|
समाजवादी पार्टी की सरकार को उत्तर प्रदेश में फरवरी माह में 2 साल हो जाएगें। उन दो सालों में ही सरकार के काले कारनामों से परदा उठने लगा है। इस अवधि में सरकार की उपलब्धियां तो कुछ भी नहीं रही हैं लेकिन उसके दामन में दाग की कमी नहीं है। दो साल में सरकार के नाम सैकड़ों साम्प्रदायिक दंगें,लैपटाप वितरण में धाधली, मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा के नाम पर 30 हजार की राशि एवं हिन्दू लड़कियों को शिक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं, इसके अलावा सरकार पर भ्रष्टाचार व मुस्लिमों के प्रति विशेष प्रेम के आरोप लगे हैं।
ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों प्रकाश में आया।, जब प्रदेश में ह्यहमारी बेटी, उसका कलह्ण योजना में फर्जीवाड़े की बड़ी कोशिश का पर्दाफाश हुआ । फर्जी अंकपत्र के जरिए योजना में मिलने वाली रकम हड़पने की तैयारी थी। विद्यालयों के जरिए जमा हुए आवेदन फार्म के साथ मौजूद अंकपत्र का रोल नंबर माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद बोर्ड की वेबसाइट पर डालने पर आवेदन करने वाली छात्रा की जगह किसी अन्य का नाम निकल रहा है।
एक, दो अथवा तीन नहीं बल्कि अब तक फर्जी अंकपत्र वाले करीब 20 आवेदन पकड़ में आए हैं ,जबकि आधे से कम आवेदनों की ही अभी तक जांच हुई है।ह्णहमारी बेटी, उसका कलह्ण योजना में मुस्लिम लड़कियों को हाईस्कूल पास करने पर तीस हजार रुपये मिलते हैं।
सपा सरकार की इस योजना का यह दूसरा साल है। मुरादाबाद जिले के रिजवान हुसैन मेमोरियल इंटर कलेज सिरसखेड़ा में दो, आरएन इंटर कलेज उमरी कला में 5, आर्य षक इंटर कलेज पायंदापुर 3, सांवले सिंह इंटर कलेज कांकरखेड़ा 2, अब्दुल हकीम इंटर कालेज सुल्तानपुर मुंडा में 1 आवेदन फार्म ऐसा मिला है, जिसमें संलग्न अंकपत्र का रोल नंबर बोर्ड की वेबसाइट में किसी और के नाम पर दर्ज है। यह मामले बानगी मात्र हैं। मुरादाबाद में 10516 आवेदन जमा हुए हैं। 6554 मुस्लिम लड़कियों को लाभान्वित किया जाना था लेकिन अब शासन से बढ़कर संशोधित लक्ष्य आने की उम्मीद बढ़ सकती है। फर्जी आवेदनों की संख्या पर उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण संजय कुमार मिश्र के अनुसार अभी तो 4000 फामोंर् की जांच हुई है। एक साथ आय, निवास, अंकपत्र एवं संबंधित विद्यालय में नामांकित होने की जांच कराई जा रही है।
फर्जी अंकपत्र वाले आवेदनों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। साथ ही फर्जी आय प्रमाण पत्र भी निकल रहे हैं, जिन्हें तहसील भेजकर क्रास चेक कराया जाएगा। सभी फामोंर् की जांचोपरांत विद्यालयों को सूची भेजकर जवाब मांगा जाएगा और मंडल के अन्य जिलों में भी जांच करवाई जाएगी ताकि इस तरह का फर्जीवाड़ा उजागर हो सके।
टिप्पणियाँ