठती है। सत्य और देशहित की बात सुनने वाले और उसको बोलने वाले मानो कांग्रेस के दुश्मन हो जाते हैंे। बाबा रामदेव उसी सूची में शामिल हैं जो देशहित और विदेशों में जमा कालेधन को वापस लाने की बात को प्रमुखता से उठाते आ रहे हैं, साथ ही बाबा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार श्री नरेन्द्र मोदी के कायोंर् की सराहना कर रहे हैं। इससे खिसियाई उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार ने उनके खिलाफ मुकदमों की झड़ी लगा दी है। बाबा रामदेव पर फर्जी तरीके से जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर हरिद्वार की जिलाधिकारी निधि मणि त्रिपाठी की तरफ से 81 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
कांगे्रस सरकार बाबा के खिलाफ लंबे समय से कथित षड्यंत्र रचती आ रही है। उनको फंसा कर जेल पहुंचाने के लिए कांग्रेस सरकार प्रतिदिन नित नए हथकंडे अपना रही है। उत्तराखंड सरकार ने बेशक बाबा रामदेव के ट्रस्ट पर इसीलिए इतनी बड़ी तादाद में मुकदमे दर्ज किए हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के रामलीला मैदान वाली घटना के बाद से ही बाबा रामदेव कांग्रेस की आंखों की किरकिरी बने हुए हैं। नरेंद्र मोदी की तारीफ करके तो वे 10 जनपथ के दरबारियों के निशाने पर रहे हैं।
केन्द्र और उत्तराखंड सरकार बेवजह परेशान करने की नीतियों पर उतर आई है। लेकिन सरकार की नीतियों से पतंजलि परिवार और बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना बंद नहीं करेंगे। यह कहना था पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का उनका कहना था कि दुर्भरग्य का विषय है कि कालेधन के विरुद्घ आवाज उठाने से केन्द्र और प्रदेश सरकार लगातार दमन च्रक चला रही है। प्रतिनिधि
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